कानून रिव्यू/गौतमबुद्धनगर
अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम और खान मुबारक का दाहिना हाथ माने जाने वाले एक कुख्यात बदमाश को एसटीएफ ने थाना सेक्टर 20 की पुलिस की मद्द से दबोच लिया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश एसटीएफ के एसपी कुलदीप नारायण ने बताया कि मुंबई सिलसिलेवार धमाके के अभियुक्त अबू सलेम और खान मुबारक के निकट सहयोगी गजेंद्र सिंह को पश्चिमी उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने बुधवार रात को थाना सेक्टर 20 पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि गजेंद्र लोगों से रंगदारी वसूलने का काम करता था और इसने वर्ष 2014 में दिल्ली के एक व्यापारी से प्रॉपर्टी के नाम पर एक करोड़ 80 लाख रुपए हड़प लिए थे। उन्होंने बताया कि जब व्यापारी ने पैसे वापसी का दबाव बनाया तो गजेन्द्र ने खान मुबारक के शूटर से उस व्यापारी पर नोएडा के सेक्टर 18 में गोलियां चलवाईं थीं। उन्होंने बताया कि इसके लिए गजेन्द्र ने 10 लाख रुपए की सुपारी खान मुबारक को दी थी। गजेंद्र खान मुबारक और अबू सलेम के पैसे नोएडा एनसीआर में प्रॉपर्टी में भी लगाता है। यही नहीं गजेंद्र थाना सेक्टर 20 में दो मामलों में वांछित भी चल रहा था। एसटीएफ एसपी कुलदीप नारायण ने बताया कि पूछताछ के दौरान डी कंपनी से जुड़े लोगों के बारे में कुछ अहम जानकारी मिली है और एसटीएफ शीघ्र ही उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी।
अबू सलेम और खान मुबारक का दाहिना हाथ है, गजेंद्र
वर्ष 2014 में दिल्ली के एक बिजनेसमैन से प्रॉपर्टी के नाम पर 1.80 करोड़ रुपए हड़पने लिए और जब पैसे वापसी का दबाव पड़ने लगा तो उस बिजनेसमैन पर खान मुबारक के शूटर्स ने फायरिंग कराई थी। इस शूटिंग के लिए गजेंद्र ने खान मुबारक को 10 लाख रुपए जिस रास्ते से दिए थे वो मनी ट्रेल भी मिली है। गजेंद्र खान मुबारक और अबु सलेम के पैसे दिल्ली एनसीआर में प्रॉपर्टी में भी लगाता है। सेक्टर.20 थाना के दो मुकदमों में गजेंद्र फरार भी चल रहा था। पिछले महीने पटियाला कोर्ट ने गैंगस्टर अबु सलेम को एक कारोबारी से पांच करोड़ रुपए की फिरौती मांगने के जुर्म में सात साल जेल की सजा सुनाई थी। 16 साल पुराने इस मामले में अदालत ने सलेम पर दस हजार रुपये का जुर्माना भी किया था। ग्रेटर कैलाश में रहने वाले कारोबारी अशोक गुप्ता ने वर्ष 2002 में सलेम समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। अशोक का कहना था कि सलेम ने उनसे सुरक्षा राशि के तौर पर पांच करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की है। इस मामले में पुलिस ने जान का भय दिखाकर अवैध रकम की मांग करने, आपराधिक धमकी एवं बातचीत के दौरान धमकी देने के आरोपों में मुकदमा दर्ज किया था। ज्ञात रहे कि वर्ष 2005 में सलेम को पुर्तगाल से प्रत्यर्पित किया गया था। यहां उसके खिलाफ मुम्बई ब्लास्ट समेत अवैध वसूली, हत्याए हत्या प्रयास आदि आरोपों में अलग.अलग जगह मुकदमा दर्ज किया गया। बहरहाल सलेम नवी मुम्बई की तलोजा जेल में बंद है।