एस0टी0एफ0 का खुलासाःके0वाई0सी0 के लिए फर्जी आधार कार्ड, फर्जी वोटर आई0डी0 बनवाने के लिए स्थानीय विधायक एवं ग्राम प्रधानों के फर्जी लेटरपेड छापकर एवं फर्जी तरीके से मोहरे बनाकर उनका इस्तेमाल किया जाता था। इसके अतिरिक्त यह धोखाधड़ी करने वाला गैंग एक मल्टी लेवल मार्केटिंग कम्पनी, जिसका नाम अपना ‘मनीमैजिकमार्ट’ के नाम से पोंजी स्कीम चलाने की तैयारी कर रहें थे।
कानून रिव्यू/ग्रेटर नोएडा
————————–एस0टी0एफ0 की टीम ने बेरोजगार युवकों को नौकरी का झांसा देकर एटीएम के माध्यम से पैसा डलवा हडपने वाले गिरोह के तीन लोगों को दबोच लिया है। पकडे गए लोगों के कब्जे से एटीएम कार्ड,पास बुक, चैब बुक, मोबाइल सिम, मोबाइल, आधार कार्ड, पैन कार्ड और पेटीएम बार कोर्ड आदि सामान बरामद किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों से संयुक्त रूप से पूछताछ के उपरान्त यह भी प्रकाश में आया कि करीब ढाई वर्ष पूर्व यह लोग नौकरी डॉट कॉम से फर्जी कम्पनी बनाकर डेटा चोरी छिपे प्राप्त कर कस्टमर को फोन नौकरी दिलाने के नाम पर एकाउन्ट में पैसा ट्रान्सफर कराते थे और ये एकाउन्ट फर्जी आधार कार्ड, गलत नाम पते की वोटर आई0डी0 पर खोले जाते थे। फिर आवेदन करने वाले का डेटा प्राप्त होने के बाद कंडीडेट को नामी गिरामी कम्पनी जैसे टाटा ग्रुप आफ कम्पनीज, एप्पल, एलएंडटी के नाम के इन्टरव्यू लेटर भी भेजे देते थे और उसके उपरान्त पुनः आवेदनकर्ता को ज्वाइन के नाम पर और पैसा एकाउन्ट में डलवाते थे। बाद मे मोबाइल नम्बर को बन्द कर दिया जाता था। एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को विगत काफी दिनों से शातिर लोगों द्वारा जनता के लोगों के साथ धोखाधड़ी करके लोगों को नौकरी लगवाने का प्रलोभन देकर पैसा ‘पेटीएम’ में डलवाये जाने की सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थी। इस सूचना को विकसित करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 श्री अभिषेक सिंह द्वारा श्री राजीव नारायण मिश्र, अपर पुलिस अधीक्षक, श्री राजकुमार मिश्रा, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 फील्ड यूनिट नौएडा को निर्देशित किया गया था, जिसके अनुपालन में उप निरीक्षक श्री अक्षय पी0के0त्यागी, के नेतृत्व में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया। अभिसूचना संकलन, मुखबिर तथा छानबीन से द्वारा ज्ञात हुआ कि जनपद गाजियाबाद क्षेत्र में एक गैंग, जो नौकरी डाट काम नामक वेबसाईट पर नौकरी के लिए अपना बायोडाटा अपलोड करने वाले लोगों का डेटा नौकरी डॉट कॉम से फर्जी विभिन्न कम्पनियों के नाम पर लेकर फर्जी इन्टरव्यू लेटर तैयार कर भेजते हैं तथा उनसे सिक्योरिटी के नाम पर अपने विभिन्न पेटीएम खातों में पैसे डलवा लेते हैं तथा उन पैसों को दूसरे खातोे में डालकर तथा निकालकर इस्तेमाल करते हैं। एस0टी0एफ0 फील्ड यूनिट नौएडा की टीम मुखाबिर की सूचना पर छापेमारी करके इस कार्य के मास्टर माइंड प्रीतम सिंह सहित तीन अपराधियों को गिरफ्तार करके उनसे उपरोक्त बरामदगी करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
एस0टी0एफ0 ने गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान प्रीतम सिंह पुत्र धर्म सिंह निवासी डी-59, सेक्टर 16 मुरादाबाद मूल निवासी ग्राम सादपुर जनपद अमरोहा,इकरामुद्दीन उर्फ जलालू पुत्र अजरूद्दीन निवासी इस्माईल रोड असारतपुरा थाना गलशहीद जनपद मुरादाबाद और दलबीर सिंह पुत्र रामकुमार चौहान निवासी विकास नगर म0न0 163 निकट सैनी सीमेट लाइनपार मुरादाबाद के रूप में की है। इनके कब्जे से 48 विभिन्न बेंकों के ए0टी0एम0 कार्ड,38 पासबुक विभिन्न बैंकों की,15 चैक बुक विभिन्न बैंकों की,24 मोबाइल सिम,16 मोबाइल,11 आधार कार्ड,10 पेन कार्ड,200 फोटो,07 पेटीएम कार्ड, 04 पेटीएम बार कोर्ड,18 लेटर पेड,12 वोटर आईडी कार्ड, 02 ग्राम प्रधान की मोहर,29,200/- नकद,04 विभिन्न कम्पनियों के नाम नौकरी डॉट कॉम द्वारा दी गयी इनवाईस,02 अदद इन्टरव्यू लेटर एलएंडटी व टाटा ग्रुप ऑफ कम्पनीज और आक्सीजन इण्डिया सर्विस कम्पनी के कागजात आदि सामान बरामद किया गया है।
गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त प्रीतम सिंह, उम्र करीब 36 साल, ने एस0टी0एफ0 को पूछताछ में बताया कि वह बी0एस0सी0 एव बीएड की पढाई कर चुका है तथा नौकरी के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करके धन लेने का काम पिछले ढाई वर्षो से कर रहा है। बताया कि उसके इस गैंग में दलबीर, इकरामुद्दीन उर्फ जलालू भी शामिल हैं। इकरामुद्दीन उर्फ जलालू का काम फर्जी आई0डी0 पर सिम उपलब्ध कराना है, जिसमें बदले उसको प्रत्येक सिम पर रूपया 500/- मिलता है तथा दलबीर का कार्य विभिन्न बैंक के खातों से पैसा निकालकर लाभ कमाने वालें लोगों के एकाउन्ट मे पेटीएम के माध्यम से अथवा नकद उपलब्ध कराना होता है। गिरफ्तार अभियुक्तों से संयुक्त रूप से पूछताछ के उपरान्त यह भी प्रकाश में आया कि करीब ढाई वर्ष पूर्व यह लोग नौकरी डॉट कॉम से फर्जी कम्पनी बनाकर डेटा चोरी छिपे प्राप्त कर कस्टमर को फोन नौकरी दिलाने के नाम पर एकाउन्ट में पैसा ट्रान्सफर कराते थे और ये एकाउन्ट फर्जी आधार कार्ड, गलत नाम पते की वोटर आई0डी0 पर खोले जाते थे। फिर आवेदन करने वाले का डेटा प्राप्त होने के बाद कंडीडेट को नामी गिरामी कम्पनी जैसे टाटा ग्रुप आफ कम्पनीज, एप्पल, एलएंडटी के नाम के इन्टरव्यू लेटर भी भेजे देते थे और उसके उपरान्त पुनः आवेदनकर्ता को ज्वाइन के नाम पर और पैसा एकाउन्ट में डलवाते थे। बाद मे मोबाइल नम्बर को बन्द कर दिया जाता था। ज्ञात हुआ कि लगभग 06 माह पूर्व इन लोगों ने पेटीएम एकाउन्ट खोलने शुरू किये थे और फिर आवेदनकर्ताओं से नौकरी लगवाने के नाम पर पैसा पेटीएम के द्वारा विभिन्न बैंक खातों में ट्रान्सफर किया जाने लगा। पूछताछ में यह भी संज्ञान में आया है कि इन लोगो द्वारा के0वाई0सी0 के लिए फर्जी आधार कार्ड, फर्जी वोटर आई0डी0 बनवाने के लिए स्थानीय विधायक एवं ग्राम प्रधानों के फर्जी लेटरपेड छापकर एवं फर्जी तरीके से मोहरे बनाकर उनका इस्तेमाल किया जाता था। इसके अतिरिक्त यह धोखाधड़ी करने वाला गैंग एक मल्टी लेवल मार्केटिंग कम्पनी, जिसका नाम अपना ‘मनीमैजिकमार्ट’ के नाम से पोंजी स्कीम चलाने की तैयारी कर रहें थे। इनकी गिरफ्तारी से भविष्य में भारी संख्या में भोली भाली जनता को ठगी का शिकार बनने से रोका गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के संबंध में अन्य विस्तृत जानकारी की जा रही है।