चैंबर निमार्ण, लाइेब्ररी, बार रूम, वादकारियों के बैठने के लिए हॉल, साफ सफाई, शौचालय के मुद्दे रहे हावी
कानून रिव्यू/ग्रेटर नोएडा
————————गौतमबुद्धनगर में डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन चुनाव में चैंबर निमार्ण, लाइेब्ररी, बार रूम, वादकारियों के बैठने के लिए हॉल और साफ सफाई तथा शौचालय आदि मुद्दे हावी रहे। ’कानून रिव्यू’ ने बार पदाधिकारियों और प्रत्याशियों से उनके मुद्दे जानने की कोशिश आइए देखते हैं चुनाव तैयारियों की एक झलक।
बार अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अतुल कुमार शर्मा एडवोकेट ने कहा कि गौतमबुद्धनगर का जिला मुख्यालय सूरजपुर में हैं मगर ग्रामीण क्षेत्रों में आने जाने के लिए कोई सीधी बस सेवा नही है जिससे वादकारियों को परेशानी होती है। जिले के दूर दराज क्षेत्रों से बस संचालन करना पहली प्राथमिकता होगी। वहीं चैंबर निमार्ण के लिए 96 लाख रूपया मंजूर हुआ था जिसमें से 46 लाख रूपया अब भी शासन में पडा हुआ है इस धनराशि को ला कर युवा साथियों के लिए चैंबर बनवाएं जाएंगे। इसके अलावा वादकारियों के बैठने के लिए एक हॉल का निमार्ण कराया जाएगा जिसमें पानी आदि की सभी सुविधाएं होगी ताकि दूर दराज से आए वादकारी यहां बैठ कर आराम भी कर सके। उन्होंने कहा कि जिले में जितने भी अधिवक्ता हैं चाहें वे जेवर से हों या नोएडा अथवा दादरी या फिर ग्रेटर नोएडा से सभी के लिए आवास की व्यवस्था हो एक विधि आवास सोसायटी का आवंटन नोएडा, ग्रेटर नोएडा अथवा यमुना सिटी में कराया जाएगा।
बार अध्यक्ष पद के प्रत्याशी विनोद भाटी ने कहा कि वकीलों के लिए चैंबरों का निमार्ण काराया जाएगा। इसके अलावा साफ सफाई, सुलभ शौचालय, लाइब्रेरी, बार रूम के डेवलमेंट आदि अधिवक्ता हित के कार्य करना उनकी प्राथमिकताओं में होगा। खान पान के लिए कैंटीन की व्यवस्था कराई जाएगी। कैंटीन न होने से अधिवक्ता साथियों को दिक्कतें होती हैं।
बार सचिव पद के प्रत्याशी देवेंद्र कुमार रावल एडवोकेट ने कहा कि वर्ष 2004 में उन्होंने यहां पर प्रैक्टिस शुरू की थी और तब से ही जिम्मेदारियों का निर्वाहन करना शुरू कर दिया, दो बार सचिव रहे। यहां कुल 60 चैंबरों की जरूरत हैं जिसमें से 25 चैंबर बन चुके हैं अब 35 चैंबर और बनने चाहिए। चैंबरों के लिए मंजूर हुई धनराशि में से अभी 46 लाख रूपया शासन में पडा हुआ है। उक्त धनराशि को ला कर चैंबरों का निमार्ण कराया जाएगा। इसके अलावा पार्किंग की व्यवस्था और साफ सफाई आदि बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान कें्रदित कर अधिवक्ता हित में कार्य कराए जाएंगे।
बार सचिव पद के प्रत्याशी प्रताप रावल एडवोकेट ने कहा कि अधिवक्ता हित में कार्य करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। बार का सर्वांगीण विकास कराया जाएगा। बार रूम का डेवलपमेंट कराया जाएगा और पार्किंग की व्यवस्था कराई जाएगी।
बार अध्यक्ष राजकुमार नागर एडवोकेट व बार सचिव मूलचंद शर्मा एडवोकेट ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि बार और बैंच के बीच बेहतर तालमेल उनके कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धि रही है। इसके अलावा पेयजल की व्यवस्था के लिए आरओ वाटर सिस्टम लगवाया जिसके लिए दो समबरसिंबल लगवाए गए। लाइब्रेरी के लिए कुछ किताबें भी खरीदी गईं और बार रूम का डेवलमेंट औ रंगाई पुताई करा कर सुसज्जित कराया गया। इसके अलावा चैंबर निमार्ण के लिए बकाया धनराशि के लिए डीएम के माध्यम से शासन से पत्राचार किया गया उम्मीद है कि बकाया धनराशि जल्द ही रिलीज हो जाएगी।
पूर्व बार अध्यक्ष अनिल कुमार भाटी एडवोकेट ने कहा कि चैंबरों का निमार्ण किया जाना चाहिए। इसके अलावा लाइब्रेरी पूरी तरह से सुसज्जित होनी चाहिए जिसमें किताबों की कमी है। जब कि बार रूम अपेक्षाकृत छोटा है जिसका डेवलपमेंट किया जाना चाहिए। वादकारियों के उठने बैठने के लिए कोई शैड नही है हॉल अथवा शैड का भी निमार्ण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सभी बुनियादी जरूरी है उम्मीद है कि नई कार्यारणी इन सभी दिक्कतों पर ध्यान केंद्रित कर अधिवक्ता हित मे कार्य कराई जाएगी।
पूर्व सचिव नरेंद्र कुमार शर्मा एडवोकेट ने कहा कि न्याय में होनी वाली देरी प्रमुख मुद्दा है आखिर क्यों अदालत में न्याय में देरी होती है वकील और सभी पक्षकार केस की पैरवी समय से करते हैं तो फिर पीडित को क्यों समय से न्याय नही मिलना चाहिए। न्याय में होने वाली देरी भ्रष्टाचार का भी एक नमूना होती है। उन्होंने कहा कि नई कार्यकारणी को शीघ्र ही न्याय सुलभ हो न्याय पालिका पर बराबर नजर रखनी चाहिए ऐसा होने में सरकार और वकीलों की छवि भी जनता के बीच बेहतर बननी शुरू हो जाएगी।