ज्वाइंट कमिश्नर हेडक्वार्टर और ज्वाइंट कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर दो पद कमिश्नर के नीचे होंगें
पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू किए जाने पर मंगलवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक की सीएम की मुहर लगनी तय
मौहम्मद इल्यास-दनकौरी/लखनऊ
उत्तर प्रदेश के नोएडा और लखनऊ शहरों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होगी। योगी सरकार ने पुलिस कमिश्नरी का प्लान तैयार कर लिया है। इन दोनों जगहों पर एडीजी रैंक का अधिकारी पुलिस कमिश्नर होगा। सरकारी सूत्रों की मानें तो यहां पर आईपीएस अधिकारी आलोक सिंह और लखनऊ के लिए जेएन सिंह, असीम अरुण का नाम चर्चा में है। इन दोनों जगह पुलिस कमिश्नर के ठीक नीचे आईजी रैंक के दो ज्वाइंट कमिश्नर भी होंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि ज्वाइंट कमिश्नर हेडक्वार्टर और ज्वाइंट कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर दो पद कमिश्नर के नीचे होंगे। पुलिस कमिश्नरी को 5 जोन में बांटा जाएगा। खबर है कि मंगलवार को उत्तर प्रदेश की योगी कैबिनेट की होने वाली बैठक में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू करने पर मुहर लग सकती है। हाल में गौतमबुद्धनगर के एसएसपी के गोपनीय पत्र और वीडियो के वायरल होने के चलते उठे तूफान के बाद से उत्तर प्रदेश के इन शहरों में पुलिस कमिश्नरी प्रणाली लागू करने की कवायद फिर से शुरू हो गई थी। एसएसपी वैभव कृष्ण को निलंबित कर दिया गया था। जबकि लखनऊ के एसएसपी का तबादला गाजियाबाद कर दिया गया था। इसके साथ ही राज्य के कई पुलिस कप्तानों को ताश के पत्तों की तरह फेंट डाला गया था। गौतबुद्धनगर और लखनऊ में अब तक किसी भी आईपीएस अधिकारी को एसएसपी नहीं बनाया गया है। सूत्रों के मुताबिक सीएम योगी आदित्यनाथ इसे लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने हरियाणा के गुरुग्राम और मुंबई मॉडल को प्रदेश के इन दो शहरों में लागू करने की विस्तार से बात की है। पुलिस कमिश्नरी में कानून व्यवस्था से जुड़े मामलों में कमांड एक ही अफसर के पास होती है। पुलिस कमिश्नरी में कानून व्यवस्था से जुड़े मामलों में कमांड एक ही अफसर के पास होती है। यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने भी स्वीकार किया है कि पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू किए जाने को लेकर मंथन चल रहा है। राज्य सरकार का तर्क ये है कि इससे दोनों जिलों की कानून व्यवस्था बेहतर होगी। पुलिस कमिश्नरी लागू हो जाने के बाद लॉ एंड ऑर्डर समेत तमाम प्रशासनिक अधिकार भी पुलिस कमिश्नर के पास ही रहेंगे।