तेलगी ने एक स्टांप वेंडर के तौर पर कारोबार शुरू किया था। जांच में उसके 18 शहरों में 123 बैंक अकाउंट्स की जानकारी मिली थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक मौत की वजह मल्टीपल ऑर्गन फैल्योर है। तेलगी को 2001 में अजमेर से गिरफ्तार किया गया था। तब से वो जेल में था। उसे डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी। कोर्ट ने उसे फर्जी स्टांप पेपर घोटाले में 30 साल की सजा सुनाई थी। वो बेंगलुरु के पाराप्पाना अग्रहारा सेंट्रल जेल में सजा काट रहा था। कई दिनों से तेलगी वेंटिलेटर पर था।
जांच के दौरान कुछ नेताओं और पुलिस अफसरों के नाम भी सामने आए
- कनून रिव्यू/बेंगलुरु
फर्जी स्टांप पेपर घोटाले में 30 साल की सजा काट रहे अब्दुल करीब तेलगी की मौत हो गई है। तेलगी ने एक स्टांप वेंडर के तौर पर कारोबार शुरू किया था। जांच में उसके 18 शहरों में 123 बैंक अकाउंट्स की जानकारी मिली थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक मौत की वजह मल्टीपल ऑर्गन फैल्योर है। तेलगी को 2001 में अजमेर से गिरफ्तार किया गया था। तब से वो जेल में था। उसे डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी। कोर्ट ने उसे फर्जी स्टांप पेपर घोटाले में 30 साल की सजा सुनाई थी। वो बेंगलुरु के पाराप्पाना अग्रहारा सेंट्रल जेल में सजा काट रहा था। कई दिनों से तेलगी वेंटिलेटर पर था। इसी साल जुलाई में बेंगलुरु की डीआईजी ;जेल डी रूपा ने कहा था कि जेल में तेलगी को स्पेशल ट्रीटमेंट ;विशेष सुविधाएं दी जाती है। रूपा ने कहा था कि तेलगी को मसाज के लिए तीन या चार लोग दिए गए। रिपोर्ट् के मुताबिक तेलगी एचआईवी पॉजिटिव भी था। उसका इलाज चल रहा था।
जाली स्टांप को हैवी डिस्काउंट पर बेचता था
……………………………………………………… तेलगी ने कर्नाटक के खानपुर रेलवे स्टेशन पर एक वेंडर के तौर पर कारोबार शुरू किया था। 1993 में भी उसे धोखाधड़ी के एक छोटे मामले में सजा हुई थी। कई साल बाद उसे हजारों करोड़ रुपए के फेक स्टांप पेपर घोटाले का मास्टर माइंड बताया गया। अजमेर से उसकी गिरफ्तारी हुई। स्टांप पेपर घोटाला 1993 से 2002 के बीच हुई। वो जाली स्टांप्स को हैवी डिस्काउंट पर बेचता था। देशभर में उसके कई एजेंट्स थे जो कमीशन पर काम करते थे। 2001 में जब उसकी गिरफ्तारी हुई तो कुछ और लोगों की गिरफ्तारी भी हुई। जांच के दौरान कुछ नेताओं और पुलिस अफसरों के नाम भी सामने आए। तेलगी के खिलाफ 11 राज्यों में करीब 40 केस दर्ज किए गए थे।
123 बैंक अकाउंट्स सामने आए
……………………………………… जांच एजेंसियों ने देशभर में तेलगी की 36 प्रॉपर्टीज का पता लगाया। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई और इंदौर जैसे करीब 18 बड़े शहरों में उसके 123 अकाउंट सामने आए। जांच में पता लगा कि तेलगी की वजह से देश में स्टांप की फर्जी किल्लत का जाल बुना गया था। गैर कानूनी रूप से स्टांप प्रिंट कराने के बाद तेलगी इन्हें बैंक, इंश्योरेंस कंपनियों और स्टॉक ब्रोकर को बेचता था।