आतंकवादी हमले के सिलसिले में पुलिस ने 7 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की
आतंकी आदिल ऊर्फ वकास
कानून रिव्यू/नई दिल्ली
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में जवानों की शहदात से पूरे देश में लोगों के अंदर उबाल जैसी स्थिति है। जगह जगह लोग कैंडल मार्च और संवदेना रैली निकाल हर एक ही मांग कर रहे हैंं कि आंतकी और आंतकियों को सरंक्षण दे रहे देशों का पूरा तरह से सफाया कर दिया जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को भरोसा दिलाया है कि आंतकी चाहें जहां छिप जाए उन्हें सजा हर हाल में मिलेगा और इसके लिए सैन्य बलों को सभी आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं। वहीं दूसरे दिन आतंकवादी हमले के सिलसिले में पुलिस ने सात लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने आत्मघाती हमले की योजना से जुड़े होने के संदेह में इन युवकों को पुलवामा और अवंतीपुरा से हिरासत में लिया। इन संदिग्धों को हिरासत में लेने के बाद इनसे पूछताछ की जा रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि हमले की साजिश पुलवामा के त्राल में रची गई थी। अपनी तरह के इस
पहले आतंकी हमले में जैश.ए.मोहम्मद के आतंकवादी ने विस्फोटक से लदे वाहन को सीआरपीएफ की बस से टकरा दिया था। कहा जा रहा है कि पूरे हमले की योजना एक पाकिस्तानी नागरिक कामरान ने बनाई थी जो जैश ए मोहम्मद का सदस्य है। कामरान दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, अवंतीपुरा और त्राल इलाके में सक्रिय है। शुरुआती जांच के अनुसार दक्षिण कश्मीर के त्राल इलाके के मिदूरा में आतंकी हमले की योजना बनाई गई।् पुलिस जैश के एक अन्य स्थानीय सक्रिय सदस्य की तलाश कर रही है जो विस्फोटकों की व्यवस्था में मददगार बना, बाद में जैश ने काफिले पर फिदायीन हमला करने वाले आतंकी आदिल ऊर्फ वकास का वीडियो जारी किया। वीडियो में दक्षिण कश्मीर के काकपोरा के रहने वाले वकास जैश के झंडे के आगे बैठा हुआ दिख रहा है। उसके आगे ग्रेनेड और अत्याधुनिक राइफलें रखी हुई हैं।् वीडियो की शुरुआत करते हुए वह कहता है जब तक यह वीडियो आप लोगों तक पहुंचेगा उस समय मैं जन्नत में मजे लूट रहा होऊंगा। मैंने जैश ए मोहम्मद में आतंकी के रूप में एक साल बिताया और यह मेरा कश्मीर के लोगों के लिए आखिरी मैसेज है। गौरतलब है कि 14 फरवरी 2019 को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक जवान 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। जिनमें से ज्यादातर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद वापस लौट रहे थे। जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में लाटूमोड पर इस काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया और जिसमें 42 जवानों की शहादत के बाद देश भर में गम और गुस्से का माहौल है।् इस फिदायीन हमले के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं। पूरा देश शहीदों के परिजनों के साथ इस दुख की घड़ी में खड़ा और मदद कर रहा है।