गौड सिटी-2 गत 4 दिसंबर 2017 को अंजलि अग्रवाल और उसकी बेटी मर्णिकार्णिका की हत्या के मामला मीडिया की सुर्खिया बन रहा था। पुलिस की थ्यौरी यदि सही है तो यह चिंतनीय है कि जिस मां ने उसे जन्म दिया और इतना बडा किया वही खून का प्यासा हो गया। कुंठा के शिकार नाबालिग बेटे ने इतना बडा कदम कैसे उठा लिया यह समाज में नैतिक मूल्यों में आ रही लगातार गिरावट का परिणाम ही है।
अंजलि और बेटी मर्णिकर्णिका का कत्ल उनके अपने खून ने ही किया
- मौहम्मद इल्यास-दनकौरी/ग्रेटर नोएडा
………………………………………………अंजलि और उसके बेटी मर्णिकर्णिका का कत्ल उनके ही खून ने कर दिया। पुलिस ने यह खुलासा ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौड़ सिटी.2 स्थित 11 एवेन्यू में मां.बेटी की हत्या के बाद फरार नाबालिग बेटे की वाराणसी से गिरफ्तारी के बाद किया है। गौड सिटी-2 गत 4 दिसंबर 2017 को अंजलि अग्रवाल और उसकी बेटी मर्णिकार्णिका की हत्या के मामला मीडिया की सुर्खिया बन रहा था। पुलिस की थ्यौरी यदि सही है तो यह चिंतनीय है कि जिस मां ने उसे जन्म दिया और इतना बडा किया वही खून का प्यासा हो गया। कुंठा के शिकार नाबालिग बेटे ने इतना बडा कदम कैसे उठा लिया यह समाज में नैतिक मूल्यों में आ रही लगातार गिरावट का परिणाम ही है।
गौरतलब है कि गौड़ सिटी.2 में रहने वाले सौम्य अग्रवाल की पत्नी अंजलि और किशोर बेटी मणिकर्णिका की 4 दिसंबर की रात बैट और कैंची से हमला करके हत्या कर दी गई थी। पुलिस शुरू से ही हत्या का शक अंजलि के किशोर बेटे पर जता रही थी और उसकी तलाश के लिए दिल्ली सहित अन्य स्थानों पर तलाश कर रही थी। हत्या वाली रात 11.30 बजे नाबालिग सीसीटीवी फुटेज में सोसायटी से बाहर निकलते हुए देखा गया। इसके बाद से उसका कोई पता नहीं था। 5 दिसंबर की सुबह उसका लोकेशन दिल्ली के चांदनी चौक मिला था।
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि मां और बहन की हत्या किशोर ने ही की थी और उसने जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस ने बताया कि वह पढ़ाई पर मां की डांट और छोटी बहन को मिल रहे ज्यादा प्यार से गुस्सा था। पुलिस के मुताबिक नाबालिग लड़के ने बताया कि उसने घटना वाली रात पहले अपनी मां पर बैट से हमला किया और बहन जग गई तो उसको भी मारा। पूरी तसल्ली करने के लिए बैट के बाद उसने कैंची और पिज्जा कटर से भी मां और बहन पर वार किया।
पुलिस ने बताया कि किशोर बहन को अधिक प्यार मिलने और खुद को फटकार मिलने से बेहद कुंठित था। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में उसने जो बताया वह चौंकाने वाला और सोचने को मजबूर करने वाला है। दिन में पढ़ाई को लेकर मां ने उसकी पिटाई की थी। वह उसी को लेकर गुस्से में था। रात के नौ से 9.30 बजे उसने सबसे पहले मां पर हमला किया। उसे लगा कि उसकी बहन उठ गई है तो उसने उस पर भी हमला कर दिया। हत्या के लिए उसने पिज्जा कटर का भी इस्तेमाल किया।
पुलिस ने बताया कि इसके बाद उसने कपड़े बदले और रात 11.15 बजे के करीब कुछ पैसे बैग में भरकर वह टैक्सी से दिल्ली के लिए निकला। दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ट्रेन लेकर वह लुधियाना पहुंचा और दूसरी ट्रेन से चंडीगढ़ गया और वहां बस पर बैठकर शिमला गया। शिमला में दोबारा बस में बैठकर चंडीगढ़ पहुंचा। वहां से ट्रेन लेकर वह रांची चला गया। रांची से दिल्ली आने वाली ट्रेन पर बैठकर वह मुगलसराय में उतर गया। उसने राह चलते किसी व्यक्ति से फोन लेकर अपने पिता को कॉल किया।
पुलिस शुरू से ही हत्या का शक अंजलि के किशोर बेटे पर जता रही थी और उसकी तलाश के लिए दिल्ली सहित अन्य स्थानों पर तलाश कर रही थी। हत्या वाली रात 11.30 बजे नाबालिग सीसीटीवी फुटेज में सोसायटी से बाहर निकलते हुए देखा गया। इसके बाद से उसका कोई पता नहीं था। 5 दिसंबर की सुबह उसका लोकेशन दिल्ली के चांदनी चौक मिला था।
खून का हुआ मिलान
…………………………मां.बेटी की हत्या बैट से पीट कर और कैंची घोंप कर की गई थी। हत्यारे ने दोनों के सिर पर तब तक हमला किया था, जब तक की उनकी मौत नहीं हो गई। बिसरख कोतवाली के इंचार्ज ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक अंजलि के सिर बैट से 7 बार वार किया गया है। जबकि बेटी मणि पर 5 बार हमला होने की पुष्टि हुई है। बेडरूम में मिले बैट, कैंची और बाथरूम में मिले किशोर के कपड़े में लगा खून भी आपस में मैच कर गया है।
गेम का रोल नहीं
……………………..बिसरख पुलिस ने पहले दावा किया था कि किशोर हाई स्कूल गैंगस्टर क्राइम विडियो गेम खेलता था जिसका विरोध माता.पिता ने किया था। उसके बाद सितंबर में उससे मोबाइल छीन लिया गया था। यह गेम वेगास क्राइम सिटी और अमेरिकन हाई स्कूल गैंग की कहानी है। इसका मुख्य किरदार जैक है जो एक बुरा बच्चा है। जैक गैंग का नेतृत्व करता है। वह साथियों के टिफिन से खाना, बैग और रात में एग्जाम पेपर चोरी करता है। इस गेम में बताया जाता है कि अपने दुश्मनों से कैसे परास्त किया जाए। इसमें मुख्य किरदार विरोध करने वाले की हत्या कर देता है।माना जा रहा था उसने इसी से प्रेरित होकर मां और बहन की हत्या की होगी, लेकिन अब पुलिस ने हत्या में गेम की भूमिका से इनकार किया है। आरोपी ने बताया कि वह कभी.कभी ही यह गेम खेलता था।
डबल मर्डर कर सकता है नाबालिग!
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पुलिस ने अंजली और उसकी बेटी की हत्या का खुलासा कर तो दिया किंतु क्या एक व्यक्ति और वह भी नाबालिग दो लोगों की हत्या कर सकता है। हत्या के समय क्या मां बेटी ने कोई विरोध नही किया होगा। हत्या दो लोगों की हो जाएं और कातिल एक ही हो यह सवाल कचौट रहा है। इस हत्या के मामले में हत्यारे एक से अधिक भी हो सकते हैं। हां यदि मां बेटी की हत्या यदि गोली से हुई होती तो इस दावे में सच हो सकता था कि एक ही व्यक्ति ने दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया। चाहे बिरायानी वह भी नशीली हो खिलाई गई तब हत्या कर दी गई। जान चाहे किसी तरह से निकले मगर हलचल या विरोध होना तो स्वभाविक है। मां बेटी की हत्या साजिश का परिणाम हो या फिर नाबालिग बेटे की करतूत का सबब हो सोम्य अग्रवाल का पूरा परिवार बिखर कर तार तार हो गया है। सौम्य अग्रवाल की पत्नी अंजलि और बेटी तो दुनिया से चली ही गई और नाबालिग बेटा कानून की हिरासत में है जब कि पिता इसी पेशोपेश मेंं है कि पत्नी और बेटी की हत्या में इंसाफ के लिए लडे या फिर नाबालिग बेटे को बचाए। पीडित सौम्य अग्रवाल कहना है कि मां और बेटी के हत्यारे को समाज नहीं करेगा स्वीकार और न ही स्कूलों में ही दाखिला मिलेगा। उसे सुरक्षित रखना भी उनके लिए चुनौती होगी।