गौतमबुद्धनगर बार एसोसिएशन में रहे हैं सबसे कम उम्र के अध्यक्ष

स्टेंडिंग कौंसिल आॅफ यूपी अंकुर नागर एडवोकेट की ’कानून रिव्यू, से बाचतीत
मौहम्मद इल्यास/ग्रेटर नोएडा
गौतमबुद्धनगर के पूर्व बार अध्यक्ष अंकुर नागर एडवोकेट को स्टेंडिंग कौंसिल आॅफ यूपी बनाया गया है। सुप्रीम कोर्ट में स्टेंडिंग कौंसिल नियुक्त हुए अंकुर नागर एडवोकेट उत्तर प्रदेश सरकार के मुकदमों की पैरवी करेंगे। अंकुर नागर एडवोकेट का पैतृक गांव दादरी क्षेत्र में दुजाना रहा है। किंतु वर्ष 1960 में अंकुर नागर का परिवार ग्रेटर नोएडा के सुत्याना गांव में आकर बस गया। अंकुर नागर का परिवार शुरू से वकालत क पेशे से जुडा रहा है, उनके पिता जयप्रकाश नागर भी एक नामी वकील रहे हैं। बुलंदशहर में पिता जयप्रकाश नागर ने पहले वकालत की और फिर जज बन गए। अंकुर नागर का जन्म भी बुलंदशहर में 9 जुलाई 1976 को हुआ था। पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए अंकुर नागर ने भी कानून के क्षेत्र में एक नए शिखर पर पहुंचने की ठान ली और सेंट जोसेफ एकेडमी देहरादून से शुरूआती पढाई की। जब कि डीएवी काॅलेज चंडीगढ से ग्रेजुशन तक की पढाई पूरी की और अंत में दिल्ली यूनिवर्सिटी कैंपस से कानून की पढाई यानी एलएलबी की डिग्री हासिल की। कानून की पढाई पूरी करने के बाद अंकुर नागर ने वर्ष 1999 से 2005 तक इलाहाबाद और लखनउ हाईकोर्ट में वकालत शुरू कर दी। तत्पश्चात अंकुर नागर एडवोकेट को मातृप्रेम गौतमबुद्धनगर खींच ले आया और वर्ष 2005 में वह गृह क्षेत्र गौतमबुद्धनगर जिला अदालत में आकर वकालत करने लगे। इस तरह उन्होंने वर्ष 2005 से लेकर 2012 तक यहां पर वकालत की। इसी बीच अंकुर नागर एडवोकेट गौतमबुद्धनगर दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी चुने गए और वर्ष 2009 से 2010 तक का बार कार्यकारणी का कार्यकाल सफलता पूवर्क पूरा किया। जिस समय अंकुर नागर एडवोकेट बार अध्यक्ष चुने गए उस समय उनकी उम्र महज 32 वर्ष 9 महीने ही रही होगी। इस तरह यदि दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशनों के अतीत पर गौर करें तो पता चलता है कि अंकुर नागर एडवोकेट ऐसे पहले बार अध्यक्ष रहे हैं जिनकी उम्र सबसे रही है। सबसे कम उम्र के रहे बार अध्यक्ष अंकुर नागर एडवोकेट ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी वकालत शुरू की और वर्ष 2012 में गौतमबुद्धनगर से जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट आॅन रिकार्ड हो गए तत्पश्चात उन्होंने स्थाई अधिवक्ता के लिए परीक्षा उत्तीर्ण की और गत 7 जुलाई 2017 को उत्तर प्रदेश शासन ने स्थाई अधिवक्ता के रूप में नियुक्त कर लिया। स्थाई अधिवक्ता उत्तर प्रदेश शासन अंकुर नागर ने ’कानून रिव्यू, को बताया कि उत्तर प्रदेश शासन की ओर से उन्हें सुप्रीम कोर्ट के लिए स्थाई अधिवक्ता के रूप में नियुक्त किया गया है इसलिए अब वह उत्तर प्रदेश सरकार के मुकदमों की पैरवी सुप्रीम कोर्ट में किया करेंगे।