• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar

logo kanoonreview

  • Home
  • About Us
  • Our Team
    • Editorial
    • Reporters
  • News
  • Crime News
  • Legal News
  • English Articles
  • Hindi Articles
  • Contact Us

  कानून या संविधान में लिखा है क्या? देश की राजधानी है दिल्ली

17.11.2017 By Editor

अक्सर ही विवादों में छायी रहने वाली अरविंद केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के सामने एक ऐसा अजीब प्रश्न रख दिया जिसको लेकर जज भी पहली बार में कुछ न कह सके हैं। केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में प्रश्न रखा कि क्या संविधान या देश की संसद द्वारा पारित कोई कानून घोषित करता है कि दिल्ली देश की राजधानी है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली सरकार के अधिकार क्षेत्र को लेकर बहस चल रही थी जिसके दौरान दिल्ली सरकार की वकील इंदिरा जयसिंह ने जस्टिस दीपक मिश्रा और जस्टिस एके सीकरी,एएम नविलकर,डीवाई चंद्रचूण और अशोक भूषण की बेंच के सामने ये प्रश्न रखा

अरविंद केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के सामने किया अजीब सवाल!

  • कानून रिव्यू/नई दिल्ली

————————–अक्सर ही विवादों में छायी रहने वाली अरविंद केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के सामने एक ऐसा अजीब प्रश्न रख दिया जिसको लेकर जज भी पहली बार में कुछ न कह सके हैं। केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में प्रश्न रखा कि क्या संविधान या देश की संसद द्वारा पारित कोई कानून घोषित करता है कि दिल्ली देश की राजधानी है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली सरकार के अधिकार क्षेत्र को लेकर बहस चल रही थी जिसके दौरान दिल्ली सरकार की वकील इंदिरा जयसिंह ने जस्टिस दीपक मिश्रा और जस्टिस एके सीकरी,एएम नविलकर,डीवाई चंद्रचूण और अशोक भूषण की बेंच के सामने ये प्रश्न रखा।  इंदिरा जयसिंह ने खंडपीठ के सामने ये तर्क रखा कि संविधान में या किसी कानून में ये बात नहीं लिखी है कि दिल्ली देश की राजधानी थी। उन्होंने कहा कि राजधानी के बारे में किसी कानून में नहीं लिखा है। कल को केंद्र सरकार कहीं और राजधानी बनाने का फैसला ले सकती है। हम जानते हैं कि ब्रिटिशों ने कलकत्ता से दिल्ली को राजधानी बनाया था। हालांकि नेशनल कैपिटल टेरिटरी ऑफ दिल्ली एक्ट जरूर है लेकिन इसमें ये नहीं है कि दिल्ली ही देश की राजधानी है। इंदिरा जयसिंह के इस तर्क पर बेंच ने कोई टिप्पणी नहीं की। इंदिरा ने आगे कहा कि इस वक्त खंडपीठ के सामने बड़ा प्रश्न ये है कि क्या एक जगह के दो बॉस हो सकते हैं. दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार। उन्होंने आगे कहा कि मैं ये दावा नहीं कर रही कि दिल्ली एक राज्य है क्योंकि इसके पास विधानसभा, मंत्री परिषद और मुख्यमंत्री हैं। लेकिन जैसे अन्य राज्यों में केंद्र और राज्य की शक्ति का स्पष्टीकरण साफ.साफ और अलग.अलग होता है वैसा ही कुछ दिल्ली के लिए भी होना चाहिए।

 

Filed Under: News

Primary Sidebar

Go to Youtube!
Kanoon Review
Go to Hotel Twin Towers

RSS Our Latest Youtube Videos

  • सचिन पायलट अच्छे नेता हैं। #news #yt #ytshorts #bjp #rajasthan #sachinpilot 01.12.2023
  • बहुत सुंदर जागरूकता #news #yt #ytshorts #trending #amitrana #viral 26.11.2023
  • वोटिंग के रुझान आना शुरू #news #rajasthan #bjp #congress #yt #ytshorts #election 25.11.2023
  • वर्ल्ड कप फाइनल का बदला आज के मैच में टीम इंडिया ने कंगारुओं के छुड़ाए छक्के । #india #ytshorts #yt 23.11.2023
  • छाता तहसील के अंतर्गत ग्राम धानौता में बिजली विभाग की लापरवाही के कारण लाइनमैन की करंट लगने से मौत 03.11.2023

Copyright © 2023 Managed By : Layerwire