जिले के एक छोर पर नोएडा में पुलिस कमिश्नर कार्यालय का विरोध शुरू
जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने लोगों की बात पर सहमति जताते हुए पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह से बात की
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर
पुलिस कमिश्नरी सिस्टम गौतमबुद्धनगर में आसित्व में आ तो गया मगर अब कमिश्नर के बैठने को लेकर उहपफोह की स्थिति पैदा हो गई है। पुलिस कमिश्नर अलोक सिंह के नोएडा के सेक्टर-108 में बैठने की खबर से यहां ग्रेटर नोएडा, दादरी, दनकौर और जेवर के लोगों में नाराजगी है। ग्रेटर नोएडा, जिले का केंद्र बिंदु है और वहीं दूसरी ओर यहां पर इंडिया एक्सपो मॉर्ट और यमुना सिटी में फॉर्मला वन रेसिंग ट्रेक तथा जेवर एयरपोर्ट परियोजना को लेकर और भी महत्व बढ जाता है। इसके साथ यहां पर आधा दर्जन यूनिवर्सिटी होने नाते एक मेगा एजुकेशन हब भी है। एसएसपी ऑफिस सूरजपुर में करोडों की लागत पहले ही बनाया जा चुका है जहां पुलिस कप्तान बैठते रहे हैं। इस सूरजपुर जिला मुख्यालय से जेवर, दादरी जारचा, नोएडा, जेवर और जहांगीरपुर समान दूरी पर है जहां के लिए सार्वजनिक यातायात की सुविधा भी उपलब्ध है। आम आदमी का सूरजपुर तक पहुंचाना बेहद आसान है। वहीं इसके उलट प्रस्तावित नोएडा सेक्टर-108 पुलिस कमिश्नर कार्यालय के लिए यह तमाम सुविधाएं मयस्सर नही है। जिले के दूर दराज इलाकों से लोगों का वहां तक पहुंचाना बेहद टेढी खीर साबित होगा। यही कारण है कि जिले के एक छोर पर नोएडा में पुलिस कमिश्नर कार्यालय का विरोध शुरू हो चुका है। वकीलों से लेकर कई संगठनों ने नोएडा में कमिश्नर कार्यालय का खुला विरोध शुरू कर दिया है। पुलिस कमिश्नर को मजिस्ट्रेट पावर मिल जाने के कारण प्रशासनिक व्यवस्था के लिए आम लोगों को कमिश्नर से मिलने की ज्यादा जरूरत होगी और वहीं सूरजपुर से वकीलों को पैरवी के लिए नोएडा के चक्कर काटने होंगे। इससे लोगों को न्याय मिलना देरी ही बल्कि बेहद खर्चीला भी हो जाएगा। पुलिस कमिश्नर कार्यालय नोएडा में बनाए जाने का विरोध कर रहे लोगों ने जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह से मुलाकात कर अपनी बात रखी। जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने लोगों की बात पर सहमति जताते हुए पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह से बात की कि पुलिस कमिश्नर कार्यालय जिले के एक छोर पर बनाने के बजाय ग्रेटर नोएडा में ही पहले से निर्मित सूरजपुर मुख्यालय पर स्थापित किया जाना जनहित में होगा। विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने लोगों को आश्वस्त किया कि मुख्यमंत्री को भी पत्र लिख कर इस मामले से अवगत कराया जाएगा और पुलिस कमिश्नर कार्यालय ग्रेटर नोएडा में ही स्थापित किए जाने की मांग की जाएगी। वहीं कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन सूरजपुर के पूर्व अध्यक्ष राजकमार नागर ने कानून रिव्यू को बताया कि जिले में पुलिस कमिश्नरी प्रणाली आने का सबसे ज्यादा नुकसान देहात को होने जा रहा है। इससे तो पहले ही अच्छा था कम से कम पुलिस कप्तान सूरजपुर स्थित पुलिस मुख्यलय में बैठते थे और जहां से पूरे जिले को हैंडिल किया जाता है मगर यह क्या वैसे पुलिस कमिश्नरी और पूरा पुलिस अमला एक छोर पर बैठ कर कैसे जिले को चला पाएगा। जब कि सूरजपुर स्थित हैड ऑफिस एक दिखावा बनकर रह जाएगा और जनता को दोहरी मार झेलनी पडेगी। उन्होंने कहा कि यदि कमिश्नर नोएडा का मोह नही छोड पाते हैंं तो जनहित की अनदेखी होगी और साथ ही इससे कानून व्यवस्था पटरी पर आने के बजाय लोगों के लिए कई तरह की दिक्कत बढेंगी।
पुलिस कमिश्नरी की सुस्त चाल जिले के थानों को संभालेंगे 10 एसीपी
सेंट्रल नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एसीपी का टोटा, तीन को दिया गया अतिरिक्त प्रभार
गौतमबुद्धनगर में पुलिस कमिश्नरी प्रणाली बेशक शुरू हो गई है मगर यहां अभी पुलिस का टोटा ही बना हुआ है। पुलिस कमिश्नर कार्यालय की ओर से पहले पूरे क्षेत्र को जीन जोनों में बांटते हुए कार्य का बंटवारा किया गया था। जिसमें जोन इंर्चाज डीसीपी और हर डीसीपी के अंडर एक एडीश्नल एसीपी की तैनाती की गई थी। जोन वन और जोन टू के अंडर 3-3 एसीपी की तैनाती की भी गई थी। इनमें हर एसीपी का 2-2 थाने दिए गए थे। मगर जोन थर्ड में 4 एसीपी के पद सृजित किए गए थे जिनमें एसीपी-1,2 और एसीपी-4 को भी 2-2 थाने दिए गए थे। मगर जोन थर्ड के एसीपी-3 को 3 थाने जिनमें थाना कासना, थाना ईकोटेक और थाना दनकौर दिए गए थे। मगर पुलिस कमिश्नरी बनाने की घोषणा के एक सप्ताह बाद यहां पर पुलिस का टोटा ही दिखाई पड रहा है। सोमवार 20 जनवरी 2020 को पुलिस कमिश्नर कार्यालय से एक सूची फिर जारी की गई है। जिसमें पूरे जिले को तो फिर 10 सर्किल में बांटा गया है मगर इन 10 सर्किल के लिए अभी एसीपी की तैनाती पूरी नही हो पाई है। नीचे दी गई सूची पर यदि गौर करें तो पता चलता है कि नोएडा रेंज के लिए 3 एसीपी हैं। मगर दूसरे रेंज सेंट्रल नोएडा में एसीपी का टोटा है। यहां पर थाना फेस-2 और थाना फेस-3 एसीपी तनु श्री उपाध्याय के पास रहेंगे। जब कि बिसरख और बादलपुर एसीपी राजीव कुमार के पास रहेंगे। एसीपी 3 का कार्यक्षेत्र थाना ईकोटेक-3 और सूरजपुर रहेगा। एसीपी-3 का अतिरिक्त प्रभार भी एसीपी-2 राजीव कुमार को ही दिया गया है। इसी प्रकार जोन थर्ड ग्रेटर नोएडा में अभी 2 ही एसीपी हैं जब कि थानों की संख्या पूरे 9 है। इनमें एसीपी-1 के जिम्मे बीटा-2 और नॉलेज पार्क शहर के महत्वपूर्ण थाने रहेंगे। जब कि एसीपी-2 के अंडर दादरी और जारचा थाना आएंगे। एसीपी-2 के पद पर सतीश कुमार की तैनाती की गई है। एसीपी-2 सतीश कुमार ही एसीपी 1 के दोनों महत्वपूर्ण थानों का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे। इसी प्रकार एसीपी-3 के अंडर में थाना ईकोटेक वन, थाना कसाना और थाना दनकौर आंएंगे। एसीपी-4 के अंडर थाना रबूपुरा और थाना जेवर आएंगे। एसीपी-4 के पद पर शरद चंद शर्मा की तैनाती की गई है। एसीपी-3 के पद पर किसी तैनाती न हो पाने की वजह से अतिरिक्त प्रभार एसीपी-4 शरदचंद शर्मा को दिया गया है।