गौतमबुद्धनगर में लोगों को पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था देने और स्मार्ट पुलिसिंग पहली प्राथमिकता होगीः सिंह
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने सूरजपुर स्थित पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंच कार्यभार संभाला
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’ गौतमबुद्धनगर
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर और लखनऊ में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू हो जाने के बाद बुद्धवार आज पुलिस कमिश्नरों ने पदभार संभाल लिया है। बुद्धवार को 12 बजे गौतमबुद्धनगर में आलोक सिंह ने और वहीं लखनऊ में सुजीत पांडे ने पुलिस कमिश्नर का पदभार ग्रहण कर लिया। इस प्रकार इन दोनों शहरों में अब पुलिस कमिश्नर सिस्टम अपने मूर्तरूप में आ गया। पुलिस कमिश्नर सिस्टम के आ जाने से अब यहां की प्रशासनिक संरचना में आमूल चूल परिवर्तन देखने को मिलेगा। डीएम अब डीएम नही रह पाएंगे यानी डीएम की मजिस्ट्रेट पावर खत्म हो गई है। इसलिए अब डीएम का पद डिप्टी कमिश्नर हो जाएगा जो रैवन्यू और सरकार द्वारा संचालित विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं को ही देख पाएंगे। वहीं गौतमबुद्धनगर में तीन तीन विकास प्राधिकरण हैं। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास प्राधिकरण में पहले एसएसपी बैठकों में हिस्सा लेने के लिए जाया करते थे मगर अब यदि कानून व्यवस्था का मसला होगा और बैठक कमिश्नर ऑफिस में होगी तो प्राधिकरण के सीईओ तक को आना होगा। साथ ही पुलिस कमिश्नर के स्तर से भेजे गए प्रस्तावों को भी प्रधिकरण गंभीरता लेंगे। गौतमबुद्धनगर के पहले पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने बुद्धवार को 12 बजे सूरजपुर स्थित पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंच कर कार्यभार संभाल लिया। पत्रकारों से मुखातिब होते हुए पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने कहा कि गौतमबुद्धनगर में लोगों को पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था देने और स्मार्ट पुलिसिंग पहली प्राथमिकता होगी। गौतमबुद्धनगर के बड़े गैंगस्टर पर अब और भी ज्यादा प्रभावी तरीके से कार्रवाई होगी। पुलिस सेवा में बेहतर अनुभव रखने वाले अधिकारियों को गौतमबुद्धनगर में पोस्ट किया गया है। जिले में पुलिसकर्मियों की संख्या में खासा इजाफा किया गया है। वहीं समीक्षा के बाद काम के आधार पर थाने का चार्ज’ मिलेगा।
गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नर सिस्टम में ऐसे होगी पुलिसकर्मियों की कमी पूरी
गौतबुद्धनगर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम हो जाने के बाद अब पुलिसकर्मियों का कोई टोटा नही होगा। शासन ने जिले में 1,600 नए पुलिसकर्मियों को तैनाती दी है। इनमें कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर रैंक तक के कर्मी शामिल हैं। अगले कुछ दिनों में और पुलिसकर्मी भेजे जाएंगे। जिले में पुलिकर्मियों की संख्या बढ़ाकर करीब 8,000 किए जाने का अनुमान है। इससे हर चौराहे पर पुलिस तैनात होगी। अभी गौतमबुद्ध नगर के 22 थानों और पुलिस लाइन में 3,900 पुलिसकर्मी हैं। इनमें 2,000 कांस्टेबल, 1,000 हेड कांस्टेबल, 400 महिला सिपाही, 450 सब इंस्पेक्टर और 50 इंस्पेक्टर शामिल हैं। अब यह संख्या बढ़ाकर करीब 8,000 होने जा रही है। मंगलवार को शासन ने 1,600 नए पुलिसकर्मियों की तैनाती का आदेश जारी कर दिया। सूत्रों की मानें तो अब प्रत्येक थाने में तीन इंस्पेक्टर तैनात होंगे। इनमें एक एसएचओ, एक ज्वाइंट एसएचओ और एक सहायक एसएचओ होंगे। दिल्ली की तरह आठ.आठ घंटे की शिफ्ट में पुलिस काम करेगी। इसके अलावा यातायात पुलिस, अग्निशमन विभाग और जेल में भी कर्मचारियों.अधिकारियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। वहीं दूसरी ओर अब 38 राजपत्रित अधिकारी रहेंगे, इन 38 राजपत्रित अधिकारियों की तैनाती आदेश किया गया है। इनमें 10 आईपीएस और 28 पीपीएस अफसर शामिल हैं। इनमें सबसे ज्यादा 17 अधिकारी पुलिस उपाधीक्षक स्तर के हैं। नई व्यवस्था में इनका पद सहायक पुलिस आयुक्त होगा। यहां दो नए थाने खोलने की घोषणा की गई है। इनमें एक थाना नोएडा में और दूसरा ग्रेटर नोएडा में खोला जाएगा। इनके अलावा 5 नए थाने खोलने का प्रस्ताव शासन में विचाराधीन है। नोएडा में बनने वाले नए थाने का नाम फेज.1 और ग्रेटर नोएडा में बनने वाले नए थाने का नाम सेक्टर.142 होगा। ट्रैफिक पुलिस की बात करें तो अब यहां पर 900 पुलिसकर्मी होंगे। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वाहनों की संख्या, वीआईपी आगमन और ऑफिस की ड्यूटी के हिसाब से ट्रैफिक पुलिस को अभी तक 750 पुलिसकर्मियों की जरूरत थी। यह प्रस्ताव करीब सात साल से लंबित है। करीब 250 पुलिसकर्मी ट्रैफिक पुलिस को मिले। इनमें 6 यातायात निरीक्षक, 7 दरोगा, 32 हेड कांस्टेबल ;प्रोन्नत, 70 हेड कांस्टेबल और 310 कांस्टेबल हैं। अब जिले में ट्रैफिक पुलिस को भी 750 के मुकाबले 900 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। अब ट्रैफिक पुलिस में डीसीपी, एडीसीपी और एसीपी स्तर के अधिकारियों की मजबूत टीम होगी। इससे यहां पुलिसिंग दिल्ली जैसी हो जाएगी। गौतमबुद्धनगर के लोगों को यातायात नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। अब चौराहे पर पुलिसकर्मी खड़े दिखाई देंगे। ट्रैफिक नियमों का उलंघन करने वालों के साथ सख्ती की जाएगी। उनमें नियम पालन के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
डिस्ट्रक्टि मजिस्ट्रेट अब डिप्टी कमिश्नर कहलाएंगे
गौतमबुद्धनगर और लखनऊ में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू से अब यहां के जिला मजिस्ट्रेट के अधिकारों में कटौती कर दी गई है। लिहाजा दोनों जिलों में डिस्ट्रक्टि मजिस्ट्रेट के पद बदलकर डिप्टी कमिश्नर किए जा रहे हैं। यह प्रस्ताव सरकार को भेज दिया गया है। जल्द ही इस पर मुहर लग जाएगी। पुलिस रेगुलेशन एक्ट सीआरपीसी और आईपीसी में जो शक्तियां तहसीलदार, उपजिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी और जिलाधिकारी को दी गई थीं। अब वह सारी शक्तियां सहायक पुलिस आयुक्त, उपपुलिस आयुक्त, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त और पुलिस आयुक्त को दी गई हैं। ऐसे में जिला मजिस्ट्रेट के पद के कोई मायने नही होंगे। इसलिए इन जिलों में जिला मजिस्ट्रेट के पद को उपायुक्त के नाम से सरकार अधिसूचित करेगी।
अथॉरिटी की नजर में पुलिस महकमें का बढ जाएगा कद
गौतमबुद्धनगर जिले में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना जैसी तीन तीन अथॉरिटीज हैं। इन अथॉरिटी में सीनियर आईएएस की पोस्टिंग सीईओ पद पर होती हैं। यही कारण था कि एसएसपी की ओर से आने वाले प्रस्तावों को अथॉरिटी अधिकारी गंभीरता से नहीं लेते थे। अब एडीजी स्तर से प्रस्ताव आने पर संबंधित प्रस्तावों पर जल्द मुहर लग सकेगी। यही नहीं ऐसे में बैठक के लिए एसएसपी को अथॉरिटी ऑफिस जाना पड़ता था। सूत्रों की मानें तो अब एडीजी की ओर से बुलाई जाने वाली बैठक में अथॉरिटी के सीईओ स्तर तक के अधिकारी को भी आना होगा। जब कि यदि अथॉरिटीज चेयरमैन बैठक बुलाएंगे तो एडीजी को भी अथॉरिटीज ऑफिस जाना होगा।
गौतमबुद्ध नगर की पुलिसिंग की ऐसी होगी सरंचना
पुलिस आयुक्तः- आलोक कुमार
दो अपर पुलिस आयुक्त
श्रीपर्णा गांगुलीः- क्राइम एंड हेडक्वार्टर
अखिलेश कुमारः-लॉ एंड ऑर्डर
सात पुलिस उपायुक्त
नितिन तिवारी, हरीश चंद्र, वृंदा शुक्ला, संकल्प शर्मा, डा0 मीनाक्षी कात्यान, राजेश एस राजेश कुमार सिंह
नौ अपर पुलिस उपायुक्त
1 स्टाफ आफिसर, 3 परिक्षेत्र, 1 कानून व्यवस्था, 1 अपराध, 1 यातायात, 1 मुख्यालय, 1 अभिसूचना व सुरक्षा
17 सहायक पुलिस आयुक्त
10 क्षेत्र, 1 कानून व्यवस्था, 1 अपराध, 1 यातायात, 1 पुलिस लाइन, 1 लेखा व कार्यालय, 2 महिला अपराध
दो अधिकारी
1 सहायक रेडियो अधिकारी, 1 मुख्य अग्निशमन अधिकारी