करप्शन हो या फिर मानवाधिकर के उल्लंघन का हो मामला, पुलिस जब फंसती नजर आती है तो नहीं मिलती, सीसीटीवी फुटेज
आरटीआई में हुआ खुलासा
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर
————————————————-वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों को पकड़ने में पुलिस सिर्फ अंधेरे में ही तीर चलाती है। क्योंकि यहां लगे सभी सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह दगा दे चुके हैं। गौतमबुद्धनगर यूपी एक ऐसा जिला है कि यहां यदि जरा सी आहट होती है तो उसकी गूंज राजधानी लखनउ में पैदा होती है। लोग यहां की कानून व्यवस्था की तुलना देश की राजधानी दिल्ली से करते हैं। अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए थे। शासन की ओर से पुलिस का जनता में विश्वास और पारदर्शिता कायम करने के लिए जनपद के ज्यादातर थानों में भी सीसीटीवी कैमरे लगवाए। आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर भागने वाले बदमाश इन कैमरा में कैद हो जाते थे। जबकि हालत यह है कि जिले के इन थानों में लगे ज्यादातर कैमरे काफी दिनों से खराब पड़े हैं। कई ऐसे कैमरे हैं जो चालू हालत में तो हैं, लेकिन उसमें फुटेज नहीं मिलती। मामला या करप्शन हो या फिर मानवाधिकर के उल्लंघन का हो, पुलिस जब फंसती नजर आती है तो जानबूझकर भी सीसीटीवी कैमरों को खराब कर दिया जाता है। बात यदि यहां के थानों की सीसीटीवी कैमरों से लैस होने की जाए तो सिर्फ 13 थानों में ही सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। जब कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा, दादरी,दनकौर और जेवर क्षेत्र समेत गौतमबुद्धनगर जिले में कुल 22 थाना कोतवालियां हैं। एक आरटीआई से हुए खुलासे से पता चला है कि जिले में जिन 13 थानों में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं उनमें से सिर्फ 4 थानों में ही काम कर रहे हैं बाकी मे या तो खराब है या फिर कोई न कोई समस्या है। जिले की थाना दनकौर कोतवाली में मानवाधिकार उल्लंघन के एक मामले में जब पुलिस फंसती हुई नजर आई तो आरटीआई में दिए जवाब में खराब सीसीटीवी कैमरों के थानों की सूची पकडा दी गई। थाना दनकौर कोतवाली पुलिस ने पहले एक युवक को घर से उठाया और फिर सारी रात थाने की लॉकप में बंद रखा। दूसरे दिन एफआईआर दर्ज की और फिर दूसरी रात को भी लॉकप में बंद किए रखा। तीसरे दिन पुलिस ने युवक, जो कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग की परीक्षा देने जाने वाला था, अपहरण की धाराओं में कोर्ट में चालान पेश किया। जब कि कोर्ट ने युवक को सीधे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस की इस करतूत से युवक की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग में हिंदी, रसायन विज्ञान और भौतिकी की परीक्षाएं भी छूट गईं। खैर दनकौर पुलिस से इस करस्तानी का राजफाश करने के लिए आरटीआई के जरिए पूरे 3 दिनों की सीसीटीवी फुटेज मांगी गईं। पुलिस ने आरटीआई के 4 बिंदुओं में से दो का जवाब दिया और साफ कर दिया कि कोतवाली में कितने और किन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। मगर आखिर के दो बिंदु जिनमें पुलिस फंसनी शुरू हो गई, साफ कन्नी काट ली। तीन दिनों की सीसीटीवी फुटेज के बिंदु पर पुलिस ने कह दिया कि थाना हाजा के सीसीटीवी कैमरों का रिकार्डिंग स्क्रीन खराब है इसलिए सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नही है। पुलिस ने अपनी गर्दन बचाने की गरज से सीसीटीवी फुटेज तो दिए नही, मगर आरटीआई के जवाब में कई तरह का खुलासा हुआ। पुलिस ने जवाब में एक सूची प्रेषित की जिसमें किस थाने में सीसीटीवी कैमरे खराब है और कहां क्या समस्या है? सारे आंकडे प्रस्तुत किए। आरटीआई से हुए इस खुलासे में बताया कि गौतमबुद्धनगर जिले के थाना दादरी,दनकौर, जारचा, जेवर, कासना, रबूपुरा, सूरजपुर,ग्रेटर नोएडा, थाना सेक्टर-20, थाना सेक्टर-24, थाना सेक्टर-39, थाना सेक्टर-58 और थाना फेस-2 में ही सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। इनमें थाना नोएडा फेस-2 में मैन गेट के सीसीटीवी कैमरे खराब हालत में हैं। नोएडा थाना सेक्टर-58 में कैमरें तो चालू है मगर सॉफ्टवेयर रिकॉर्डिंग प्रोबलम है। जब कि थाना सेक्टर-39 में सीसीटीवी कैमरा चालू है मगर मैन गेट के कैमरे में समस्या है। थाना सेक्टर-24 में सीसीटीवी कैमरे खराब हैं और साथ ही डीवीआर/ कैमरा में समस्या है। थाना सेक्टर-20 में कैमरा चालू है और कोई समस्या नही है। थाना ग्रेटर नोएडा जो अब साईट-5 के नाम से जाना जाता है वहां पर कैमरा खराब है और समस्या वाले कॉलम में नोट वर्किंग लिखा गया है। थाना सूरजपुर में कैमरा चालू है और कोई समस्या नही है। थाना रबूपुरा में भी कैमरा चालू है और कोई समस्या नही है। थाना कासना जो अब बीटा-2 के नाम से जाना जाता है वहां पर कैमरा तो चालू है मगर सॉफ्टवेयर रिकॉर्डिंग प्रोबलम दर्शाई गई है। थाना जेवर में कैमरा भी चालू है और कोई समस्या नही है। थाना जारचा में कैमरा चालू है मगर सॉफ्टवेयर रिकॉर्डिंग प्रोबलम है। थाना दनकौर में कैमरा तो चालू है मगर सॉफ्टवेयर रिकॉर्डिंग प्रोबलम दर्शाई गई है। थाना दादरी में भी कैमरा चालू है और मगर सॉफ्टवेयर रिकॉर्डिंग प्रोबलम है।
एसपी क्राइम अशोक कुमार की ओर से दिनांक 15 अप्रैल 2019 अपर पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश कंप्यूटर केंद्र लखनउ को खराब पडे सीसीटीवी कैमरों को दुरस्त किए जाने के लिए एक पत्र भी भेजा चुका है।