विजन एकेडमी से हो चुके हैं कुल 47 युवा, दिल्ली पुलिस में सलेक्ट
मौहम्मद इल्यास ’दनकौरी’/कानून रिव्यू-
जावली, लोनी, गाजियाबाद
—————————–गाजियाबाद जिले के लोनी क्षेत्र में एक ऐसा भी गांव है जहां से 31 युवा दिल्ली पुलिस की कमान संभालेंगे। लोनी विधानसभा क्षेत्र का ग्राम जावली जहां लेफ्टिनेंट भरत सिंह कसाना को मरणोपरांत परमवीर चक्र मिला,वहां के युवा राजधानी दिल्ली की कानून व्यवस्था की कमान संभालने के लिए तैयार हैं। इसका पूरा श्रेय जाता है विजन एकेडमी को। विजन एकेडमी से कोचिंग प्राप्त करने के बाद ही कुल 47 युवा दिल्ली की कानून व्यवस्था की कमान संभालने के लिए तैयार हुए हैं। उत्तर प्रदेश का ग्राम जावली एक ऐसा गांव हैं जहां के युवा शिक्षा के प्रति न केवल जागरूक हैं बल्कि लक्ष्य प्राप्त करने के लिए भी पूरी पूरी रात अध्यन्न में लगे रहते हैं। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से गांव में ही एक पुस्तकालय वर्ष-2000 में निर्मित कराया जा चुका है। खेकडा विधानसभा के पूर्व विधायक बाहुबली मदन भैया की जन्म स्थली भी जावली ही है। पूर्व विधायक मदन भैया ने दिल्ली पुलिस में इतनी भारी संख्या में गांव के युवाओं के चयन पर न केवल खुशी जाहिर की है बल्कि युवाओं को कर्तव्य के पथ पर चलने के लिए बधाई भी दी है। ’कानून रिव्यू’ की टीम भी युवाओं की इस खास सफलता की खबर सुन कर ग्राम जावली पहुंची तो युवाओं, कोच और पूर्व विधायक तथा समाज के लोगों ने सफलता के इस सफर की दास्तान बंया की, आइए जानते हैं चर्चा के खास बिंदुः-
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अध्यन्न में जुट रहते हैं,लेफ्टिनेंट भरत सिंह कसाना को आदर्श मान युवा गांव की इस लाइब्रेरी में रात 2-2 बजे तक- प्रदीप कसाना
समाजसेवी प्रदीप कसाना ने ’कानून रिव्यू’ को बताया कि गाजियाबाद जिले का ग्राम जावली जो फिलहाल लोनी विधानसभा क्षेत्र में आता है जब कि पूर्व में यह गांव खेकडा विधानसभा में आता था, जो अपनी शौर्यगाथा भी लिख चुका है, 31 युवा दिल्ली पुलिस में सलेक्ट हो चुके हैं। लेफ्टिनेंट भरत सिंह कसाना की जन्म स्थली से करीब 300 युवा दिल्ली पुलिस और करीब 100 युवा उत्तर प्रदेश पुलिस तथा सेना व अन्य क्षेत्रों में जाकर यहां का नाम रोशन कर रहे हैं। लेफ्टिनेंट भरत सिंह कसाना सन 1972 में शहीद हुए थे और जिन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र मिला। लेफ्टिनेंट भरत सिंह कसाना को आदर्श मान कर यहां के युवा गांव की इस लाइब्रेरी में रात 2-2 बजे तक अध्यन्न में जुट रहते हैं। इस कठिन परिश्रम का ही परिणाम हैं कि गांव के युवाओं को एक बडी सफलता मिली, इतनी बडी संख्या यानी 31 युवक युवतियां राजधानी दिल्ली पुलिस की कमान संभालने के लिए तैयार हैं।
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कोचिंग सेंटर में निरंतर कराए गए टैस्टों से मिली, सफलताः कु0 विनीता
कु0 विनीता ने बताया कि दिल्ली पुलिस में उनका सलेक्शन हुआ है इस सफलता से वह बेहद खुश है। इस सफलता का श्रेय विजन एकेडमी जावली तथा परिवार को देना चाहती हैं। परिवार के सहयोग से कोचिंग की और कोच वीरेंद्र कसाना ने अच्छी कोचिंग दी। कोचिंग सेंटर में कई बार टैस्ट कराए गए जिससे उन्हें पूरी नॉलेज मिली और सलेक्शन हो गया। सवाल के जवाब में विनीता ने बताया कि उनकी शुरू से एक ही इच्छा थी कि दिल्ली पुलिस में जाना और आज वह सपना पूरी तरह से साकार हो गया है।
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टीचिंग क्षेत्र के बजाय दिल्ली पुलिस में पहले मिली, सफलताः कु0 नीतू
—————————-कु0 नीतू ने बताया कि दिल्ली पुलिस में सलेक्ट हुई हैं इसका पूरा श्रेय विजन जावली कोचिंग सेंटर और साथ परिवार को देना चाहती हैं। हालांकि वे टीचिंग के क्षेत्र में जाने के लिए बीएड कर रही थीं इसी बीच उनकी मुलाकात विजन एकेडमी जावली के डायरेक्टर व कोच वीरेंद्र कसाना से हुई तो उन्होंने कहा कि जीवन मेंं जो भी सफलता पहले मिल जाए कैरियर बना लेना चाहिए। जिसके बाद उन्होंने विजन एकेडमी से कोचिंग से शुरू की और अब परिणाम भी सामने हैं कि दिल्ली पुलिस में सलेक्शन हो चुका है। उन्होंने सवाल के जवाब में कानून रिव्यू को बताया कि विजन एकेडमी के कुल 80 छात्रों ने कंपटीशन में भाग लिया था और जिसमें से कुल 47 बच्चे सलेक्ट हो चुके हैं जो एक बहुत बडी सफलता है।
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परिवार से कैरियर बनाने की खुली छूट मिले, तो सफलता तयः कु0 रिंकी
——————————कु0 रिंकी ने बताया कि परिवार और समाज से यदि कैरियर बनाने की खुली छूट मिल जाए तो सफलता कदम चूमती है। किंतु लडकियों के लिए कई तरह के प्रतिबंध पहले ही लगने शुरू हो जाते हैं जैसे यहां नही जाना चाहिए वहां नही जाना चाहिए आदि आदि। चूंकि वह गुर्जर समाज से आती हैं यहां जल्दी शादी करने पर समाज का ज्यादा चिंतन रहता है जब कि चाहे लडकी हो या फिर लडका शादी की जल्दबाजी नही करनी चाहिए और कैरियर बनाने की खुली छूट देनी चाहिए। ऐसा होने पर सफलता निश्चित ही कदम चूमती हैं। इसका खुला उदाहरण सामने भी है ग्राम जावली से ही 47 बच्चों में से कुल 31 बच्चों का सलेक्शन दिल्ली पुलिस में हुआ है। खुशी की बात यह भी है कि इन 31 बच्चों में से 13 लडकियां भी हैं जो दिल्ली पुलिस की कमान संभालने के लिए तैयार हैं।
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निरंतर अध्यन्न ही, है सफलता का मुख्य आधारः विक्टर कसाना
—————————विक्टर कसाना ने ’कानून रिव्यू’ को बताया कि निरंतर अध्यन्न करने से ही सफलता मिलती है। चाहे दिन में 4 घंटे पढों मगर पढों हर रोज। उन्होंने बताया कि विजन एकेडमी जावली एक ऐसा कोचिंग सेंटर हैं जो मोटीवेशन पर ज्यादा जोर दिया जाता है एक एक बच्चे पर ध्यान केंद्रित कर प्रोबलम दूर की जाती है। ऐसा मोटीवेशन सिर्फ विजन जावली में ही देखने को मिलता है और अपनी इस सफलता का पूरा श्रेय भी वह विजन एकेडमी जावली के डायरेक्टर व कोच वीरेंद्र कसाना को देना चाहते हैं। वर्ष 2010 में हाई स्कूल की थी और वर्ष 2014 तक कोई सफलता नही मिली। आखिर विजन एकेडमी में आए और दिल्ली पुलिस में सलेक्शन हो गया। दिल्ली पुलिस की फायर सेल में वह सलेक्ट हो चुके हैं। परिवार और समाज से चुनौतियों के सवाल पर उन्हांंने बताया कि समाज कोई भी हो खास कर ग्रामीण क्षेत्रों में जल्दी शादी करने पर ज्यादा जोर रहता है जब कि युवाओं को शादी की जल्दबाजी से पहले कैरियर बनाने का पूरा मौका देना चाहिए।
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जावली के युवाओं ने लिखा है, गौरवशाली इतिहासः मदन भैया
ग्राम जावली निवासी व खेकडा विधानसभा के पूर्व विधायक मदन भैया ने ’कानून रिव्यू’ को बताया कि ग्राम जावली गुर्जर बिरादरी का एक ऐसा गांव जहां शिक्षा के प्रति लोग ज्यादा जागरूक हैं। लेफ्टिनेंट भरत सिंह कसाना सन 1972 में शहीद हुए थे और जिन्हें आदर्श मान कर यहां के युवा गांव की इस लाइब्रेरी में रात रात भर अध्यन्न में जुट रहते हैं। इस कठिन परिश्रम का ही परिणाम हैं कि गांव के युवाओं को एक बडी सफलता मिली, इतनी बडी संख्या यानी 31 युवक युवतियां राजधानी दिल्ली पुलिस की कमान संभालने के लिए तैयार हैं। सवाल के जवाब में पूर्व विधायक श्री भैया ने बताया कि उन्हें खुशी इस बात की है कि गांव के युवाओं ने इतनी बडी संख्या में राजधानी दिल्ली की कानून व्यवस्था की कमान संभालने के लिए अपने को कामयाब साबित कर दिखाया है, जो एक गौरवशाली इतिहास से किसी भी तरह कम नही है और इन सभी युवाओं को वह बधाई देते हैं कि दिल्ली के ये सिपाही अपने कर्तव्य पथ पर निरंतर आगे बढते ही रहें।
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पब्लिक को फेस कर कर्तव्य पथ पर आगे बढना होगाः सचिन कसाना
——————————-विजन एकेडमी जावली में कानून की पढाई कर रहे सचिन कसाना पिछले 5 वर्षो से गणित विषय पढा रहे हैं। सचिन कसाना ने ’कानून रिव्यू’ को बताया कि वह लॉ की पढाई कर रहे हैं और साथ में ही यहां विजन एकेडमी में गणित विषय पढाते हैं। सुबह 8 बजे से 9ः30 बजे तक उनका पीरियड होता है और फिर वह अपनी कानून की पढाई करते हैं। उन्होंने बताया कि कोचिंग के दौरान ही कानून व्यवस्था से संबंधित सारी जानकारी छात्रों को मुहैया कराई जाती हैं किंतु एकेडमी से इस बार 47 बच्चे दिल्ली पुलिस के लिए सलेक्ट हुए हैं उनकी सलाह यही है कि कानून व्यवस्था में पब्लिक को सही तरीके से फेस करना है और अच्छा व्यवहार करते हुए कर्तव्य पथ पर निरंतर आगे बढते ही जाना है। अच्छे मॉटीवेशन से ही सलेक्शन हुआ है अब ड्यूटी के दौरान भी मॉटीवेशन से कर्तव्य पालन में चार चांद लगाए जा सकते हैं। उन्होंने खुद के कैरियर के सवाल पर कहा कि कानून के क्षेत्र में जाकर कोर्ट भी ज्वाइन कर सकते हैं और मैथ यानी वे साइंस के छात्र रहे हैं अर्थात जहां भी पहले पाओ यानी बेहतर होगा उस क्षेत्र में कैरियर बना लेंगे।
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विजन एकेडमी से अब यूपीपीएसी की प्रतिभाएं भी निकलेंगींः वीरेंद्र कसाना
वीरेंद्र कसाना ग्राम जावली के ही रहने वाले हैं। वीरेंद्र कसाना ने विजन एकेडमी की स्थापना ही इस सपने को लेकर की है कि गांव से युवा पुलिस ही नही बल्कि हर क्षेत्र में निकल कर इस क्षेत्र का नाम रोशन करें। ऐसा हुआ भी है कि इस बार कुल 47 बच्चे इसी विजन एकेडमी से दिल्ली पुलिस में सलेक्ट हुए हैं। विजन एकेडमी जावली के डायरेक्टर वीरेंद्र कसाना ने ’कानून रिव्यू’ को सफलता की दास्तान बयां करते हुए बताया कि यह एकेडमी वर्ष 2013 में शुरू की थी जब गांव के बिट्टू भाई युवाओं को पढाते थे और जिससे काफी युवा विभिन्न क्षेत्रो में आगे बढे। खास कर गांव और क्षेत्र की बहनें जो आगे बढना चाहती थीं मगर सिक्योरिटी को लेकर ऐसा करना संभव नही हो रहा था। इसलिए लडकी और लडकों को दूर न जाना पडें गांव में ही एकेडमी शुरू कर दी गई। इस विजन एकेडमी से अब तक 145 से 150 के बीच छात्र विभिन्न कंपटीशन में सलेक्ट हो चुके हैं। हाल में कुल 47 बच्चे दिल्ली पुलिस के लिए सलेक्ट हो चुके हैं जो एक बडी उपलब्धि भी है। उन्होंने बताया कि वह दिन भी दूर नही है जब यहां से यूपीपीएस यानी भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए भी प्रतिभाएं निकल कर क्षेत्र का नाम रोशन करेंगी। किसी भी सफलता के लिए बच्चों की फिलिंग को समझ कर मोटीवेट किया जाना चाहिए जिससे लक्ष्य की प्राप्ति जरूर होती है। उन्होंने कहा कि जल्दी शादी करना कैरियर में प्रगति का सबसे बडा रोडा है। समाज चाहे कोई भी हो शादी के लिए जल्दबाजी करने की बजाय कैरियर बनाने की पूरी छूट देनी चाहिए तभी सफलता कदम चूमती हैं।
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