कानून रिव्यू/गौतमबुद्धनगर
बाइक बोट घोटाले में मुख्यारोपी संजय भाटी के भाई और प्रमुख राजदार समेत तीन आरोपियों को एसटीएफ और ईओडब्ल्यू ने मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया। टीम को उम्मीद है कि इन तीन आरोपियों की गिरफ्तारी से कई अहम राज खुलेंगे और अन्य आरोपियों के संबंध में भी जानकारी मिलेंगी। अब संजय की पत्नी दीप्ती बहल की एसटीएफ को तलाश है। दादरी पुलिस व ईडब्ल्यूओं मेरठ व एसटीएफ नोएडा द्वारा संयुक्त अभियान मे बाइक बोट प्रकरण से संबंधित 50.50 हजार रुपये के 02 ईनामी व एक अन्य अभियुक्त गिरफ्तार किया है। बाइक बोट मामले के अभियुक्तों में से सचिन भाटी पुत्र रतन सिंह भाटी, पवन भाटी पुत्र रतन सिंह भाटी निवासीगण ग्राम चीती थाना दनकौर गौतमबुद्धनगर को नंगला नैन सुख गेट थाना दादरी गौतमबुद्धनगर व करणपाल सिंह पुत्र केहरी सिंह निवासी एफ 83 गंगा सागर डिफैन्स कालौनी थाना गंगानगर मेरठ को हापुड चुंगी गाजियाबाद से दबोच लिया गया। इनमें अभियुक्त करणपाल व सचिन भाटी उपरोक्त की गिरफ्तारी हेतु 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित था अभियुक्तो के विरुद्ध बाईक बोट से संबिंधत कई दर्जन मुकदमे पंजीकृत है। बाइक बोट घोटाले के मामले में अब ईओडब्ल्यू ने अपनी कार्रवाई तेज की है। कंपनी से जुड़े सभी खातों की जांच करने के साथ ही वह इस मामले में फरार चल रहे आरोपियों पर भी शिकंजा कस रही है। तीनों से ये टीमें पूछताछ कर रही हैं और संजय की पत्नी और कंपनी में अहम जिम्मेदारी निभाने वाली दीप्ती बहल के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है। एसटीएफ का प्रयास है कि वह दीप्ती को इस मामले में शीघ्र गिरफ्तार कर सके जिसे इस घोटाले की अहम कड़ी माना जा रहा है। उससे होने वाली पूछताछ में ही जांच एजेंसियों को यह पता लगने की संभावना है कि आखिर ठगी के हजारों करोड़ रुपये कहां पर खपाए गए। इस घोटाले में उनके साथ और कौन.कौन अहम लोग जुड़े हैं।