मेरठ एसटीएफ व ईओडब्लू ने बाइक बोट फ्रॉड में रविंद्र व उसकी पत्नी रेखा रॉय को लुधियाना से गिरफ्तार किया
कानून रिव्यू/गौतमबुद्धनगर
मेरठ एसटीएफ व ईओडब्लू ने बाइक बोट फ्रॉड में रविंद्र व उसकी पत्नी रेखा रॉय को शुक्रवार को लुधियाना से गिरफ्तार किया था। इन दोनों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। मेरठ एसटीएफ व ईओडब्लू की टीमें उन्हें लेकर दादरी थाने पहुंची। यहां कागजी कार्रवाई पूरी हुई। दूसरे दिन ईओडब्लू ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। यहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में उन्हें जिला कारागार में भेज दिया गया है। एसटीएफ डीएसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि रविंद्र.रेखा बाइक बोट कंपनी जीआईपीएल में एडिशनल डायरेक्टर थे। दोनों पर पंजाब प्रांत की जिम्मेदारी थी। पंजाब के लाखों लोगों के करोड़ों रुपये उन्होंने बाइक बोट में लगवाए। कंपनी मालिक संजय भाटी ने दंपति को खुश होकर जगुआर गिफ्ट की थी। यह गाड़ी जालंधर स्थित घर पर खड़ी हुई है। डीएसपी ने बताया कि बाइक बोट से प्राप्त हुए कमीशन से ठग दंपति ने जालंधर व लुधियाना की पॉश कॉलोनियों में दो कोठियां खरीदी। इनकी कीमत भी करोड़ों में है। डीएसपी ने बताया कि सेना में हवलदार से रिटायर रविंद्र ने कभी दाढ़ी नहीं रखी। इसकी पुष्टि उसके फेसबुक अकाउंट से होती है लेकिन गिरफ्तारी के वक्त रविंद्र ने लंबी दाढ़ी रखी हुई थी। पूछताछ में उसने बताया कि पुलिस से बचने के लिए हुलिया बदल रखा था। ईओडब्लू को पूछताछ में रविंद्र ने बताया कि बाइक बोट का सारा लेखा.जोखा करणपाल और वीरेंद्र के पास था। दोनों पहले ही जेल जा चुके हैं। रविंद्र के अनुसार कंपनी निदेशक संजय भाटी कहता था कि उसने अपने बेटे गर्वित के नाम पर यह कंपनी बनाई है। गर्वित इस दुनिया में नहीं है। वह ऐसा कोई काम नहीं करेगा, जिससे मृत बेटे के नाम को कोई ठेस पहुंचे।