एम.एल.सी चुनाव-2020 में अधिवक्ताओं की अनदेखी किए जाने पर गौतमबुद्धनगर जनपदीय दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन ने असंतोष व्यक्त किया
मौहम्मद इल्यास-’दनकौरी’/गौतमबुद्धनगर
गौतमबुद्धनगर जनपदीय दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन ने एम.एल.सी. चुनाव-2020 में अधिवक्ताओं की अनदेखी किए जाने पर असंतोष व्यक्त किया है। गौतमबुद्धनगर जनपदीय दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव वर्मा एडवोकेट ने एक बयान में कहा है कि सहारनपुर मेरठ शिक्षक/स्नातक एम.एल.सी चुनाव-2020 के लिए कल 1 दिसंबर-2020 को मतदान किया जाना है किंतु इसमें अधिवक्ताओं की पूरी तरह से अनदेखी की गई है। गौतमबुद्धनगर जिला न्यायालय सूरजपुर में करीब 1600 की संख्या में अधिवक्ता हैं। इन अधिवक्ताओ में से करीब 300 वोट की बन पाए हैं। दूसरी बात जो सबसे गलत है कि अधिवक्ताओं को वोट डालने के लिए अवकाश नही दिया गया गया है। जब कि सभी कार्यालयों में मतदान के दिन 1 दिसंबर-2020 को अवकाश घोषित किया गया है मगर जिला न्यायालय में ऐसा नही किया गया है। उन्होने कहा कि स्नातक एम.एल.सी. की बात की जाए तो ओपी शर्मा गुट के हेम सिंह पुंडीर की लंबे समय से चुने जाते रहे हैं। इसका बडा कारण यह है कि इस क्षेत्र में स्नातक के वोट नही बन पाते हैं। यदि यहां पर सभी करीब 1600 अधिवक्ताओं के वोट बन जाते और वोट डालने के लिए अवकाश घोषित कर दिया जाता तो परिणाम कुछ और भी आने की संभावना हो जाती। उन्होंने शिक्षक एम.एल.सी प्रत्याशियों पर निशाना साधते हुए कहा कि शिक्षक समुदाय से आनी वाली सीट शिक्षक के लिए कायदे से शिक्षक होना जरूरी है किंतु यहां पर सब कुछ धूल लट्ठ जैसा चल रहा है। भाजपा से शिक्षक प्रत्याशी श्रीचंद शर्मा का न तो शिक्षक वोट है और न ही स्नातक वोट है। इसी प्रकार लंबे समय से शिक्षक एम.एल.सी चले आ रहे ओमप्रकाश शर्मा का भी वोट नही है। ओमप्रकाश शर्मा वर्ष 2000 से पहले ही रिटायर हो गए हैं। कायदे के अनुसार रिटायर होने के 3 वर्ष तक ही शिक्षक वोट बना रहा सकता है। उन्होंने बताया कि स्वयं उनके पिता स्व0 ब्रजलाल वर्मा जो कि भारतीय आदर्श इंटर कॉलेज तिलपता कर्णवास में प्रधानाचार्य जैसे पद को सुशोभित कर चुके थे, वर्ष 1990 और वर्ष 1996 में दो बार इस सहारनपुर मेरठ शिक्षक एम.एल.सी का चुनाव लड चुके हैं जो मामूली अंतर से चुनाव हार गए थे। उन्होंने कहा कि सब एक मॉनोपॉली के तहत हो रहा है, अधिवक्ता समाज इन सब चीजों से दुखी है और निंदा करता है।