बार के 1472 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।
पंकज और दिनेश के नाम वापस,शुभ्रा, जय कुमार और लोकेश निर्विरोध निर्वाचित
कानून रिव्यू/गौतमबुद्धनगर
——————–गौतमबुद्धनगर में दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन चुनाव का बिगुल बज चुका है। मतदान आगामी 22 दिसंबर 2017 को संपन्न होगा। मंगलवार को प्रत्याशियों ने नामांकन कर अपने चुनावी घोडे दौडने शुरू कर दिए है। बार अध्यक्ष पद के लिए संजीव वर्मा, राजीव तौंगड और राजकुमार नागर चुनाव मैदान में आ डटे हैं। जब कि दो प्रत्याशियों ने अपने परचे वापस लेकर तीन लोगों के निर्विरोध होने का मार्गप्रशस्त कर दिया है। कनिष्ठ उपाध्यक्ष पद के लिए जयकुमार एडवोकेट और सहसचिव पुस्तकालय पद के लिए लोकेश कुमार श्रीवास्तव तथा सांस्कृतिक सचिव पद के लिए शुभ्रा श्रीवास्तव निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं।
एल्डर्स कमेटी के चेयरमैन जगदीश भाटी एडवोकेट और कार्यकारणी सदस्य उदयभान मलिक ने ’कानून रिव्यू’ को बताया कि गौतमबुद्धनगर दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन का चुनाव 22 दिसंबर 2017 को संपन्न कराया जाना है। बार एसोसिएशन के विभिन्न पदो के लिए नामांकन प्रक्रिया मंगलवार 19 दिसंबर 2017 को शुरू हो गई है। बार अध्यक्ष पद के लिए राजकुमार नागर, राजीव तौंगड और संजीव वर्मा ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। जब कि वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद के लिए चमनपाल और शमशाद के आवेदन आए हैं। कनिष्ठ उपाध्यक्ष पद के लिए सिर्फ एक ही आवेदन पत्र जय कुमार एडवोकेट का आया है जिससे उनके निर्विरोध निर्वाचित होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। सचिव पद के लिए महेश गुर्जर, राज सिंह और ललित कुमार शर्मा ने अपने परचे दाखिल किए हैं। कोषाध्यक्ष पद के लिए पुनीत कुमार तंवर और अंजू भास्कर ने अपने आवेदन पत्र जमा किए हैं। प्रशासनिक सहसचिव पद के लिए राकेश कुमार शर्मा और अफरोज खान ने नामांकन पत्र जमा किए हैं। सहसचिव पुस्तकालय पद के लिए पंकज कुमार सिंह, लोकेश श्रीवास्तव और दिनेश कुमार ने अपने आवेदन पत्र दाखिल किए। किंतु इन तीन प्रत्याशियों में से पंकज कुमार सिंह और दिनेश कुमार सिंह ने अपने नाम वापस ले लिए हैं और जिससे लोकश श्रीवास्तव के निर्विरोध निर्वाचित होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। जब कि सांस्कृतिक सचिव पद के लिए सिर्फ एक ही आवेदन शुभ्रा श्रीवास्तव का आया है जिनके निर्विरोध निर्वाचित होने का रास्ता साफ हो गया है। उन्होंने बताया कि 22 दिसंबर 2017 को मतदान प्रातः8 बजे से सांय 5 बजे तक किया जाएगा जब कि मतदान अवकाश 1ः30 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगा तथा मतगणना सांय 5ः30 बजे से चुनाव परिणाम घोषित होने तक होगी। बार के 1472 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।
कनिष्ठ उपाध्यक्ष जयकुमार ने कहा सभी को साथ लेकर चलेंगे
————————————-उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ जनपद निवासी जयकुमार बार एसोसिएशन में कनिष्ठ उपाध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित हुए हैं। जय कुमार ने गौतमबुद्धनगर में आकर वर्ष 2005 में वकालत शुरू की थी। इससे पहले उन्होंने वर्ष 2011 में कोषाध्यक्ष पद का चुनाव लडा किंतु हार का मुहूं देखना पड गया। इस बार जयकुमार ने कनिष्ठ उपाध्यक्ष पद के लिए आवेदन पत्र जमा किया मगर उनके सामने किसी ने भी आवेदन पत्र जमा नही किया और जीत तय हो गई। नवनिर्वाचित कनिष्ठ उपाध्यक्ष जय कुमार एडवोकेट ने ’कानून रिव्यू’ को बताया कि गौतमबुद्धनगर की समस्त बार बधाई की पात्र है और जिसका तहे दिल से अभार व्यक्त करते हैं कि समस्त अधिवक्ता साथियों ने उन्हें इतना प्यार और सम्मान दिया है इसलिए सभी को साथ लेकर अधिवक्ताओं के हित में कार्य करने का प्रयास करेंगे।
शुभ्रा श्रीवास्तव ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की जीत हुई
उत्तर प्रदेश गोरखपुर जनपद निवासी शुभ्रा श्रीवास्तव बार के सांस्कृतिक सचिव पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुई हैं। शुभ्रा ने गौतमबुद्धनगर में आकर वर्ष 2007 में वकालत करना शुरू किया था। जब कि इससे पहले शुभ्रा ने कोई चुनाव नही लडा और पहली बार सांस्कृतिक सचिव पद की जीत के लिए किस्मत आजमाने के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया किंतु उनके सामने कोई भी प्रत्याशी नही आया और उनका सितारा बुंलद हुआ व निर्विरोध निर्वाचित घोषित की गईं। नवनिर्वाचित सांस्कृतिक सचिव शुभ्रा श्रीवास्तव ने ’कानून रिव्यू’ को बताया कि उनकी जीत महिला सशक्तिकरण की जीत है गौतमबुद्धनगर की बार एसोसिएशन ने उन्हें इतना प्यार और सम्मान दिया कि पहली ही बार में वे निर्विरोध निर्वाचित घोषित हुई हैं, बार सदस्यों अधिवक्ता बंधुओं के इस ऋण को कभी नही भुलेंगी और सभी को साथ लेकर बार के विकास के लिए कार्य करने का प्रयास किया जाएगा।
संजीव वर्मा,राजीव तौंगड और राजकुमार नागर के बीच कांटे का मुकाबला
…………………………………………………………………………
- मौहम्मद इल्यास-’दनकौरी’/कानून रिव्यू
—————————गौतमबुद्धनगर दीवानी एवं फौजदारी एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन भाटी एडवोकेट ने कोर्ट के आदेश पर इस्तीफा दे दिया था। बार अध्यक्ष द्वारा इस्तीफा दे दिए जाने से कार्यकारणी की शक्ति, एल्डर्स कमेटी ने अपने हाथ में ले ली थी। इसी बीच एक पक्ष हाईकोर्ट जा पहुंचा और एल्डर्स कमेटी को अवैध ठहराने का दावा किया। अततः उपाध्यक्ष विरेंद्र पंडित को प्रभारी मानते हुए पुनः बैठक आहूत की गई और एल्डर्स कमेटी पर मामूली फेरबदल के बाद वैधानिकता की मुहर लगा कर चुनाव का ऐलान किया गया।
गौरतलब है कि विपिन भाटी एडवोकेट का कार्यकाल गत 22 दिसंबर 2016 से शुरू हुआ था। किंतु दूसरे माह यानी जनवरी 2017 में बार अध्यक्ष विपिन भाटी को अदालत की अवमानना का सामना करना पड गया। गत माह हाईकोर्ट ने बार अध्यक्ष पर अवमानना के मामले को खत्म कर दिया। किंतु हाईकोर्ट ने साथ ही यह भी शर्त जोड दी कि बार अध्यक्ष अविलंब एसोसिएशन के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दें और किसी भी तरह की चुनाव की गतिविधियों में भाग न लें। बार अध्यक्ष ने कोर्ट के आदेशो का पालन करते हुए अपना इस्तीफा दे दिया। बार सचिव देवेंद्र राहुल एडवोकेट इस बात की तैयारी कर रहे थे कि अब उपाध्यक्ष विरेंद्र पंडित को कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा। किंतु जब यह खबर आई कि उपाध्यक्ष को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाने के बजाय एल्डर्स कमेटी पावर में आ गई है उनके मंसूबों पर पानी फिर गया। बार अध्यक्ष द्वारा इस्तीफे का घटनाक्रम गत दिनांक 28-10-2017 को हुआ। दिनांक 27-10-2017 को बार अध्यक्ष विपिन भाटी ने सूचित किया कि बार एसोसिएशन के सभी सदस्य दिनांक 30-10-2017 तक अपना वार्षिक सदस्यता शुल्क जमा करा कर रसीद कोषाध्यक्ष हरदीप शर्मा एडवोकेट से प्राप्त कर लें। इसी दिन 27 अक्टूबर 2017 को 12 बजे एक बैठक आहूत की गई जिसमें एल्डर्स कमेटी की घोषणा की गई। पूर्व नमित कुछ एल्डर्स कमेटी के सदस्यों ने अपरिहार्य कारणों से इस्ताफी दे दिया था जिनके स्थान पर जगदीश भाटी को मनोनीत किया गया। दूसरे दिन 28-10-2017 को जगदीश भाटी एडवोकेट ने एल्डर्स कमेटी चेयरमैन की हैसियत से सूचना प्रेषित की कि एल्डर्स कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से निणर्य लिया गया है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश हाईकोर्ट बैंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति के अहवान पर सभी सम्मानित अधिवक्तागण पूर्ण दिवस न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। बार सचिव खेमा चाहता है कि कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में उपाध्यक्ष विरेंद्र पंडित को बनाया जाए। किंतु बार सचिव और एल्डर्स कमेटी के आमने सामने आ जाने से एक तरह से संवैधनिक संकट की स्थिति पैदा हो गई है। बार एसोसिएशन का कार्यकाल 22 दिसंबर 2017 तक है। इसी बीच एक पक्ष ने एल्डर्स कमेटी की वैधानिकता पर सवाल खडा करते हुए हाईकोर्ट में चुनौती दे डाली। तर्क दिया कि विपिन भाटी की अध्यक्षता में एल्डर्स कमेटी बनाने का कोई औचित्य नही है क्योंकि विपिन भाटी को पहले ही कोर्ट ने इस्तीफा देने का निर्देश देते हुए किसी भी तरह की चुनावी गतिविधि में भाग न लेने की हिदायत दी है। आखिर कोई विकल्प न होने पर उपाध्यक्ष विरेंद्र पंडित को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है और उनकी अध्यक्षता में बैठक आहूत कर एल्डर्स कमेटी पर मुहर लगा दी गई। कार्यवाहक अध्यक्ष विरेंद्र पंडित के बाद नया बार अध्यक्ष कौन होगा यह भविष्य के गर्भ में छिपा हुआ है। बार अध्यक्ष पद के लिए राजीव तौंगड, संजीव वर्मा और राजकुमार ने अपनी उम्मीदवारी ठोंक दी है और चुनावी वैतरणी करने के लिए घोडे दौडने शुरू कर दिए हैं। इनमें संजीव वर्मा पूर्व में बार सचिव रह चुके हैं। वहीं राजकुमार नागर प्रमेंद्र भाटी और विपिन भाटी के सामने बार अध्यक्ष पद का चुनाव लड कर दो बार हार का मुंह देख चुके हैं। जब कि राजीव तौंगड इस बार एक तरह से नया चेहरा ही है। देखते है कि चुनावी उंट किस करवट बैठता है, बहरहाल चुनाव परिणाम बेहद चौकाने वाले साबित होंगे।