भाजपा प्रत्याशी के पारिवारिक भाईयों ने दिया घटना को अंजाम
मृतक सागर शर्मा मनोज उर्फ टीटू गिरफ्तार
कानून रिव्यू/ग्रेटर नोएडा
——————————गौतमबुद्धनगर जिले के दनकौर कसबे में मंगलवार की बीती रात्रि को एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी गई। भाजपा प्रत्याशी के पारिवारिक भाईयों ने युवक की हत्या को अंजाम दिया है। युवक की हत्या की घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। युवक की मौत की खबर सुन कर लोग की भीड जुटनी शुरू हो गई। पुलिस ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है।
सीओ ग्रेटर नोएडा-2 पीयूष कुमार ने बताया कि सागर शर्मा पुत्र स्व0 पवन शर्मा 22 वर्षीय को गोली मार दी गई। नाजुक हालत में सागर शर्मा को ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। चुनावी माहौल के चलते हुए सागर शर्मा रात्रि करीब 11ः30 द्रोण प्रांगण से घर की ओर लौट रहा था। इसी बीच दीपक वर्मा, मनोज उर्फ टीटू पुत्रगण स्व0 रामअवतार का किसी बात को लेकर सागर शर्मा से विवाद हो गया और पिस्टल से गोली मार दी गई। मृतक के भाई अभिमन्यु ने दीपक वर्मा और मनोज उर्फ टीटू के खिलाफ शिकायत दी है। पुलिस ने मनोज उर्फ टीटू को गिरफ्तार कर लिया है।
शव को रख कर जाम लगाया
————————–सागर शर्मा का शव पोस्टमार्टम से आते ही कसबे में तनाव जैसी स्थिति पैदा हो गई। परिजनों ने शव का दाह संस्कार करने से साफ मना कर दिया। परिजनों की मांग है कि जब तक दूसरे अभियुक्त दीपक वर्मा को नही गिरफ्तार कर लिया जाता तब तक शव को दाह संस्कार नही किया जाएगा। चुनावी महौल में इस तरह की घटना से हो जाने से प्रत्याशी भी चुनाव प्रचार को रोक कर मौके पर पहुंच गए। बसपा प्रत्याशी मास्टर अजय भाटी, निर्दलीय प्रत्याशी महीपाल गर्ग, निर्दलीय प्रत्याशी दीपक शर्मा, कांग्रेस प्रत्याशी हितैश कौशिक, निर्दलीय प्रत्याशी देवेंद्र गोयल उर्फ मुन्नालाल ने एक स्वर मे घटना को दुर्भाग्यूर्ण और निंदनीय बताया। वहीं मौके पर कांग्रेस के प्रदेश महासचिव अजीत सिंह दौला, पीतांबर शर्मा, वीरेंद्र गुड्डू मौके पर पहुंचे और घटना को निंदनीय बताते हुए मांग की कि शव का जब तक दाह संस्कार नही किया जाएगा जब तक मुख्य हत्यारोपी को गिरफ्तार नही कर लिया जाता है। खबर लिखे के समय तक एसडीएम समेत पुलिस के आला अधिकारी परिजनों को शव को दाह संस्कार किए जाने के लिए मनाने में लगे हुए थे।
परिजनों का रो रो का बुरा हाल
——————————–सागर शर्मा जिसकी गोली मार कर हत्या कर दी गई इसी 18 फरवरी 2018 को शादी होने वाली थी। किंतु आज वो इस दुनिया में नही रहा। परिजनों का इसी बात को लेकर रो रो कर बुरा हाल था। सागर शर्मा की मां और परिवार की औरतें दहाडे मार कर रो रही थी। सागर शर्मा के बडे भाई अभिमन्यु ने ’कानून रिव्यू’ का बताया कि सागर उसका छोटा भाई था जिसकों दरिंदों ने मार दिया है। वह दोनो भाई थे, रात्रि में जिस समय घटना हुई थी वह भी सागर के साथ रहा था। रात्रि के करीब 11ः30 बजे द्रोण प्रांगण में दीपक वर्मा और मनोज उर्फ टीटू जबरदस्ती सागर से उलझ गए और दीपक ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोली मार दी। जब वह भाई सागर को बचाने के लिए दौडा तो हमलावरों ने उसे भी धमकी दी कि यदि पुलिस तक पहुंचा तो उसका भी यही हाल करेंगे। दीपक वर्मा और मनोज उर्फ टीटू भाजपा प्रत्याशी सोनू वर्मा के ताउ रामअवतार के लडके हैं।
चुनाव में लाइसेंसी पिस्टल पर उठे सवाल
—————————————–चुनावी समर चल रहा हो और लाइसेंसी पिस्टल से हत्या होने की बात सामने आए तो सवाल उठना लाजिमी है। दीपक वर्मा ने जिस पिस्टल से सागर को गोली मारी वह लाइसेंसी थी, फिर क्यों नही जमा कराई गई चुनावों के चलते हुए वह। जब कि इस मामले में पुलिस कप्तान ने सिटी चौकी इंचार्ज प्रीतम सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। पुलिस सूत्रों की माने तो चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में पुलिस ने सभी लोगों के लाइसेंसी हथियार जमा कराए किंतु ऐसे लोग जिनका कैश का आदान प्रदान बिजनेस के सिलसिले में ज्यादा होता है सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जमा कराने से छोड दिया जाता है वशर्ते ऐसे लोग साफ सुथरी छवि के रहे हों। दीपक वर्मा की लाइसेंसी पिस्टल के मामले में भी ऐसा ही हुआ जो पुलिस ने सहज की विश्वास कर लिया। पुलिस ने दीपक से कहा कि लाइसेंसी पिस्टल को तत्काल जमा कराएं। किंतु दीपक वर्मा ने पुलिस ने मिन्नत की कि उनका ज्वैलरी का बिजनेस है ज्वैलरी और केश के आदान प्रदान के लिए सुरक्षा की दृष्टि से पिस्टल रहने दें। पुलिस ने सहज ही विश्वास कर लिया और जिसकी परिणीति यह हुई कि वह लाइसेंसी पिस्टल एक युवक की जान का कारक ही बन गई।
श्री द्रोण प्रांगण पैठ स्थल, इसी जगह हुई सागर शर्मा की गोली मार कर हत्या
चुनावी गणित बिगाडने की साजिश!
- मौहम्मद इल्यास- ’दनकौरी’/कानून रिव्यू
——————————————–नगर निकाय चुनाव का प्रचार पूरे सबाब है और कसबे में एक युवक की हत्या हो जाती है। यह चुनावी गणित को बिगाडने की साजिश तो नही है, कई सवाल उठ खडे हुए हैं। हालांकि यह जांच का विषय है किंतु सागर हत्याकांड का फर्क चुनावी गाणित पर पडना तय हो गया है। चुनावी उंट किस करवट बैठता यह तो भविष्य के गर्भ में छिपा हुआ है। भाजपा शहर में इस मामले से बैकपुट पर आ गई है। हत्याकांड के अभियुक्तों का संबंध भाजपा प्रत्याशी सोनू वर्मा के सीधे परिवार से है। अभियुक्त दीपक वर्मा और मनोज उर्फ टीटू भाजपा प्रत्याशी सोनू वर्मा के सगे ताउ के लडके हैं। पुलिस सूत्रों की माने तो मृतक सागर शर्मा और अभियुक्त दीपक वर्मा के मकान एक गली मुहल्ले में इर्द गिर्द ही हैं। सागर शर्मा ने स्वर्णकारी का काम भी दीपक वर्मा की दुकान पर सीखा था किंतु अब कुछ समय से अलग काम चल रहा था। सीओ पीयूष कुमार ने ’कानून रिव्यू’ को बताया कि सागर शर्मा हत्याकांड आपसी रंजिश यानी स्वर्णकारी के काम से अंजाम दिया जाना प्रतीत हो रहा है चुनावी गणित जैसे विषय से कोई मतलब नही है।