बौद्ध धर्म के शख्स पर भी शरिया कानून का चला डंडा
कानून रिव्यू/इंटरनेशनल
—————————————–इंडोनेशिया के अचेह प्रांत में विवाहेत्तर संबंधों के लिए सार्वजनिक सजा दी गई है। ऐसे मामलों के दोषी 11 लोगों को सार्वजनिक रूप से कोड़े लगाए गए है। अचेह दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम बहुल देश में एकमात्र शरिया कानून वाला प्रांत है। एक रिपोर्ट के अनुसार मामला सुमात्रा द्वीप के उत्तर पश्चिमी हिस्से से सामने आया। यहां प्रांतीय राजधानी बांदा अचेह की एक मस्जिद के बाहर इकट्ठा हुए लोगों के सामने आरोपियों को (इनमें पांच जोड़े भी शामिल थे) आठ से 33 कोड़े मारे गए। इन जोड़ों को विवाह से पहले संबंध बनाने के लिए कोड़े मारे गए। जबकि एक दूसरे व्यक्ति को 33 कोड़े मारने की सजा इसलिए दी गई, क्योंकि उसने कम उम्र की लड़की के साथ संबंध बनाए थे। इस सार्वजनिक सजा को देखने के लिए काफी भीड़ इकट्ठा हुई थी। लोगों ने इस घटना की रिकॉर्डिग अपने मोबाइल फोनों में भी की। गौरतलब है कि अचेह, इंडोनेशिया का इकलौता ऐसा प्रांत है, जहां इस्लामिक कानूनों का पालन सख्ती के साथ किया जाता है। हालांकि. मध्यकाल की पुरानी प्रथाओं का पालन करने के लिए वैश्विक मानव अधिकार समूहों द्वारा यहां के कानूनों की आलोचना भी की जाती है। जानकारी के मुताबिक इन 11 आरोपियों में से एक गैर-मुस्लिम, बौद्ध धर्म का मानने वाला था। इंडोनेशिया में 2014 में कानून में संशोधन हुआ था, जिसके मुताबिक दूसरे धर्म के व्यक्ति को शरिया कानून के अनुसार सजा से छूट रहेगी। लेकिन इस व्यक्ति के मामले में यह छूट नहीं दी गई।