महिला सेल के 60 मामलों में से 30 निस्तारित
मौहम्मद इल्यास-’दनकौरी’/कानून रिव्यू
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———————————————–—गौतमबुद्धनगर पुलिस की महिला सेल, महिलाओं से संबंधित मामलों का निस्तारण तेजी से कर रही है। ज्यादातर ऐसे मामले जिनमें समझौते की गुंजाईश कम होती है महिला थाना के लिए भेज दिए जाते हैं और ऐसे मामले जिनमें काउंसिंलंग से बात बनने की उम्मीद होती है पुलिस कप्तान द्वारा जिले की महिला सेल को भेज दिए जाते हैं। महिला सेल, महिला संगठनों की मद्द से काउंसिलिंग करती है और ज्यादातर मामलों का निस्तारण हो जाता है। उप निरीक्षक सीता सिंह गौतमबुद्धनगर महिला सेल की प्रभारी हैं ’कानून रिव्यू’ ने महिलाओं से संबंधित मामलों की गति और प्रगति जानने के लिए बातचीत की, आइए जानते हैं बातचीत के प्रमुख अंशः-
- —–महिला सेल में किस तरह के मामले आते हैं?
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……………. महिलाओं से मारपीट अर्थात घरेलू हिसां तथा शोषण और उत्पीडन जैसे मामले आते हैं। पति पत्नी के बीच अनबन से उपजे मामले ज्यादातर महिला सेल में आते हैं।
- —–निस्तारण का आधार क्या होता है?
- ……………… मामलों के निस्तारण में काउसिलिंग की मुख्य भूमिका होती है, महिला संगठन और समाजसेवा के क्षेत्र में अग्रणी लोग काउसिलिंग में शामिल होते हैं जिनकी मद्द से ज्यादातर मामले निस्तारित हो जाते हैं।
- –—– वर्ष 2017 में कुल कितने मामले महिला सेल मेंआए हैं?
- ……………… इस वर्ष जनवरी से लेकर अब सितंबर तक कुल 60 मामले महिला सेल में आए हैं।
- ——- अब तक कितने मामलों का निस्तारण हो चुका है?
- ………………. जनवरी 2017 से अब सितंबर तक 30 मामले निस्तारित किए जा चुके हैं।
- ——-शेष 30 मामलों में क्या प्रगति चल रही है?
- …………………. बाकी 30 मामले रह गए हैं जिनमें 11 मामले ऐसे हैं जिनमें दोनो ओर के पक्षों ने काउसिलिंग पर आना ही बंद कर दिया है। ऐसे मामलो में मान लिया जाता है कि संबंधित पक्ष के बीच सुलह हो गया जो यहां तारीख पर आने में रूचि नही ले रहे हैं। जब कि 9 मामलों में एफआईआर दर्ज हो चुकी है जो विवेचकों के समक्ष जा चुके हैं। शेष 10 मामले चल रहे हैं जिनका निस्तारण होना बाकी हैं।
- ——-महिला सेल में सुनवाई के लिए पीडित को किस प्रक्रिया से गुजरना पडता है?
- ………………….. कोई खास प्रक्रिया नही है। पीडिता या पीडित को एक प्रार्थना पत्र पुलिस कप्तान के समक्ष प्रस्तुत कर अपनी बात कहनी होती है यदि मामला महिला सेल के निस्तारण का होता है पुलिस कप्तान यहां भेज देते हैं और फिर दोनो पक्षों को बुला कर उनकी बात सुनी जाती है।
- ——- शिकायत दर्ज कराने के लिए कोई ऑनलाइन पोर्टल भी है?
- ………………… हां बिल्कुल हैं ऑन लाइन पोर्टल। यूपी पुलिस की साइट पर जाकर बेब पोर्टल आएगा वहां पर क्लिक कर ऑन लाइन एप्लीकेशन दर्ज कराए जा सकते हैं। वर्ष 2016 से अगस्त 2017 तक बेब पोर्टल से 215 मामले आए हैं।
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