दादरी नगर पालिक परिषद चेयरमैन के लिए निर्दलीय प्रत्याशी पूनम नागर से कानून व्यवस्था के मुद्दे पर ’कानून रिव्यू’ की बातचीत
—————————————- ’कानून व्यवस्था पर एक नजर’—————————————-
नगर निकाय चुनाव-2017 के क्रम में गौतमबुद्धनगर के दादरी, दनकौर, बिलासपुर, रबूपुरा, जेवर और जहांगीरपुर में मतदान दूसरे चरण 26 नवंबर 2017 को होना है। गौतमबुद्धनगर की एक मात्र नगर पालिका परिषद दादरी समेत सभी पांच नगर पंचायतों के लिए प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। चुनाव में बिजली, पानी, सडक, साफ सफाई, पेयजल, पथ प्रकाश, जलनिकासी आदि सुविधाएं मुहैया कराने के मुद्दे सिर चढ कर बोल रहे हैं। इन समस्याओं के साथ जनता कानून व्यवस्था जैसे अहम मुद्दे से भी जूझती रहती है। कानून रिव्यू ने कानून व्यवस्था पर एक नजर विशेष कॉलम के लिए प्रत्याशियों से भी उनके विचार जानने का प्रयास किया है। इनमें दादरी नगर पालिका परिषद चेयरमैन के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पूनम नागर पत्नी आशीष नागर चुनाव मैदान में हैं। कानून रिव्यू ने प्रत्याशी पूनम नागर से कानून व्यवस्था के मुद्दे पर खास बातचीत की है प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंशः
–—-मौहम्मद इल्यास-’दनकौरी’/कानून रिव्यू
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- 1- पूनम नागर जी आपकी शैक्षिक योग्यता क्या है?
– एम0ए0 अंग्रेजी से हैं,एल0एल0बी0 भी किया है।
- 2- समाज सेवा के क्षेत्र में कब से आई हैं?
-ससुराल पक्ष के समाज के प्रति समपर्ण की भावना को देखते हुए समाज सेवा के क्षेत्र में बढ चढ कर भाग लेना, शादी के बाद से ही शुरू कर दिया था।
- 3-नगर पालिका चेयरमैन का चुनाव लडने का फैसला कब और क्यों किया?
—देखिए दादरी एक पुराना और ऐतिहासिक शहर रहा है किंतु इसका विकास आजादी के 70 साल बाद, जैसा होना चाहिए, हो नही पाया है। इस शहर का संपूर्ण विकास कराने के उद्देश्य से चुनाव मैदान में उतरने का फैसला लिया है।
- 4-शहर के विकास में तो बगैर चुनाव लडे हुए योगदान दिया जा सकता है फिर चुनाव को ही क्यों माध्यम बनाया है?
— ऐसा नही है,स्थानीय निकाय प्रथम संवैधानिक संस्था होती है जिसमें योजना बना कर योजनाबद्ध तरीके से विकास के क्रम को पूरा किया जा सकता है। शहर का कायदे के साथ विकास कराने के लिए चुनाव में आना जरूरी होता है और इसिलिए वह चुनाव मैदान में आई हैं।
- 5- अपना निकटतम प्रतिद्वंधी किसे मानती हैं?
—प्रतिद्वंधी कोई नही है, जनता का प्यार और आशीर्वाद मिल रहा है और रिकार्ड मतों से जीत होगी। जब कि दूसरे लोग उन्हें ही प्रतिद्वंधी मान कर चल रहे हैं। यही कारण है कि कुछ चुनिंदा प्रत्याशियों की शह पर मीडिया चुनावी चौपाल जैसा कार्यक्रम करती है जो पूरी तरह से प्रायोजित कार्यक्रम होता है। माननीय निर्वाचन आयोग को इस तरह के एतरफा और प्रायोजित कार्यक्रमों पर संज्ञान लेना चाहिए।
- 6-चुनावी चौपाल में कुछ चुनिंदा प्रत्याशियों को ही बुलाया गया था?
— बिल्कुल, दादरी नगर पालिका परिषद चेयरमैन पद के लिए ही कुल 9 प्रत्याशी अपना भाग्य अजमाने के लिए चुनाव मैदान में है किंतु मीडिया का एक घराना आता है और चुनावी चौपाल के नाम पर प्रायोजित कार्यक्रम करता है जिसमें सिर्फ 4 प्रत्याशियों को ही बुलाया जाता है, बाकी सब प्रत्याशियों की आवाज को एक तरह से कुचल दिया जाता है।
- 7-चुनावी चौपाल में अनदेखी किए जाने वाले मामले को चुनाव आयोग के समक्ष उठाया गया है?
— अभी तो नही,विचार किया जा रहा है।
- 8-दादरी नगर की मुख्य समस्याएं क्या हैं।
–बिजली, पेयजल, खस्ताहाल सडक,लचर सफाई व्यवस्था, पथ प्रकाश, जलनिकासी न होने के कारण जलभराव की समस्या, अतिक्रमण, खस्ताहाल स्वास्थ्य आदि प्रमुख ज्वलंत समस्याएं हैं। हाईटेक गौतमबुद्धनगर जिले में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना स्मार्ट सिटी बन रहे है। जब कि दादरी शहर जो तहसील मुख्यालय भी है और जिसका नाता सन 1857 के प्रथम स्वंतत्रता आंदोलन से रहा है आज स्लम बस्ती जैसा बना हुआ है। बुनियादी सुविधाओं को हल कराते हुए दादरी को स्मार्ट सिटी बनाना उनका मूल सपना है।
- 9- बुनियादी सुविधाओं के अलावा कानून व्यवस्था की समस्यां को खास मानती हैं?
— बिल्कुल, कानून व्यवस्था की समस्या प्रत्येक शहर के लिए एक जरूरी बिंदु है। दादरी में कई तरह की समस्याएं है, चूंकि वह स्वयं और उनके पति आशीष नागर विधि व्यवसाय के क्षेत्र से आते हैं। इसलिए समाज में जुल्म और ज्यादतियों खिलाफ पहले भी संघर्ष किया जाता रहा है और लोगों को इंसाफ दिलाने के मामले में कभी पीछे नही रहेंगे।
- 10-शहर में महिलाओं की क्या खास समस्याएं हैं।
–महिलाएं जब घर से बाहर निकलती है तो असुरक्षा की भावना बनी रहती है। चैन स्नेचिंग, लूट और छेडछाड की घटनाएं इस बात का खुला प्रमाण हैं। यदि मुझे जनता का प्यार और आर्शीवाद मिला तो जिले के आला अफसरों से मिल कर पुलिस और खास कर महिला पुलिस को मुस्तैद करवाया जाएगा ताकि महिलाएं निर्भीकता से घर से बाहर निकल कर समाज निमार्ण में योगदान दे सकें।
- 11-सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई खास प्लान है क्या?
–कानून व्यवस्था की रीढ सुरक्षा व्यवस्था ही होती है यदि सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद होगी तो कानून व्यवस्था स्वयं ही मजबूत और बेहतर बन जाएगी। इसलिए शहर के प्रत्येक चौराहे को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया जाएगा। ऐसा होने पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हो जाएगी।
- 12- अतिक्रमण यहां की खास समस्या है जिससे यातायात बाधित होता है कैसे पार पाएंगी?
—- हां, दादरी में अतिक्रमण की समस्या प्रमुख ज्वलंत मुद्दा रहा है। अतिक्रमण से निपटने के लिए पार्किंग की व्यवस्था कराएंगे और रेहडी पटरी वाले दुकानदारों के लिए अलग से स्थान मुहैया कराया जाएगा।