घायल हुए कैदी की इलाज के दौरान मौत
मृतक कैदी के परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए
कानून रिव्यू/गौतमबुद्धनगर
गौतमबुद्धनगर जिला करागार दो बंदियों के बीच झगड़ा हो गया। इस दौरान दोनों बंदी नाली में गिए गए। सिर में चोट लगने से एक बंदी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल हुए कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में विचाराधीन था। वहीं, दूसरा बंदी हत्या के मामले जेल में बंद है। इस मामले में जेल प्रशासन की तरफ से ईकोटेक.1 कोतवाली में तहरीर दी गई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि दनकौर क्षेत्र के सलेमपुर गुर्जर गांव निवासी 28 वर्षीय आरिफ पुत्र निसार को बंदी कारागार की प्रथम चक्र की बैरक नंबर.3 में रखा गया था। इसी बैरक में मूलरूप से बिहार का रहने वाला अलाउद्दीन भी बंद है। अलाउद्दीन हत्या के मामले में विचाराधीन बंदी है। जेल अधीक्षक ने बताया कि 19 मई को अलाउद्दीन और आरिफ के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा और मारपीट हो गई। धक्का मुक्की होने पर दोनों बरामदे से नीचे नाली में गिर गए, जिससे आरिफ के सिर में गंभीर चोट लग गई। हालत गंभीर देख उसे तुरंत ग्रेटर नोएडा के जिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे नोएडा स्थित जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इलाज के बाद आरिफ को 26 मई को जेल में शिफ्ट कर दिया गया। जेल अधीक्षक ने बताया कि 27 मई को अचानक तबीयत खराब होने पर कारागार के चिकित्साधिकारी द्वारा विचाराधीन बंदी आरिफ को इलाज के लिए पुनः जिला अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मामले में ईकोटेक.1 कोतवाली में तहरीर दी गई है। आरिफ के परिजनों को सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जेल प्रशासन द्वारा 19 मई से लगातार इलाज कराया जा रहा था। घटना की जांच पड़ताल की जा रही है। वहीं आरिफ के परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन ने समय पर सूचना नहीं दी। इसके अलावा आरिफ का सही इलाज नहीं करवाया गया। परिजनों ने वीडियो भी वायरल किया है जिसमें जेल प्रशासन पर आरोप है कि उन पर झूठ बोलने का दबाव बनाया गया कि किसी को यह मत बताना कि जेल में झगड़ा हुआ है।