कानून रिव्यू/ग्रेटर नोएडा
————————–सुरक्षा को देखते हुए व अपराधियों पर नकेल कसने के लिए ऑटो की एक बार फिर कोडिंग की जाएगी। इसके लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के साथ मिलकर तैयार की गई इस योजना को एक महीने में पूरा करने का एसएसपी डा0 अजयपाल शर्मा ने लक्ष्य रखा है। इसमें ऑटो के पीछे कलर कोड के ऊपर नंबर लिखा जाएगा। ऑटो वालों की पहचान करने के लिए इससे पहले करीब दो साल पहले भी यह योजना शुरू की गई थी। इसके तहत कुछ ऑटो में नंबर भी डाले गए थे। लेकिन यह योजना अंजाम तक ही नहीं पहुंच सकी। लिहाजा इस बार इससे बचने के लिए प्रशासन और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को भी इसमें शामिल किया जा रहा है। कलर कोड के साथ ही ऑटो में ड्राइवर की सीट के पीछे चालक का फोटो, नाम, नंबर और पता, परमिट, महिला हैल्पलाइन, पुलिस सहायता न0-100 आदि सारी डिटेल लिखी जानी जरूरी है। ताकि पीछे सवारी के रूप में बैठे शख्स को उसकी पूरी जानकारी हो और किसी अनहोनी आदि समय पुलिस को मुद्द के लिए बुलाया जा सके। कई बार देखा जाता है कि ऑटो चालक ही सवारी को सूनसान स्थान पर ले जाते हैं और घटना को अंजाम दे दिया जाता है। थाना नॉलेज पार्क प्रभारी प्रभात दीक्षित ने कानून रिव्यू को बताया कि एसएसपी के निर्देशन में शुरू किए गए ऑटो कौडिंग अभियान में कई ऑटो की जांच की गई हैं। ऑटो चालकों को बताया गया है कि सभी अपने ऑटो में ये सारी डिटेल लिखना सुनिश्चित करें। इन नियम को फॉलों न करने वाले ऑटो के खिलाफ कानून सम्मत कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।