कानून रिव्यू/नई दिल्ली
नोटबंदी की सालगिरह है और 8 नवंबर 2016 को ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बडा धमाका कर नोटबंदी की थी। नोटबंदी को जहां आर्थिक सुधारों के परिदृश्य देखा गया था वहीं आम आदमी को बैंकों की लंबीं लाइनों लगना पड गया था एक फजीहत का दौर रहा। नोटबंदी के एक साल बाद सरकार बेशक काले धन पर प्रहार और आर्थिक सुधारों की बात कर रही हो मगर कारोबार जरूर सुस्त मंद हुआ है। इस नोटबंदी की प्रथम साल गिरह 8 नवंबर 2017 की पूर्व संध्या पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार को आडे हाथों लिया है और नोटबंदी को बगैर सोच समझे उठाया गया कदम बताया है।
8 नवंबर को नोटबंदी का एक साल पूरा हो रहा है और कांग्रेस मनाने वाली है काला दिवस
—————— पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि हमने नोटबंदी का असर जीडीपी पर देखा है। उन्होंने कहा कि हर एक परसेंट का मतलब 1.5 लाख करोड़ रुपये है। इसका अर्थ है कि देश में कितने लोगों की नौकरी चली गई, कितने उद्योग बंद हो गए? इसका एक और ट्रेजीडी यह रही कि मोदी सरकार ने इससे कुछ नहीं सीखा। किसान और छोटे व्यापारियों को इससे काफी परेशानी हुई और इसके बावजूद बिना प्लान के एक अधूरा जीएसटी गलत तरीके से लागू किया गया। इससे भी सबी को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की सोच टैक्स को सरल करना थी। एक टैक्स लाकर ताकि व्यापारियों और आम लोगों का भला हो, पर इस जीएसटी में ऐसा नहीं है। इस सरकार ने हमारी संसद के भीतर और निजी मुकालतों में हुईं बातें नहीं सुनी। जीएसटी छोटे कारोबारियों के लिए बुरे सपना जैसा बन गया है। नोटबंदी की तरह ही जीएसटी को लेकर भी बार.बार नियम बदलने से दिक्कत बढ़ी है। इससे टैक्स टेरिरिज्म बढ़ा है। उन्होंने कहा कि मैंने पंजाब में गरीबी देखी है,् पंजाब में बंटवारे का दंश झेला है, मेरे जीवन में कांग्रेस की नीतियां प्रभावकारी रहीं। हमने 140 मिलियन लोगों को गरीबी से निकाला किसी सरकार ने ये अचीव नहीं किया था। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी दो बड़े धमाके थे जो लाखों लोगों को गरीबी के दलदल में धकेल कर चले गए। गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रचार को मजबूती देने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आज अहमदाबाद में हैं माल एवं सेवा कर जिन्होंने जीएसटी तथा अन्य मुद्दों पर छोटे कारोबारियों को संबोधित किया। मनमोहन सिंह ऐसे समय में गुजरात दौरा कर रहे हैं जब 8 नवंबर को नोटबंदी का एक साल पूरा हो रहा है और कांग्रेस काला दिवस मनाने वाली है।