यूपी पुलिस के सिंगम इंस्पेक्टर जितेद्र कुमार कबड्डी के साथ एनकाउंटर कर बदमाशों पर पडे भारी
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार ने की कानून रिव्यू से खास बातचीत
—————– उत्तर प्रदेश मेंं महंत योगी आदित्यनाथ की सरकार बदमाशों पर भारी पड रही है। आकडे बतातें हैं कि उत्तर प्रदेश में जब से एनकांउटर शुरू हुए हैं बदमाश या तो राज्य छोड कर जा चुके हैं अथवा जेल में रहना ही गनीमत मान रहे हैं। करीब 86 बदमाशांं ने अपनी बेल रद्द करा कर जेलों के अंदर रहना महफूज मान लिया है। गौतमबुद्धनगर भी क्राइम के मामले में पीछे नही रहा है। पिछले करीब 10 साल के आंकडों पर गौर करें तो यहां पर लूट, मर्डर, अपहरण, फिरौती की घटनाओं ने लोगों का एक तरह से चैन छीन लिया था। गत वर्षो में रंगदारी का एक ऐसा खेल चला कि एक से बढ कर एक यानी कई हत्याएं रंगदारी के लिए हुईं। तब जिले में एंटी एक्सटॉर्सन सेल का गठन किया गया और वर्ष 2016-17 के दौरान करीब 30 मामलों का खुलासा कर रंगदारी मांगने वाले बदमाशों को सखींचों के पीछे पहुंचाया। यूपी में सत्ता परिवर्तन के बाद एनकाउंटर की आहट गौतमबुद्धनगर में भी सुनाई दी। एनकाउंटर में कुछ बदमाशों के पैर में गोली लगी और कई का पूरी तरह से सफाया कर दिया गया। ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के कासना कोतवाली के तहत सुमित गुर्जर का एनकाउंटर कुछ दिन पहले ही किया गया। हालांकि सुमित गुर्जर के एनकांउटर में कई सवाल उठे और पुलिस की गर्दन फंसती भी नजर आई। किंतु यह भी सच है कि यूपी में एनकाउंटर से बदमाशों का जरूर सफाया हुआ। यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार कासना कोतवाली में तैनात है और कबड्डी के साथ सिंगम माने जाते हैं। इंस्पेक्टर जितेद्र कुमार एनकाउंटर स्पेशलिस्ट है और जिन्होंने 9 एनकांउटर किए हैं वो पुलिस में स्पोर्ट कोटे से आए हैं। कानून रिव्यू ने एनकाउंटर स्पेशलिस्ट जितेंद्र कुमार ने खास बातचीत है आइए जानते हैं बातचीत के प्रमुख अंशः-
मौहम्मद इल्यास-’दनकौरी’/कानून रिव्यू
जीवन परिचयः-
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नामः–जितेंद्र कुमार
जन्म तिथिः– 20-07-1980
मूल स्थानः–दिलशाद गार्डन, दिल्ली
शिक्षाः–एम0ए0 खेकडा डिग्री कॉलेज खेकडा, उत्तर प्रदेश
वर्तमान तैनातीः 28-06-2017 से प्रभारी निरीक्षक कासना कोतवाली, गौतमबुद्धनगर
नियुक्तिः– वर्ष 1999 में आईटीपी में स्पोर्ट कोटे से कॉस्टेबल भर्ती
वर्ष 2000 में सीआरपीएफ हैड कॉस्टेबल भर्ती
वर्ष 2001 में सब इंस्पेक्टर के रूप में यूपी पुलिस में भर्ती
वर्ष 2008 में पुलिस की ट्रेनिंग की
स्पोर्ट कैरियरः–वर्ष 1998 से 2008 तक 13 नेशनल और 2 इंटरनेशनल टूर किए
13 नेशल और 2 इंटरनेशल गोल्ड मेडल हासिल एशियन गोल्ड मेडिलिस्ट बन गए
पूर्व तैनातीः- वर्ष 2009 से आज तक लगातार कोतवाली इंचार्ज हैं
- एसएचओ- बुढाना, एसएचओ शामली, एसएचओ जानसठ, एसएचओ आदर्श मंडी,एसएचओ सरधना मेरठ, एसएचओ आहर बुलदंशहर, एसएचओ सिकंद्राबाद बुलंदशहर,
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- .…….. कासना कोतवाली अपराध की दृष्टि से संवदेनशील रही है, चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में पोस्टिंग है, कैसा महसूस कर रहे हैं?
—ऐसा कुछ नही है, काम करना है, चाहे जहां पोस्टिंग हो जाए। इसके अलावा जहां भी उनकी पोस्टिंग रही है अपराधियों के खात्मे के लिए काम किया है।
- …. कासना कोतवाली क्षेत्र में कितने एनकाउंटर हुए है क्या बदमाशों के अंदर पुलिस का खौफ पैदा हो गया है?
— कासना क्षेत्र में तीन एनकाउंटर हुए है जिनमें दो बदमाशों के पैर में गोली लगी है जब कि एक बदमाश सुमित गुर्जर को एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया है। इससे बदमाशों के अंदर पुलिस का पूरी तरह से खौफ पैदा हो गया है और जनता राहत की सांस ले रही है।
- ..……सुमित गुर्जर के फर्जी एनकाउंटर की बात सामने आई है?
–— ऐसा नही है कि सुमित गुर्जर एक अपराधी रहा है जिसके सीसीटीवी फुटेज समेत सभी सुबूत पुलिस के पास है।
- ……….. कासना कोतवाली क्षेत्र में अपराधों का ग्राफ कम हुआ है?
— बिल्कुल, लूट,डकैती और मर्डर जैसे मामलों का खुलासा कर दर्जनों बदमाशो को दबोच कर जेल का रास्ता दिखा दिया है जिससे अपराध बेहद कम हुए है।
- …….. काम के बीच राजनीतिक दवाब आता है क्या कहना चाहेंगे?
–— कोई राजनीतिक दवाब काम के बीच नही होता है और अभी तक उन्हे काम करने का पूरा मौका मिला है।
- …….आम जनता को क्या संदेश देना चाहते है?
–— आम जनता को पुलिस से डरने और घबराने की कोई जरूरत नही है, पुलिस जनता की दोस्त है। कोई भी पीडित कभी भी उनसे सीधे मिल कर अपनी परेशानी बता सकता है। साथ ही बदमाशों के लिए साफ वार्निंग है कि या तो क्षेत्र को छोड कर बाहर चले जाएं या फिर उन्हें जेल अथवा एनकाउंटर में मार गिरा दिया जाएगा।
एनकाउंटरों पर एक नजर
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- -अकबर, 50000 का इनामी वर्ष 2009 में बुढाना में मार गिराया गया
- -अजय, 15000 का इनामी वर्ष 2010 में बुढाना में मार गिराया गया
- -तैयब,15000 का इनामी वर्ष 2011 में बुढाना में मार गिराया गया
- -इमरान कसेरवा, 5000 का इनामी वर्ष 2012 बुढाना में मार गिराया गया
- -सुशील, 15000 का इनामी वर्ष 2013 शामली मे मार गिराया
- –हरेंद्र जाट, 50000 का इनामी वर्ष 2015 आदर्श मंडी में मार गिराया
- -दुर्गेश जॉली,12000 का इनामी वर्ष 2016 सिकंद्राबाद में मार गिराया
- – सुमित गुर्जर,50000 का इनामी वर्ष 2017 कासना ग्रेटर नोएडा में मार गिराया
- ……….- अनित उर्फ तोता,सादाब, आबिद, अरशद और शाहनवाज, अनिल, मनोहर, प्रशांत उर्फ भूरा और जोगेंद्र उर्फ जोगा समेत कई बदमाश ऐसे भी रहे जिनके पैर में गोली लगी