कानून रिव्यू/उत्तर प्रदेश
हाथरस गैंगरेप मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कर दी है। खबर है कि सीएम योगी के आदेश के बाद सीबीआई जांच की सिफारिश की गई है। दलित युवती के साथ गैंगरेप और उसके बाद हुई उसकी मौत के मामले की जांच पहले से ही एसआईटी कर रही है। राज्य सरकार ने इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का फैसला लिया था। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद राज्य सरकार ने अब इस केस को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है। गौरतलब है कि 14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक दलित युवती के साथ हैवानियत की घटना सामने आई थी। पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप की धारा में मामला दर्ज कर लिया था। इस मामले में चारों आरोपी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में हैं। घटना के बाद पीड़िता कई दिनों तक बेसुधी के हालत में रही। तबीयत बिगड़ने के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां पर गत 29 सितंबर-2020 को उसकी मौत हो गई। मौत के बाद पीड़िता के शव को लेकर परिजन उसी दिन हाथरस चले गए। यहां पर उसी रात पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि अंतिम समय में अपनी बच्ची को देखने नहीं दिया गया और प्रशासन ने पुलिसिया पहरेदारी में रात 2.30 बजे अंतिम संस्कार कर दिया। जब सूनसान आधी रात में पीडिता की जलती हुई मीडिया की सुर्खियां बनी तो पूरे देश में आक्रोश पैदा हो गया और स्थानीय प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गए। वहीं विरोध बढ़ता देख सरकार ने एसआईटी जांच बिठा दी। गत 2 अक्टूबर-2020 की शाम 4 बजे तीन सदस्यीय एसआईटी ने मामले में अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सीएम योगी आदित्यनाथ को दे दी। शुरुआती जांच में लापरवाही पाए जाने के बाद यूपी सरकार ने हाथरस एसपी, डीएम समेत कई पुलिस अफसरों के खिलाफ निंलबन की कार्यवाही की। किंतु इन सबके बावजूद देशव्यापी विरोध प्रदर्शन थमता न देखते हुए अब उत्तर प्रदेश सरकार ने मामले की जांच को सीबीआई को सौंपने का फैसला लिया है।
हाथरस पहुंचे राहुल गांधी और प्रियंका ने कहा कि अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे
राहुल गांधी आज शनिवार शाम को हाथरस पहुंचे और पीड़िता के परिवार से बात की। उनके साथ प्रियंका गांधी और कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल मौजूद थे। बंद कमरे में राहुल पीड़िता के परिजन से लगभग एक घंटे तक बात की। इस बीच प्रियंका पीड़िता की मां के कंधे पर हाथ रखे और गले लगाते नजर आईं। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि हम अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे और परिवार न्यायिक जांच चाहता है। उन्होंने कहा कि पीड़िता का परिवार बच्ची का चेहरा तक नहीं देख पाया था। परिवार की कुछ मांगे हैं। वे एक न्यायिक जांच चाहते हैं। इसके अलावा उन्होंने सुरक्षा की मांग की है। हाथरस के लिए निकले राहुल और प्रियंका के काफिले को फिर दूसरी बार नोएडा में आज शनिवार को पुलिस ने रोक लिया था। काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने पांच लोगों के साथ राहुल गांधी को हाथरस जाने की अनुमति दे दी थी। वहीं कांग्रेस के अन्य नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे और रणदीप सुरजेवाला को पुलिस ने जाने से रोक दिया था। वहीं लखनऊ में यूपी कांग्रेस चीफ अजय लल्लू को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। उधर केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने राहुल के हाथरस दौरे को पॉलिटिकल स्टंट करार दिया तो वहीं योगी के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने निशाना साधते हुए कहा कि राहुल और प्रियंका ने हाथरस को टूरिस्ट स्पॉट बना दिया है।