———- लापरवाह पुलिस अफसरो पर गाज गिरनी तय
- कानून रिव्यू/लखनऊ
————————उत्तर प्रदेश मे गिरती कानून व्यवस्था को लेकर राज्यपाल की चिंता के बाद अब मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ के तेवर तीखे हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने माना है कि राज्य की कानून व्यवस्था जिस प्रकार होनी चाहिए वैसी है नही और अब पुलिस अफसरो के पेंच कसने की जरूरत है। इसलिए मुख्यमत्री ने आगामी 11 अक्टूबर को पुलिस के आला अपसरों की बैठक बुलाई है जिसमें रिपोर्ट के आधार पर प्रोत्साहन और कार्यवाही किए जाने के संकेत दिए गए हैं। मुख्यमंत्री के इस कदम से लापरवाह पुलिस अफसरों के होश उडने शुरू हो गए है कि पता नही किस पर गाज गिरेगी और किसे इनाम मिलेगा। लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा के लिए प्रदेश के सभी जोन के ।क्ळ को तलब किया है। ये मीटिंग 11 अक्टूबर को गोरखपुर में होगी। इस मीटिंग में लारवाह पुलिस अफसरों का रिपोर्ट कार्ड मंगाया गया है। प्रदेश के सभी जोन के एडीजी इसकी रिपोर्ट सीएम योगी को देंगे और लापरवाह पुलिस कप्तानों पर कार्रवाई होगी।मोहर्रम और दशहरे के बाद मूर्ति विसर्जन के दौरान फैली हिंसा को लेकर सीएम योगी ने कड़ा रुख दिखाया है। त्यौहारों के मौके पर फैली हिंसा से नाराज सीएम योगी की पुलिस अफसरों के साथ ये पहली बैठक है। रिपोर्ट कार्ड मिलने के बाद बड़े पैमाने पर ट्रांसफर का आदेश जारी हो सकता है। काम न करने वाले पुलिस कप्तानों को हटना तय माना जा रहा है। माना ये जा रहा है कि इस बैठक के बाद क्ळच् के चहेते भी नहीं बचेंगे।
30 सितंबर को कानपुर में हुआ था बवाल
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- – इससे पहले कानपुर में 30 सितंबर को कल्याणपुर थाना क्षेत्र में धार्मिक होर्डिंग फाड़े जाने के बाद 2 पक्ष आमने-सामने आ गए, जिसके बाद दोनों पक्षों में जमकर पथराव हुआ। क्षेत्रीय लोगों की सूचना पर डीएम, डीआईजी समेत कई थानों का भारी पुलिस फोर्स पहुंच गई। जहां रामलला मंदिर के अंदर घुसकर पुलिस ने जमकर लाठियां भी भांजी।
- – वहीं, दूसरी ओर शहर के जूही थाना क्षेत्र के परमपुरवा में ताजिया के रूट को लेकर 2 पक्ष आमने सामने आ गए। गुस्साए लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव किया और फायरिंग भी हुई। दर्जनों गाड़ियों में आग लगा दी।