आगामी त्योहारों, विधानसभा चुनावों व कानून व्यवस्था दुरुस्त बनाए रखने के दृष्टिगत पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर द्वारा पुलिस आयुक्त कार्यालय सेक्टर 108 में पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग की गई
कानून रिव्यू/गौतमबुद्धनगर
आगामी त्योहारों, विधानसभा चुनावों व जनपद की कानून व्यवस्था दुरुस्त बनाए रखने के दृष्टिगत पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर आलोक सिंह द्वारा पुलिस आयुक्त कार्यालय सेक्टर 108 में जनपद के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग की गई। पुलिस आयुक्त द्वारा आगामी त्यौहार दुर्गा पूजा, दशहरा आदि के दृष्टिगत सभी लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने व शासन द्वारा जारी गाइडलाइन्स के अनुरूप ही अनुमति प्रदान करने लिए निर्देशित किया गया। चिन्हित स्थानों पर फुट पेट्रोलिंग बढाने तथा महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों की एक साथ ड्यूटी लगाने के लिए निर्देशित किया गया। पुलिस आयुक्त द्वारा ड्यूटी करते सभी पुलिसकर्मियों को अपना टर्न आउट बेहतर रखने व अपना व्यवहार नागरिकों के प्रति मृदु रखने के लिए कहा गया तथा पब्लिक से सम्पर्क बढाने के लिये आर डब्लू ए व स्टेक होल्डर के साथ नियमित तौर पर मीटिंग आयोजित कर वार्ता करने के लिये कहा गया, उनके द्वारा स्पष्ट तौर पर कानून व्यवस्था व भीड़ भाड़ वाले स्थानों, धरना प्रदर्शन वाली जगहों आदि पर ड्यूटी करते समय ड्यूटी *सम्बन्धी उपकरणों का उपयोग करते हुए ड्यूटी करने के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश दिए। उनके द्वारा त्यौहारों को दृष्टिगत रखते हुये शराब व पटाखों के लाइसेंस धारको की सूची मंगवाकर चेक करने तथा अवैध रूप से शराब व पटाखों की जमाखोरी न होने देने के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया तथा आबकारी अधिनियम के अंतर्गत अवैध शराब की बिक्री करने वालो पर कठोर दंडात्मक कार्यवाही करते हुये शराब जब्तीकरण की कार्यवाही के लिये कहा गया। पुलिस आयुक्त आलोक सिंह द्वारा मीटिंग में उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों को आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कानून/व्यवस्था संबंधी सभी तैयारियां पूर्ण करने व ऐसे व्यक्ति जो चुनाव के दौरान गड़बड़ी कर सकते है व गांव में बलवा आदि में शामिल रहे या विवादित व्यक्तियों को चिन्हित कर उनकी गतिविधियों पर नजर रखने एवं 107/116 सीआरपीसी की कार्यवाही कर उन्हें भारी मुचलके में पाबंद करने के लिए निर्देशित किया गया साथ ही सोशल मीडिया पर नजर बनाए रखते हुए ऐसे असमाजिक तत्व जो भ्रामक खबरे फैलाकर सामाजिक माहौल को खराब करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया। पुलिस आयुक्त द्वारा तीनों जोन के डीसीपी को ऐसे स्थान जहां पर स्नैचिंग आदि की घटनाएं होने की सम्भावना रहती है ऐसे स्थानों को चिन्हित कर वहां अधिक पुलिस बल की ड्यूटी लगाने, डायल 112 पीआरवी की सतर्कता जांचने व मौके पर जाकर ब्रीफ करने के लिए निर्देशित किया गया इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए ऐसे स्थानों को चिन्हित करने जहां महिला संबंधी अपराध घटित होने की संभावना रहती है उन जगहों पर पुरूष एवं महिला पुलिस कर्मियों के साथ पेट्रोलिंग व गश्त बढ़ाने के लिए तथा सभी सम्बन्धित एसीपी को क्षेत्रों में भ्रमण शील रहते हुये मौके पर ही पुलिस बल को ब्रीफ करने के लिये निर्देशित किया। पुलिस आयुक्त ने सभी सम्बन्धित डीसीपी को आस-पास के जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग कर उनके क्षेत्र में लूट, स्नेचिंग आदि की घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधियों की सूची प्राप्त कर उन पर भी निगरानी रखने तथा कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की सीमाओं से सटे जनपद जैसे ग़ाज़ियाबाद, अलीगढ़,बुलन्दशहर, दिल्ली तथा पलवल(हरियाणा) की सीमाओं पर पुलिस बल की ड्यूटी के साथ-साथ विजिबिलिटी बढ़ाने के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया। पुलिस आयुक्त द्वारा जिले के टॉप-10 अपराधियों की समीक्षा किये जाने तथा जो जेल मे बंद है उनके स्थान पर नये चिन्हित कर उन पर गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही करने के सम्बन्ध में निर्देश दिये गये। गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत जिन अपराधियों की 14(1) के तहत सम्पत्ति कुर्क नही की गयी हैै उनकी सम्पत्ति का पता कराने व कार्यवाही करने के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया साथ ही चोरी का माल खरीदने व बेचने वालो के विरूद्ध भी गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही अमल में लाने के लिये कहा गया। पुरस्कार घोषित अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिये सभी सम्बन्धित को आवश्यक कार्यवाही करने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। पुलिस आयुक्त द्वारा माननीय न्यायालय में पैरवी के लिये राजपत्रित व अराजपत्रित अधिकारियों को जो मामले चिन्हित किये गये हैं उनकी पुनः समीक्षा करने तथा अद्यतन सूची तैयार कर उन मामलो की प्रभावी पैरवी कर सम्बन्धित अभियुक्तों को सजा कराये जाने के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया। पुलिस आयुक्त आलोक सिंह द्वारा विशेष रूप से लंबित विवेचनाओं के अति शीघ्र गुणवत्तापूर्वक निस्तारण करने लिए सभी को निर्देशित किया गया तथा जनशिकायतों के सम्बन्ध में आने वाले प्रार्थनापत्रों की जांच में भी किसी प्रकार की शिथिलता न बरतने व समय से जांच पूरी करने के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश दिये साथ ही उनके द्वारा एफआइआर दर्ज न करने जैसी शिकायतें सामने न आये इस पर सम्बन्धित अधिकारी को कार्यवाही करने के लिये निर्देशित किया गया। मीटिंग के दौरान अपर पुलिस आयुक्त कानून/व्यवस्था लव कुमार, अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय श्रीमती पुष्पांजली, सभी डीसीपी, एडीसीपी व सहायक पुलिस आयुक्त उपस्थित रहे।