कानून रिव्यू /गौतमबुद्धनगर
गौतमबुद्धनगर पुलिस और वामा सारथी उ0प्र0 पुलिस फैमिली वेलफेयर एसोसिएशन गौतमबुद्धनगर इकाई की अध्यक्ष श्रीमती आकांक्षा सिंह के नेतृत्व में इफ़राह संस्था और एचसीएल फाउंडेशन द्वारा 25 अगस्त से 9 सितंबर, 2021 तक रिजर्व पुलिस लाइंस गौतमबुद्ध नगर उत्तर प्रदेश में युवाओं और महिलाओं के लिए लिंग संवेदीकरण और जीवन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम पर 12 दिनों की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। भारत में महिला सशक्तिकरण इन दिनों विकास का सबसे प्रभावी साधन है; दुनिया भर में महिलाएं सक्रिय रूप से एक नेता के रूप में काम कर रही हैं और जीवन के सभी क्षेत्रों में दूसरों से आगे निकल रही हैं। महिलाओं को प्रतिदिन कई भूमिकाओं को सहजता से निभाने के लिए जाना जाता है, और इस प्रकार, उन्हें हर समाज की रीढ़ माना जाता है। इस संदर्भ में इफ़राह संस्था और एचसीएल फाउंडेशन द्वारा गौतमबुद्धनगर पुलिस और उसकी वामा सारथी इकाई के सहयोग से 25 अगस्त से 9 सितंबर, 2021 तक रिजर्व पुलिस लाइंस गौतमबुद्ध नगर उत्तर प्रदेश में युवाओं और महिलाओं के लिए लिंग संवेदीकरण और जीवन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम पर 12 दिनों की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। श्रीमती आकांक्षा सिंह अध्यक्ष वामा सारथी ने कार्यशाला का उद्घाटन किया और उन्होंने इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं की आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण पर जोर दिया। उन्होंने महिलाओं और युवाओं को खुद पर भरोसा रखने और विपरीत परिस्थितियों में कभी हार न मानने का भी आह्वान किया। आकांक्षा सिंह ने युवा समूहों से कहा है कि दृढ़ता हमेशा सफलता दिलाएगी। सईद अहमद निदेशक इफ़राह संस्था द्वारा लैंगिक समानता की आवश्यकता पर जोर दिया और उन्होंने कहा कि सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण मानव अधिकार है। एक महिला को गरिमा और स्वतंत्रता से जीने का अधिकार है। विकास को आगे बढ़ाने और गरीबी को कम करने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाना भी एक अनिवार्य कार्य है। सशक्त महिलाएं पूरे परिवारों और समुदायों के स्वास्थ्य और देश को आत्म निर्भर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान करती हैं और अगली पीढ़ी के लिए बेहतर संभावनाएं प्रदान करती हैं। उन्होंने आगे कहा कि इफ़राह संस्था, एचसीएल फाउंडेशन के सहयोग से स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) पर एक परियोजना चला रही है जहां वे 1500 से अधिक महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास जारी है। कार्यशाला 12 दिनों तक जारी रहेगी और विभिन्न विषयों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा जैसे कि लिंग की समझ, लिंग असमानता, यौन उत्पीड़न, महिलाओं के खिलाफ हिंसा, लिंग से संबंधित कानून, स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) और वित्तीय आत्म निर्भरता एक मुख्या विषय है इसका कार्यशाला में 600 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जायेगा जिससे उनके जीवन बदलाव व आत्म निर्भरता की मुहिम शुरू हो सके है। कार्यशाला मे अधिकांश प्रतिभागी रिजर्व पुलिस लाइन गौतमबुद्धनगर में रहने वाले पुलिस के परिवार हैं।