फेसबुक आईडी हैकरों से नही बच पाए थे, डीसीपी ग्रेटर नोएडा जोन-3 राजेश कुमार सिंह भी
कानून रिव्यू/ग्रेटर नोएडा
फेसबुक आईडी हैक कर रूपये मांगने का खेल गौतमबुद्धनगर में जमकर चल रहा है। एक पत्रकार समेत चार लोगों की फेसबुक आईडी हैक कर पैसे मांगने का मामला प्रकाश में आया है। गुरूवार को एक पत्रकार और दो नेताओं की फेसबुक आईडी हैक कर पैसे मांगे जाने की बात सामने आई। वहीं चौथे व्यक्ति की भी फेसबुक आईडी हैक कर पैसे मांगे जाने का मामला सामने आ रहा है। इन मामलों से पता चलता है कि गौतमबुद्धनगर में हैकर छुपे बैठे हुए हैं और मौके हाथ लगते ही इस तरह की हरकते कर बैठते हैं। इन हैकरों से स्वयं पुलिस कमिश्नरेट के ग्रेटर नोएडा जोन-3 के डीसीपी राजेश कुमार सिंह भी नही बच पाए थे। गत माह डीसीपी राजेश कुमार िंसंह की भी फेसबुक आईडी हैक कर पैसे मांगे जाने के मामले का खुलासा हुआ था। उस समय पुलिस ने इस धंधे में युवक को दबोच कर मामला पर्दाफाश किया था। अब ताजा मामलों की बात करें तो पता चलता है कि ग्रेटर नोएडा में ही तीन लोगों की फेसबुक आईडी हैक कर ली गई। इनमें दो नेता है और एक पत्रकार हैं। दादरी विधानसभा के बसपा प्रभारी नरेंद्र डाढा इस घटना के शिकार हुए हैं। नरेंद्र डाढा को उस समय पता चला जब उनके किसी मित्र ने बताया कि आखिर उन्हें पैसे की क्या जरूरत पड गई। इस पर नरेंद्र डाढा अवाक रह गए और उन्होंने अपने मित्र से कहा कि उन्होंने तो किसी से भी कोई पैसे नही मांगे। आखिर पूरा मामला समझ में आ जाने पर दादरी विधानसभा बसपा प्रभारी नरेंद्र डाढा ने मामले की शिकायत पुलिस से की। दूसरी घटना भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष मुकेश नागर के साथ हुई। दुजाना गांव निवासी व भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष मुकेश नागर का ग्रेटर नोएडा में व्यवसाय है और वे परिवार के साथ ग्रेटर नोएडा मेंं ही रहते हैं। पूर्व भाजपा जिला उपाध्यक्ष मुकेश नागर ने बताया कि गुरूवार को उन्हें पता चला कि उनकी फेसबुक आईडी हैक कर ली गई है और उनके जानकार लोगों और मित्रों से पैसे मांगे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके एक मित्र का फोन आया कि मैसेंजर पर पहले 30000 रूपये मांगे गए और फिर करते करते हैकर 5000 पर आ गया। शक होने पर मुकेश नागर के मित्र ने उन्हें फोन लगाया। पूर्व भाजपा जिला उपाध्यक्ष मुकेश नागर ने भी इस मामले की शिकायत पुलिस से की है। तीसरी घटना ग्रेटर नोएडा के पत्रकार कैलाश चंद के साथ घटी। पत्रकार कैलाश चंद को उनके मित्रों ने फोन करके पूछा कि क्या वह किसी दिक्कत में हैं। इस पर पत्रकार कैलाश चंद ने पहले तो यह समझा कि उनके पत्र मजाक में यह कह रहे हैं। मगर जब उनके मित्र ने पूरी बात बताई कि उनके फेसबुक मैसेंजर से पैसे मांगे जा रहे हैं तो उन्हें पूरी घटना की जानकारी हुई। पत्रकार कैलाश चंद ने बताया कि इस पूरे मामले की शिकायत करने के लिए वह थाना बीटा-2 जा रहे हैं। चौथी घटना में भी इसी प्रकार मैसेंजर से पैसे मांगे जाने की खबर आई है। इस बारे में एडीश्नल डीसीपी ग्रेटर नोएडा जोन-2 विशाल पांडे का कहना है कि इस तरह के मामले अभी उनके संज्ञान में नही है। हो सकता है कि इस तरह के मामले साईबर सेल को भेज दिए गए हों। फिर भी थाने से पता करते हैं, यदि ऐसा है तो निश्चित कार्यवाही अमल में लाते हुए साईबर अपराधियों को दबोच मामलों का खुलासा कर दिया जाएगा।