

छात्रों ने इंटलैक्चुअल प्रोपर्टी,बौद्धिक सम्पदा, साइबर सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, लॉ ऑफ कॉन्ट्रैक्ट, कॉरपोरेट लॉ और क्रिमिनल लॉ जैसे विषयों के मुद्दों पर जोरदार बहस की



कानून रिव्यू/ग्रेटर नोएडा
गलगोटिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ के द्वारा दो दिवसीय अंर्तराष्ट्रीय मूट कोर्ट कंपटीशन का आयोजन किया गया। इस दो दिवसीय प्रतियोगिता में देश भर से 18 विश्वविद्यालय और कॉलेजो के 54 विद्यार्थी शामिल होकर कानूनी विधि समस्याओं पर बहस करते हुए उनके समाधानों पर अपने विचार रखेंगें। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि व सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायधीश दीपक मिश्रा ने दीप प्रज्जवलित करते हुए की। चांसलर सुनील गलगोटिया और वाइस चांसलर प्रीति बजाज ने मुख्य अतिथि को मोमेंटो भेंट कर स्वागत किया। कंपटीशन के पहले दिन छात्रों ने इंटलैक्चुअल प्रोपर्टी,बौद्धिक सम्पदा, साइबर सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, लॉ ऑफ कॉन्ट्रैक्ट, कॉरपोरेट लॉ और क्रिमिनल लॉ जैसे विषयों के मुद्दों पर जोरदार बहस की। विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी धु्रव गलगोटिया ने विश्वविद्यालय की शिक्षण प्रणाली और कार्यक्रम की रूप रेखा को बताते हुए कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं के द्वारा विश्वविद्यालय का आशय छात्रों में मुटिंग स्किल को बढावा देने और समग्र व्यक्तित्व विकास में सहायता प्रदान करना हैं। चांसलर सुनील गलगोटिया ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विधि में छात्रों को सभी प्रकार के स्तरों पर उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध रहते हुए अनुसंधान कौशल का समावेश सुनिश्चित करना चाहिए। विशिष्ट अथिति अधिवक्ता अराधना गलगोटिया ने प्रतिभागियों को मूट कोर्ट की कानूनी संस्थानो मे महत्व और मूट कोर्ट सोसाइटी की यात्रा के बारे में बताया। अंत में मुख्य अथिति दीपक मिश्रा ने विश्वविद्यालय और स्कूल ऑफ लॉ को बधाई देते हुए अपने कुशल शब्दों और अनुभव के द्वारा छात्रों का मार्गदर्शन किया। इस दौरान छात्रों के द्वारा पूछे गए सवालों का बडी आत्मीयता के साथ उत्तर देकर उनका ज्ञानवर्धन किया। स्कूल ऑफ लॉ के डीन और प्रो0 वाइस चांसलर डा0 तबरेज अहमद ने मुख्य अतिथि और आए हुए अन्य सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रो0 वाइस चांसलर डा0 प्रदीप कुमार और स्कूल ऑफ लॉ के सभी अध्यापक मौजूद रहे।
