कानून व्यवस्था को चाक चौबंद बनाने की कवायद
कानून रिव्यू/गौतमबुद्धनगर
——————————-गौतमबुद्धनगर उत्तर प्रदेश का शो विंडो माना जाता है। यहां जब क्राइम सिर चढ कर बोलने लगता है तो राजधानी लखनउ में आहट साफ सुनाई देती है। औद्योगकरण के साथ जनसंख्या का दबाब भी तेजी से बढ रहा है। बढ़ती आबादी के चलते उद्यमी मजदूर संघर्ष,चोरी,छिनैती और अतिक्रमण व जाम जैसी समस्याएं भी बढ़ी हैं। इसे देखते हुए जिले में 7 थाने बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है। इनमें 5 थाने नोएडा और 2 ग्रेटर नोएडा में बनाए जाएंगे। एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह बताते हैं कि पूरे यूपी में 12 सौ नए थाने बनाए जाने का प्रस्ताव है। पहले फेज में 200 थाने बनेंगे। इनमें से 7 थाने हमारे जिले के हिस्से में आए हैं। ये थाने पहले फेज में बनाए जाएंगे। हमने नोएडा में बनने वाले 5 थानों की स्थापना के लिए नोएडा अथॉरिटी से जमीन की मांग की है। अथॉरिटी ने आश्वासन दिया है कि वह जमीन देने के साथ ही बिल्डिंग का निर्माण करवाने में भी सहयोग प्रदान करेगी।
नए थाने ये होंगे
——————ये थाने फेज वन, ओखला बैराज, सेक्टर 115 सेक्टर 106 सेक्टर 142 और सेक्टर 63 में बनाए जाएंगे। जब कि ग्रेटर नोएडा में एनटीपीसी दादरी और ग्रेटर नोएडा में नए थाने बनाने का प्रस्ताव है। जमीन मिलते ही इन जगहों पर थाना भवनों का निर्माण जल्द शुरू कर दिया जाएगा।
ऐसा होगा थानों नया सीमांकन
———————————–थाना सेक्टर 20 का विभाजन करके उसमें से फेज 1 थाना बनाया जाएगा। इस नए थाने में डीएनडी सेक्टर 1 से लेकर 10, सेक्टर 14ए, 14, 15ए, 16, 16 बी, नया बांस और हरौला गांव शामिल होंगे। वहीं थाना सेक्टर 39 का पुनर्गठन कर ओखला बैराज पुलिस स्टेशन बनाया जाएगा। इस थाने में सेक्टर 94 से लेकर 132 शामिल होंगे। साथ ही नोएडा. ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे का कुछ हिस्सा भी इस थाने में जोड़ा जाएगा। थाना फेज 3 के पुनर्गठन से बनने वाले थाना सेक्टर 63 में छिजारसी, चोटपुर, बहलोलपुर, सेक्टर 63 शामिल होंगे।
इन थाना क्षेत्रों का भी बदलेगा नक्शा
————————————–थाना फेज 3 और थाना सेक्टर 49 का पुनर्गठन कर उससे एक नया थाना सेक्टर 115 भी बनाया जाएगा। इस थाना क्षेत्र में सेक्टर 119, 120, 122, 72, 73, 74, 75,76, 79, 112, 155, 116 और पर्थला खंजरपुर सोहरखा सर्फाबाद आदि शामिल होंगे। थाना सेक्टर 106 के अंतर्गत सेक्टर 101 102, 104, 105, 106, 107, 108, 93, 93 ए, 93 बी, ए 82, 92, 91 और 136 शामिल होंगे। जबकि थाना सेक्टर 142 में सेक्टर 90, 137, 138, 140, 140 ए, 141, 142, 143, 144, 148 और नलगढ़ा व गढ़ी शहदरा गांव शामिल होंगे। यह भी प्रस्ताव है कि थाना सेक्टर 49 का नाम बदलकर थाना सेक्टर 48 कर दिया जाएए जिससे लोगों को कोई कंफ्यूजन न रहे।
ये हैं चुनौतियां हैं पुलिस के सामने
——————————-औद्योगिक शहर होने की वजह से शहर में रोजगार करने वालों की संख्या हजारों में हैं। इनमें से हजारों लोग रोजाना काम धंधा करने के लिए शहर में आते हैं और शाम को अपने मूल शहर लौट जाते हैं। इनमें से किसी के साथ भी वारदात हो जाए तो उसे ट्रेस करना पुलिस के लिए चुनौती होती है। इसी तरह नोएडा के तमाम गांवों में निम्न मध्यम आय वर्ग के लोग बहुतायत में रहते हैं। देश के विभिन्न राज्यों से संबंध रखने वाले ये लोग फैक्ट्रियों में नौकरी या छोटा. मोटा काम धंधा करके गुजारा करते हैं। इन लोगों का पुलिस या मकान मालिकों के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। ऐसे में यदि इनके साथ कोई घटना हो जाए या वे किसी वारदात में लिप्त में हों तो उनका पता निकालना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर बन जाता है।