
जारचा क्षेत्र मे किसान का शव बरामद

थाना जारचा क्षेत्र में पुलिस ने एक किसान का शव बरामद किया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू कर दी है। डीसीपी जोन-3 राजेश कुमार सिंह ने बताया कि गुलावठी खुर्द गांव के रहने वाले बिशन सिंह 40 वर्ष बृहस्पतिवार शाम को अपने घर से निकले थे और वह रात को घर नहीं लौटे। बिशन सिंह का शव सुबह जारचा रोड के पेट्रोल पंप के पास पास मिला है। प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि उनकी हत्या करने के बाद शव को तेजाब से जलाने का प्रयास किया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
90 लाख लोगों का डेटा चोरी कर 100 करोड़ रुपये की ठगी


गौतमबुद्धनगर में करीब 90 लाख लोगों को बल्क एसएमएस भेजकर आइफोन बेचने के नाम पर 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में चारों आरोपियों को साइबर सेल और थाना फेज.3 पुलिस ने सेक्टर.100 से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से भारी मात्रा में कैश, मोबाइल फोन, लैपटॉप समेत कीमती सामान बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान अंकित रमोला और हर्षित रमोला निवासी साउथ गणेश नगर दिल्ली, आकाश बंसल निवासी एल्फा.2 ग्रेटर नोएडा और आकाश कंसल निवासी मोहन नगर कॉलोनी पिलखुआ जिला हापुड़ के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि अंकित रमोला इस गैंग का लीडर है। अंकित व हर्षित सगे भाई हैं। आरोपियों के कब्जे से 17 लाख 62 हजार 7 सौ रुपये कैश, 10 मोबाइलए 5 लैपटॉप, 12 डेबिट कार्ड, 4 आधार कार्ड, 3 पैन कार्ड, 2 डोंगल, 2 चेक बुक और 2 ऐपल वॉच बरामद हुए है। गिरफ्तार किया गया अंकित रमोला बीकॉम पासआउट है। उसे सोशल मीडिया और इंटरनेट पर सर्च करने से यह आइडिया आया। आरोपी ने सॉफ्टवेयर की मदद से बल्क मेसेज भेजने वाली निबंस कंपनी का सर्वर हैक कर लिया। सर्वर हैक करने के बाद आरोपियों ने 90 लाख लोगों का डेटा चुराया और आईफोन खरीदने के लिए बल्क एसमएस भेज दिए। कंपनी की आरे से सर्वर हैक होने की गई शिकायत की जांच के दौरान पुलिस आरोपियों तक पहुंची। आरोपियों ने बल्क एसएमएस में आधे दामों में आइफोन देने का झांसा दिया था। इसके साथ ही इन लोगों ने प्री बुकिंग भी की थी। ये लोग फर्जी अकाउंट में पैसा मंगाते थे। करीब आठ महीनों में शुरुआती जानकारी में आरोपियों ने सौ करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। आरोपियों के अकाउंट चेक करने पर यह जानकारी हुई है। पुलिस अभी आरोपियों के फर्जी अकाउंट्स की जांच करने में जुटी है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो अब तक आरोपियों से बरामद हुए अकाउंट में करीब 100 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। पुलिस ने बताया कि आरोपी इन दिनों धोखाधड़ी के जरिये कमाए गए पैसों को एक फर्जी अकाउंट से दूसरे फर्जी अकाउंट और दूसरे फर्जी अकाउंट से तीसरे फर्जी अकाउंट में ट्रांसफर कर रहे थे। फिलहाल आरोपियों की मंशा धोखाधड़ी से कमाए गए पैसों को ठिकाने लगाने की थीए जिससे पुलिस आरोपियों के अकाउंट्स के बारे में जांच ना कर पाए। आरोपी वर्चुअल नंबर के जरीए लोगों को कॉल भी करते थे। उन्हें अपना रिश्तेदार बताकर झांसे में लेते थे। विदेश में फंसे होने की जानकारी देकर पैसों की मांग करते थे। अकाउंट में पैसा ट्रांसफर होने के बाद यह लोग बिटकॉइन खरीदते थे। पुलिस जांच में आरोपियों के लाखों रुपये के बिटकॉइन खरीदने की बात सामने आई है। आरोपियों के खिलाफ थाना फेज.3 में दो केस दर्ज हुए थे। इनमें एक केस सेक्टर.63 स्थित निबंस कंपनी ने दर्ज कराया था, जबकि दूसरा केस आरोपितों ने विदेश में होने का बहाना बनाकर एक शख्स को अपना रिश्तेदार बनाकर अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कराये थे। इन दोनों केस की जांच के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है।
पुलिस ने सुंदर भाटी गिरोह के सदस्य सत्यवीर की संपत्ति कुर्क की


गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी के करीबी माने जाने वाले सत्यवीर उर्फ सतवीर बंसल पुत्र किशनलाल निवासी घंघोला की करीब चार करोड़ रुपए की अचल संपत्ति को कुर्क कर लिया है। डीसीपी जोन-3 राजेश कुमार सिंह ने बताया कि उक्त बदमाश की करीब सवा तीन हेक्टेयर जमीन, जिसकी अनुमानित लागत करीब चार करोड़ रुपए है, को गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 के तहत कुर्क कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट पुलिस ने कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना और सुंदर भाटी गिरोह के कई सक्रिय सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 40 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की है। पुलिस का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।