भयमुक्त शासन देने का नारा दे सत्ता में आई योगी सरकार कानून व्यवस्था पर नही, जीत पाई जनता का दिल
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- मौहम्मद इल्यास-’दनकौरी’/कानून रिव्यू
———————————– —-उत्तर प्रदेश की महंत योगी आदित्यनाथ सरकार भयमुक्त शासन का नारा देते हुए सत्ता में आई थी। जब 19 मार्च 2017 को योगी आदित्यनाथ ने सूबे के 21वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली तब शायद यूपी की जनता को भरोसा हो गया कि अब प्रदेश में अपराध का खात्मा निश्चित रूप से होकर रहेगा। योगी सरकार एक्शन में आई और ताबड़तोड़ फैसले लिए गए। महिला सुरक्षा के दावों पर योगी सरकार ने एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन किया लेकिन यह स्क्वॉड अपने काम के तौर.तरीकों को लेकर विवादों में ही घिरा रहा।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक हत्या और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे सर्वाधिक मामले वर्ष 2016 में उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए। एनसीआरबी की रिपोर्ट क्राइम इन इंडिया.2016 के आंकडों पर गौर करें तो उत्तर प्रदेश में हत्या की घटनाएं सबसे ज्यादा हुईं। यहां हत्या की 4,889 घटनाएं हुईं जो ऐसे कुल मामलों का 16.1 फीसदी है। उत्तर प्रदेश के बाद पिछले वर्ष हत्या की सबसे ज्यादा 2,581 8.4 फीसदी घटनाएं बिहार में दर्ज की गईं। वर्ष 2016 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के कुल मामलों में से 14.5 फीसदी 49,262 मामले उत्तर प्रदेश में हुए जिसके बाद 9.6 फीसदी यानी 32,513 मामलों के साथ पश्चिम बंगाल रहा। वर्ष 2015 के मुकाबले देश में रेप की घटनाएं 12.4 फीसदी बढ़ गईं। आंकड़ों के मुताबिक रेप के मामले सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में हुए। ऐसी कुल घटनाओं में से 12.5 फीसदी 4,882 मामले मध्य प्रदेश में 12.4 फीसदी 4,816 मामले उत्तर प्रदेश में और 10.7 फीसदी यानी 4,189 मामले महाराष्ट्र में हुए।
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले तीन सालों में हत्या, दंगे, लूटपाट और डकैती की घटनाओं में गिरावट दर्ज की गई है। 2015.16 में मर्डर के मामले में कमी आई है। 2015 में यह आंकड़ा 32,127 था जो 2016 में घटकर 30,450 हो गया। दंगे के मामले 2015 में 65,255 दर्ज किए गए थे जो कि 2016 में घटकर 61,974 रह गया। इसी तरह लूटपाट और डकैती की घटनाओं में भी देखा गया जिसमें क्रमशः 11.8 और 4.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
योगी सरकार ने वर्ष 2017 में अपराध दर में गिरावट का दावा करते हुए आंकड़े जारी किए। सरकार के मुताबिक पिछली सरकार के इन्हीं सौ दिनों और योगीराज के इन सौ दिनों में हत्या में 4.43 फीसदी दहेज हत्या में 6.68 फीसदी, सड़क पर अपराध में 100 फीसदी की गिरावट आई है। इसके अलावा एससीएसटी क्राइम में भी 12.43 फीसदी की गिरावट आई है। दरअसल योगी सरकार लूट, डकैती, फिरौती के लिए अपहरण और रेप जैसे अपराधों के ग्राफ पर रोशनी डालना ही भूल गई। कानून व्यवस्था पर सारे हथकंडे अपनाने के बाद योगी सरकार जनता का दिल पूरी तरह से जीतने में नाकामयाब रही, क्योंकि यूपी में अपराधिक घटनाएं रूकने का नाम नही ले रही हैं।
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राज्य में कई फीसदी बढ़ा क्राइम रेट
———————यूपी पुलिस ने 15 मार्च 2017 से 15 जून 2017 के बीच सूबे में हुए अपराध पर जो आंकड़े सामने रखे हैं उनके मुताबिक सूबे में हुई संगीन वारदातों की फेहरिस्त में शायद ही कोई कमी आई थी और तो और क्राइम रेट पिछले आंकड़ों को पूरी तरह से पार करते हुए तहस.नहस कर चुका। यूपी पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक 15 मार्च से 15 जून तक इन तीन महीनों में डकैती के मामले 13.85 फीसदी लूट 20.46 फीसदी फिरौती के लिए किए गए अपहरण 44.44 फीसदी और बलात्कार के मामलों में 40.83 फीसदी का इजाफा हुआ है।
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खुद उलझी रही सरकार और पुलिस
————————————– राज्य में हुई हत्याओं के गिरते ग्राफ पर जरूर योगी सरकार के आंकड़े यूपी पुलिस के साथ मेल खाते रहे मगर बाकी अपराधों पर चुप्पी साध लेना सरकार की कार्यक्षमता पर गंभीर सवाल खड़े किए मुनासिब रहा।
यही वजह है कि सरकार ने अपने 100 दिनों की उपलब्धियां गिनाते हुए अपराध के इन बढ़ते आंकड़ों पर बात करना बिल्कुल भी मुनासिब न समझा। बहरहाल इन आंकड़ों के फेर को सुलझाने का दावा करते हुए योगी सरकार और उनकी पुलिस खुद काफी उलझे हुए नजर आए।
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मोहन भागवत भी हुए थे यूपी की कानून व्यवस्था से खफा
सीएम और डिप्टी सीएम ने भागवत दरबार में लगाई थी हाजिरी
——————————राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था से खफा हुए थे। उन्होंने सीएम से कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था में सुधार करें सरकार की छवि अच्छी रखने के लिए यह बेहद जरूरी है। यह मुद्दा उस समय उठाया गया जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वृंदावन में तीन दिवसीय बैठक के दौरान संघ और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की एक बैठक संपन्न हुई। मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ और दोनो उपमुख्यमंत्री भी इस बैठक में शामिल हुए थे। बैठक के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा है कि वह राज्य की कानून व्यवस्था सुधारें।
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महामहिम राज्यपाल राम नाइक ने सुनाई खरी खरी
—-.राज्यपाल राम नाइक ने योगी सरकार को कानून.व्यवस्था के मोर्च पर सुधार करने के लिए खरी खुरी सुनाई। कानपुर में सीएसजेएम यूनिवर्सिटी कैंपस में कैंसर पर आयोजित इंटरनैशनल कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन के बाद गवर्नर ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को कानून.व्यवस्था में सुधार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वह पहले भी कई बार लॉ एंड ऑर्डर के मामले में अपनी राय व्यक्त कर चुकें हैं। सूबे की पिछली सरकार भी मेरी थी और इस बार की योगी आदित्यनाथ की सरकार भी मेरी सरकार है। उस समय वह अखिलेश को भी कानून.व्यवस्था पर सुधार के सुझाव देते थे और इस सरकार को भी सुझाव दे रहे हैं।
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राज्यपाल की डांट के बाद सीएम योगी एक्शन में आए
…………………..उत्तर प्रदेश मे गिरती कानून व्यवस्था को लेकर राज्यपाल की चिंता के बाद अब मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ के तेवर तीखे हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने माना है कि राज्य की कानून व्यवस्था जिस प्रकार होनी चाहिए वैसी है नही और अब पुलिस अफसरो के पेंच कसने की जरूरत है। इसलिए मुख्यमत्री ने गत 11 अक्टूबर 2017 को पुलिस के आला अपसरों की बैठक बुलाई है जिसमें रिपोर्ट के आधार पर प्रोत्साहन और कार्यवाही किए जाने के संकेत दिए गए। मुख्यमंत्री के इस कदम से लापरवाह पुलिस अफसरों के होश उडने शुरू हो गए कि पता नही किस पर गाज गिरेगी और किसे इनाम मिलेगा। लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा के लिए प्रदेश के सभी जोन के आईजी और डीआईजी को तलब किया है।
———————————————————————————————————————–-कानून व्यवस्था को लेकर विधायक ने घेरा था थाना
—————————————————–मसूरी में बीते 15 दिनों में हुई तीन हत्याओं के बाद धौलाना हापुड़ के बीएसपी विधायक असलम चौधरी ने कानून व्यवस्था को लेकर मसूरी थाने के बाहर धरना प्रदर्शन किया। साथ ही उन्होंने 27 दिसंबर को कार में मिली प्रॉपर्टी कारोबारी फारूख की बॉडी मामले में पुलिस पर लापरवाही और आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया। फारूख की हत्या रुपये के लालच में हुई थी। जिसकी परिवार ने शिकायत की थी। पुलिस मामले में हत्या मान ही नहीं रही है और न ही मामले की जांच की जा रही है। प्रदर्शन की जानकारी के बाद मसूरी थाने पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था।
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पुलिस अफसरों की लापरवाही खुल कर सामने आई
आईजी ने फरियादी बनकर लगाया कई जिलों में एसपी और डीएसपी को फोन तो मिले चौंकाने वाले जवाब
……………………………………………………उत्तर प्रदेश में योगी सरकार पटरी से उतरी कानून.व्यवस्था को दुरुस्त करने की पूरी जी तोड कोशिश करती हुई भी दिखाइ्र दी। सत्ता में आने के बाद से पुलिस महकमे में सुधार के लिए नए फरमान जारी किए गए। सीएम आदित्यनाथ योगी ने पुलिस अधिकारियों को आम जनता की फरियाद ध्यान से सुनने के लिए कई बार हिदायत दी। इसी कड़ी में आईजी जोन ए- सतीश गणेश ने लखनऊ जोन के कई जिलों के एसपी से फरियादी बनकर कॉल किया। इस रियलिटी चेक में दो जिलों के एसपी फेल हो गए। कई ने बेतुके जवाब भी दिए वहीं दो कप्तानों ने आईजी सतीश गणेश का फोन तक उठाना मुनासिब नहीं समझा।
लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार ने अच्छा वर्ताव किया। कॉल पर पूरी जानकारी दी और कहा कि ज्यादा परेशानी हो तो ऑफिस आ जाओ मैं आपके केस को दिखवाता हूं। इसके बाद लखीमपुर खीरी के एसपी शिवासिम्पी चन्नपा को कॉल की। इस बार फरियादी के बजाय मुखबिर के रूप में आईजी आवाज बदलकर बोले. कि साहब संपूर्णानगर के जंगल में कटाई हो रही है माजरा समझे बगैर कप्तान ने वन विभाग को कॉल करने की सलाह दी। फिर बोले देखते हैं और फोन काट दिया। उन्नाव की एसपी नेहा पांडेय ने दो बार कॉल तो रिसीव की लेकिन बात नहीं हो सकी। हरदोई के एसपी विपिन मिश्रा ने कॉल रिसीव की और शिकायत नोट कराने की बात कहकर मोबाइल फोन अपने पेशकार को थमा दिया। हरदोई के एसपी ने कॉल रिसीव करके मोबाइल अपने पेशकार को थमाया। जबकि खीरी के एसपी ने जंगल कटान की शिकायत को वन विभाग पर टाल दिया। अमेठी के एसपी अनीस अहमद अंसारी को उनके सीयूजी पर कॉल की तो कप्तान बोले. उस मामले में तो कार्यवाही हो चुकी है चार लोग जेल जा चुके हैं। बात आगे बढ़ाने से खफा एसपी बोले तुम पढ़े.लिखे नहीं हो क्या? इस पर आईजी ने फोन काट दिया
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महंत योगी आदित्यनाथ सरकार को आगामी 19 मार्च 2018 को पूरा एक वर्ष होने जा रहा है कानून रिव्यू ने प्रबुद्ध लोगों से राज्य की कानून व्यवस्था पर एक खास चर्चा की तों, मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली आइए देखते है कुछ झलकियां————————
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प्रमोशन के फेर में है पुलिस, फर्जी एनकाउंटर के सहारेः अमित नागर
—————अखिल भारत हिंदू महासभा के गौतमबुद्धनगर जिलाध्यक्ष व राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य अमित नागर ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था के सवाल पर कहा कि योगी सरकार में अपराध बढे हैं और जनता अपने को असुरक्षित महसूस कर रही है। जब कि एनकाउंटर के नाम पर ऐसे लोगों को मारा जा रहा है जिनका अपराधिक रिकार्ड नही है। सुमित गुर्जर का ग्रेटर नोएडा में हुआ एनकाउंटर इस बात का खुला उदाहरण है। योगी सरकार ने जिस तरह से एनकाउंटर की खुली छूट दे दी है उससे पुलिस वाकई बेलगाम हो चुकी है और प्रमोशन पाने के फेर में सही लोगों को मारा जा रहा है।
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योगी सरकार में कानून व्यवस्था हुई बेहद मजबूतः अमित पहलवान
———————————– क्राइम फ्री इंडिया फोर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित पहलवान ने कहा कि योगी सरकार के आने के बाद उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बेहद मजबूत हुई है। अपराधी या तो राज्य छोड कर जा चुके हैं या फिर जेलों में बंद है यानी पुलिस का खौफ इतना हो गया है कि अपराधी, अपराध करने की हिम्मत ही नही जुटा पा रहे हैं। इससे लगा रहा है कि योगी सरकार में अब कानून का राज पूरी तरह से स्थापित हो गया है।
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कानून व्यवस्था हुई पूरी तरह से फेल, अपराध का ग्राफ बढाः प्रवीन भारतीय
———————————————————————-करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीन भारतीय उ0 प्र0 में कानून व्यवस्था में कोई बदलाव नही दिखाई दिया है। अखिलेश राज मेंं भी गुंडे माफियाओं की जमकर तूती बोलती थी। योगी सरकार को अब एक वर्ष होने जा रहा है मगर अपराधिक रिकार्ड कम होने की बजाय ज्यादा बढा है। एनकाउंटर के नाम पर निर्दोष लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा में हुआ सुमित का फर्जी एनकाउंटर इस बात का उदाहरण है। लूट, हत्या, अपहरण और बलात्कार की घटनाओं में इजाफा होने से कानून व्यवस्था के मामले में योगी सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है।
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गुंडे बदमाशों पर सख्ती का असर, कानून व्यवस्था हुई मजबूतःईश्वर
—————————————————————–समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी ईश्वर पहलवाल घंघोला ने कहा कि योगी सरकार में कानून व्यवस्था बेहद मजबूत हुई है। एनकाउंटर शुरू हो जाने से पुलिस बदमाशों पर कहर बन कर टूट रही है रही कारण है कि बडे नामी बदमाश जमानत अर्जी खारिज करा कर जेलों में रहना ही अपने को महफूज मान रहे हैं। इससे साबित हो रहा है गुंडे और माफियाओं पर सख्ती से कार्यवाही की जा रही है और जनता अपने को सुरक्षित महसूस कर रही है।
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योगी सरकार कानून व्यवस्था के नाम पर हुई, नाकाम साबितःमनोज चौधरी
—————————————————————————गौतमबुद्धनगर के कांग्रेस प्रवक्ता व जिला महासचिव मनोज चौधरी ने कहा कि उ0 प्र0 की योगी सरकार काननू व्यवस्था के नाम पर पूरी तरह से नाकाम साबित हो चुकी है क्योंकि क्राइम का ग्राफ पहले की अपेक्षा और अधिक बढा है। सरकार आंकडों की बाजीगिरी कर अपराध को चाहे कम दिखाती रही मगर जनता असलियत समझ चुकी है। एनकाउंटर के नाम बैगुनाह लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। पुलिस राजनीतिक दवाब में आकर मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन कर रही है। जब कि राज्य में आज भी हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार की घटनाएं सिर चढ कर बोल रही हैं। गौतमबुद्धनगर के जेवर में गैंग रेप की घटना साथ ही राज्य के दूसरे क्षेत्रों में इस तरह की अपराधिक घटनाएं प्रकाश में आ रही है। जिससे साबित हो रहा है कि योगी सरकार कानून व्यवस्था के मोर्चे पर विफल साबित हो गई है।
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भाजपा की योगी सरकार ने गुडें माफियाओं का किया सफायाः विजय भाटी
——————————————————————– गौतमबुद्धनगर भाजपा जिलाध्यक्ष विजय भाटी ने कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में ही भयमुक्त शासन देने का वायदा किया था। इसी नारे को लेकर 19 मार्च 2018 में महंत योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री और एक वर्ष के दौरान ही गुंडे माफियाओं का सफाया कर दिया। कानून का राज स्थापित करने के लिए एनकाउंटर यानी पुलिस के हाथ खोल दिए गए हैं और पुलिस बदमाशों पर कहर बन कर टूट रही है। इससे बदमाश प्रदेश छोड कर भाग चुके हैं और जो हैं भी वों जमानत रद्द करा कर जेलों रहना ही गनीमत मान रहे हैं। सरकार किसी भी गुंडे माफिया को कतई पनपने देगी क्योंकि अब जनता का राज है।
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उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था उतर चुकी है पटरी से नीचेः शौकत अली चेची
————————————————————————–राष्ट्रीय लोकदल किसान प्रकोष्ठ के पूर्व उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी शौकत अली चेची ने कहा कि उ0 प्र0 की कानून व्यवस्था पूरी तरह से पटरी चुकी है। डेल्टा सेक्टर में हाल में ही मर्डर हुआ है। बिसरख क्षेत्र में भाजपा के ही कमर्ठ कार्यकर्ता को गोली से उडा दिया गया वहीं दनकौर में नगर निकाय चुनावों के दौरान भाजपा प्रत्याशी के भाई ने युवक को गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया। यही नहीं उ0 प्र0 के नए डीजीपी ओपी सिंह ने चार्ज लिया है कि दूसरे ही दिन पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह की बहन की चेन लूट लिए जाने की खबर सुर्खिया बन रही है तो फिर कैसे कह सकते हैं कानून व्यवस्था मजबूत हुई है। गुंडे बदमाश अब भी खुलेआम घूम रहे हैं सरकार द्वारा कानून व्यवस्था की मजबूती का सिर्फ ढोल पीटा जा रहा है। ग्रेटर नोएडा में सुमित का फर्जी एनकाउंटर हुआ। यदि ऐसा नही था तो फिर सरकार निष्पक्ष जांच कराने से क्यों पीछे हट गई। इससे साबित हो रहा है कि कानून व्यवस्था वाकई पटरी से उतर गई है।
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गुंडे बदमाश छोड कर भागे यूपी, जनता ने की राहत महसूसः मूलचंद शर्मा
—————————————————————–समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी सूरजपुर निवासी मूलचंद शर्मा ने बताया कि उ0 प्र0 में जब योगी सरकार सत्ता में आई है कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद मजबूत हुई है। एनकाउंटर में बदमाश ढेर हो रहे हैं और पुलिस का खौफ बदमाश के मन में बढा है। यही कारण है कि बदमाश अपराध करने से पहले 100 बार सोच रहे हैं। खास बात यह है कि योगी सरकार गुंडाराज को संरक्षण देने के बजाय आम जनता को सुरिक्षत माहौल देने में लगी हुई है। यही कारण है कि गुंडे और माफिया प्रदेश छोड कर भाग चुके हैं जिससे बहन बेटियां भी अपने को सुरक्षित महसूस कर रही हैं और वहीं व्यापारियों के मन में भी सुरक्षा की भावना बढी है।
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