सरकार ऐसा कानून बनाएगी जिससे मुस्लिम महिलाओं को तलाक-.ए.बिद्दत की व्यवस्था से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी। मौजूदा समय में ठोस कानून नहीं होने से मुस्लिम पति बड़ी आसानी से तीन तलाक दे देते हैं और महिलाएं कुछ नहीं कर पाती हैं। अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने एक साथ तीन तलाक पर रोक लगाते हुए सरकार को कानून बनाने की सलाह दी थी।
नए कानून का प्रारूप बनाने के लिए मंत्रिमंडलीय समिति का गठन
- कानून रिव्यू/नई दिल्ली
————————–तीन तलाक को खत्म किए जाने के लिए सरकार कानून लाने पर विचार कर रही है। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो यह कानून शीतकालीन सत्र में भी लाया जा सकता है।सरकार ने नए कानून का प्रारूप बनाने के लिए मंत्रिमंडलीय समिति का गठन किया है।इस समिति को तलाक पर रोक लगाने के लिए नए विधेयक का प्रारूप तैयार करने या मौजूदा कानून में जरूरी संशोधन का सुझाव देने की जिम्मेदारी दी गई है।
. कहा जा रहा है कि सरकार ऐसा कानून बनाएगी जिससे मुस्लिम महिलाओं को तलाक-.ए.बिद्दत की व्यवस्था से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी। मौजूदा समय में ठोस कानून नहीं होने से मुस्लिम पति बड़ी आसानी से तीन तलाक दे देते हैं और महिलाएं कुछ नहीं कर पाती हैं। अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने एक साथ तीन तलाक पर रोक लगाते हुए सरकार को कानून बनाने की सलाह दी थी।
कब होता है शीतकालीन सत्र
—————————— सामान्य हालात में संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर में शुरू होता है और करीब एक माह बाद खत्म होता है। विपक्ष आशंका जता रहा है कि सरकार इतिहास में पहली बार ऐसा कर सकती है कि शीतकालीन सत्र बुलाया ही नहीं जाए। संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने विपक्ष के आरोपों को जवाब देते हुए कहा है कि सरकार शीतकालीन सत्र दिसंबर में बुलाएगी। तारीखों का ऐलान बाद में किया जाएगा। उन्होंने शीतकालीन सत्र को टालने के विपक्ष के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि यूपीए सरकार में 2008 और 2013 में शीतकालीन सत्र दिसंबर माह में बुलाया गया था।
सोनिया गांधी हमें उपदेश न दें
—————————–. केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि कांग्रेस हमें संसदीय लोकतंत्र पर उपदेश न दे। आपातकाल में जिस कांग्रेस ने संसद में ताला डालाए वहीं हमें संसदीय लोकतंत्र पर उपदेश दे रही है।कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि मोदी सरकार गलतफहमी का शिकार है। मोदी ब्रह्मा हैं, वह रचयिता हैं और सिर्फ वही जानते हैं कि संसद कब शुरू होगी। मैंने कई मंत्रियों और लोकसभा स्पीकर से बात की है लेकिन किसी को भी सत्र की तारीखों की जानकारी नहीं है।