पुलिस और जनता के बेहतर तालमेल से हो सकती है,बेहतर कानून व्यवस्था कायमः श्रीवास्तव
मौहम्मद इल्यास-दनकौरी/कानून रिव्यू
गौतमबुद्धनगर
आईपीएस आशीष श्रीवास्तव हाल ही में गौतमबुद्धनगर में एसपी देहात के पद पर तैनात हुए हैं। जिले के ग्रामीण क्षेत्र की कानून व्यवस्था में सुधार के लिए नई योजना तैयार की जा रही है। ’कानून रिव्यू’ ने एसपी देहात आशीष श्रीवास्तव से इस मुद्दे पर एक खास बातचीत है, आइए जानते हैं बातचीत के प्रमुख अंशः-
जीवन परिचय
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नामः. आशीष श्रीवास्तव
पदः. एसपी देहात
मूल निवासः. लखनऊ
शिक्षाः. बीटेक
रैंक/कैडरः आईपीएस
पूर्व तैनातीः. सीओ साहिबाबाद, एसपी सिटी मुरादाबाद
वर्तमान तैनातीः. 15-06-2018 से गौतमबुद्धनगर
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1ः-जनपद के ग्रामीण क्षेत्र में कानून व्यवस्था को चाक चौबंद और बेहतर बनाए जाने के लिए क्या योजना है?
- — कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए विवेचनाओं के निस्तारण में गति लाना पहली प्राथमिकता है। देहात के सभी थाना प्रभारियों को चेताया गया है कि विवेचना लंबित न रहने पाएं। साथ ही बदमाशों को कतई भी छुट्टा नही घूमने दिया जाएगा। खूंखार और पेशेवर ऐसे बदमाश जो जेल से बाहर आ गए हैं पुनः जेल भेजने की कार्यवाही की जाएगी।
2ः-नशे का कारोबार जिले में तेजी से फैल रहा है और स्टूडेंट भी चपेट में आ रहे हैं ?
- –बिल्कुल, ये एक गंभीर मसला है। इस धंधे में लगे लोगों की धर पकड के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। एक हैल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है जिस पर कोई भी व्यक्ति नशे के कारोबार जैसे धंधे में लिप्त लोगों की गतिविधियों की सूचना दे सकता है, सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा और पुलिस तत्काल मौके पर जाकर छापेमारी की कार्यवाही करेगी।
3ः-कासना और तुगलपुर ऐसे स्थान जहां नशीले पदार्थो की ब्रिकी की खबर आती रहती हैं?
- — यदि कहीं पर भी नशीले पदार्थो की ब्रिकी की बात सामने आती है तो पुलिस कार्यवाही करेगी। इसके अलावा तुगलपुर अथवा कासना जैसे स्थान जहां गांजा जैसे नशीले पदार्थो की ब्रिकी की खबरें आ रही हैं। पुलिस इस तरह के धंधे में लगे लोगों की धर पकड के लिए अभियान चला रही है। अभियान में यदि संबंधित थाना पुलिस की शिथिलता की बात सामने आती है तो वहां के थाना प्रभारी के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
4ः- यातायात व्यवस्था के लिए कोई खास प्लान है क्या?
- — यातायात व्यवस्था के मामले में ग्रेटर नोएडा एक सुदंर शहर है, हालांकि यहां जाम की कोई समस्या नही है, फिर भी मैन चौराहों पर पुलिस को तैनात किया गया है। ताकि जरूरत पडने पर यातायात व्यवस्था को बेहतर और सुगम बनाया जा सके।
5ः-हाईटेक शहर ग्रेटर नोएडा में बढता ट्रेफिक का दवाब पुलिस के लिए चुनौती बनता जा रहा है?
- —ऐसा नही है,पुलिस की टीमें शहर के मैन चौराहों पर मुस्तैद रहती हैं। खासकर शाम के वक्त ट्रेफिक लोड कुछ ज्यादा हो जाता है ऐसे में वह खुद भी और अधीनस्थ पुलिस अधिकारी चिन्हित प्वाइंटों पर मुस्तैद होते हैं ताकि यातायात बेहतर और सुगम बना रहे।
6ः-हरियाणा से अवैध शराब की ब्रिकी होती है?
- —गौतमबुद्धनगर जनपद की सीमा हरियाणा से लगती है और शराब तस्कर मौका मिलते ही अपने काम को अंजाम दे देते हैं। शराब तस्करों की धरपकड के लिए लगातार दबिश दी जा रही हैं। पुलिस की पकड में आ चुके शराब तस्करों को गुंडा एक्ट में निरूद्ध किए जाने जैसी कार्यवाहियां अमल में लाई जा रही है।
7ः- परी चौक पर जाम की स्थिति से निपटने के लिए क्या प्लान है
- – परी चौक शहर का सेंट्रल प्वाइंट है, जहां हमेशा पुलिस तैनात रहती है। थाना कासना और नॉलेज पार्क की पुलिस चौकियां भी हैं। इसके अलावा ट्रेफिक पुलिस की टीमें भी मुस्तैद रहती हैं। बसों के बेतरतीब खडा होने की वजह से काफी दिक्कतें पेश आती हैं। बसों का संचालन सिटी पार्क और नॉलेज पार्क के तय स्टॉपेज से हो इन सब समस्याओं को ध्यान रख कर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को भी पत्र लिखा गया है।
8ः-परी चौक पर मेट्रो स्टेशन है, मेट्रो सेवा जल्द ही शुरू होने वाली है तब क्या बढते ट्रेफिक के दवाब से पुलिस के लिए चुनौतिया पैदा नही होंगी?
- —-बिल्कुल, इस विषय को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के साथ बैठक हो चुकी है। बैठक में बसों के तय स्टॉपेज से संचालन, ऑटो स्टैंड का निर्धारण आदि कई बिंदुओं पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं। उम्मीद है कि मेट्रो सेवा शुरू होने से पहले ही यह सारी दिक्कतें दूर हो जाएंगी।
9ः- सूरजपुर घंटा चौक और होंडा सिएल चौक जहां लाल बत्ती तो लगी हुई है मगर वहां पर कोई ट्रेफिक पुलिसकर्मी तैनात नही है और यही कारण है लोग रेड लाइट जंप करते है जिससे आए दिन दुघर्टनाएं प्रकाश में आती रहती हैं।
- –शहर के इन प्रमुख चौराहों पर लाल बत्तियां खराब पडी हुई हैं जिससे दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इन लाल बत्तियों को ठीक कराने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को पत्र लिखा गया है। जैसे ही लाल बत्तियां ठीक हो जाएंगी इन चौराहों पर पुलिस टीम भी मुस्तैद कर दी जाएगी।
10ः- शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की योजना पूर्व में तैयार की गई थी जिनमे परी चौक समेत कुछ ही चौराहों पर कैमरे लगाए गए थे। इनमें परी चौक से सीसीटीवी कैमरे उस समय चोरी तक कर लिए गए थे।
- — सीसीटीवी कैमरों के लिए पुलिस विभाग के पास बजट नही है और इसके लिए संबंधित अधिकारियों का ध्यान भी आकर्षित कराया गया है। बजट की प्राप्ति होते ही शहर के सभी चौराहों को सीसीटीवी कैमरों से लैस करा दिया जाएगा।
11ः- दनकौर में यमुना एक्सप्रेस-वे रैंप के सामने 60 मीटर इंटरसिटी रोड पर सेंट्रल व्रज पर कट बंद कर दिया है। यमुना एक्सप्रेस-वे रैंप से उतर कर दनकौर की ओर जाने वाले लोग रांड साइड जाते हैं और जिससे विपरीत दिशा से वाहन आपस में टकराते रहते हैं?
- —बिल्कुल, इस प्वाइंट पर रांग साइड की प्रवृत्ति से चालक बाज आएं, पुलिस की जिप्सी मुस्तैद की जाएगी, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
12ः- कानून व्यवस्था को बेहतर और चाक चौबंद बनाए जाने के लिए जनता की क्या भूमिका होनी चाहिए?
- — देखिए, कानून व्यव्यथा की मुख्य रीढ तो जनता ही है, यदि जनता के लोग नियमों का पालन करना शुरू कर दें तो बेहतर व्यवस्था कायम हो सकती है। समाज में हो रहा नैतिक पतन भी इसके लिए कहीं न कहीं जिम्मेदार है। नैतिकता आएगी तो समाज अपनी जिम्मेदारियां समझेगा। पुलिस और जनता के सहयोग तथा बेहतर तालमेल से कानून व्यवस्था चाक चौबंद और बेहतर हो सकती है।