सीबीआई कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाई
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कानून रिव्यू/रोहतक
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमतीत सिंह राम रहीम अब 20 साल की सजा कटेगा। दो साध्वियों के साथ रेप मामले में राम रहीम को 10 -10 साल की सजा मिली है। पहले रेप के लिए 10 साल की सजा खत्म होते ही राम रहीम को दूसरे रेप के लिए 10 साल की सजा और काटनी होगी।
रोहतक के जेल में सीबीआई की विशेष अदालत के जज जगदीप सिंह ने उन्हें यह सजा सुनाई थी। पहले बताया जा रहा था दोनों सजा समांनातर चलेंगी और फिर यह साफ हुआ है कि दोनों सजा राम रहीम को अलग- अलग काटनी पड़ेगी। साथ ही 15- 15 लाख का जुर्माना देना पड़ेगा, जो दोनों पीड़िताओं को दिया जाएगा। इसकी पुष्टि सीबीआई ने भी की है। अब राम रहीम सिंह को 2037 तक जेल की कठोर सजा काटनी होगी। सजा सुनाने के लिए रोहतक की जेल में बनी विशेष अदालत में जज जगदीप सिंह हेलीकॉप्टर के जरिए पहुंचे थे। जेल में बहस पूरी होने के बाद गुरमीत राम रहीम ने जज के सामने माफी मांगनी शुरू कर दी. जेल सूत्रों के मुताबिक राम रहीम की आंखों में आंसू आ गए। उसका शरीर थरथरा रहा था. वह बार-बार डेरा की ओर से किए गए अच्छे कामों की दुहाई दे रहा था. राम रहीम की कांपती हुई जुबान पर बस एक ही बात थी- क्षमा कर दें…हमने समाज के लिए काफी काम किया है। वह गिड़गिड़ाते हुए सजा कम करने की गुजारिश कर रहा था।
सजा सुनाए जाने से पहले जज जगदीप सिंह ने सख्त टिप्प्णी की। जगदीप सिंह ने राम रहीम की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आपने अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल किया है, आपने रेप जैसे अपराध को अंजाम दिया है। जज ने फैसला सुनाने के वक्त ये माना कि समाज का एक ऐसा शख्स जिसे लोग बाबा मानते हैं, उसे अलग-अलग रूप में देखते हैं. उसकी बातों को लोग गौर से सुनते हैं. इसके बाद भी उन्होंने ऐसे कुकृत्य को किया है, जिसे किसी भी सूरत में क्षमा नहीं किया जा सकता है। जब जज ने राम रहीम को सजा सुना दी तो वह गुस्सा हो गया और वहीं जमीन पर बैठ गया. वह जोर-जोर से चिल्लाने लगा. इसके बाद कमांडो ने उसे पकड़कर वहां से हटा दिया।
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एक नजर में सजा सुनाने का क्रम
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सांय 3.15 बजे- जज ने रोहतक में फैसला पढ़ना शुरू किया, सिरसा में समर्थकों ने दो गाड़ियां फूंकीं।
3.10 बजे- गुरमीत राम रहीम के वकील ने नरमी की अपील की, समाज सेवा के कामों का हवाला दिया।
3.08 बजे- गुरमीत राम रहीम ने जज के आगे जोड़े हाथ, माफी की मांग की, अच्छे कामों का दिया हवाला।
2.46 बजे- रोहतक की सुनारिया जेल में बनी विशेष अदालत में सजा पर बहस शुरू।
2.37 बजे-राम रहीम की सजा पर फैसला 4 बजे तक आ सकता है, हरियाणा में मोबाइल-इंटरनेट कल तक के लिए बंद।
2.12 बजे-रोहतक जेल तक जाने वाली हर सड़क पर मल्टीलेयर सुरक्षा।
1.50 बजे- रोहतक जेल में बनी कोर्ट में सीबीआई के वकील पहुंच चुके हैं, जज भी पहुंचने वाले है।ं.
12.55 बजे- केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि दुष्कर्म मामले में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को दोषी ठहारए जाने के तीन दिन बाद हरियाणा में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है लेकिन नियंत्रण में है.।
12.03 बजे- रोहतक की सुनारिया जेल के लिए जज जगदीप सिंह हेलीकॉप्टर में सवार होकर निकल चुके हैं. फैसला 2.30 बजे आने की उम्मीद है।
12.00 बजे-रोहतक के डीसी अतुल कुमार ने बताया कि हमने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. पैरामिलिट्री फोर्स की 23 कंपनियां तैनात हैं, सेना स्टैंडबाई पर है, जरूरत पड़ने पर 1 घंटे में तैनाती हो जाएगी।
11.51 बजे-रोहतक के आईजी नवदीप सिंह ने कहा कि पूरे जिले और जेल तक जाने वाली सड़कों पर मल्टी लेयर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. अगर जरूरत पड़ी तो फायरिंग की इजाजत मिली हुई है। हालात से निपटने के लिए जो भी जरूरी होगा हम करेंगे.
11.04 बजे- जेल के दोनों तरफ 5 से 10 किलोमीटर के दायरे में किसी को जाने की इजाजत नहीं, रोहतक आने-जाने वाली गाड़ियों की सघन तलाशी ली जा रही है।
- 36 बजे- सोनीपत के पास बहालगढ़ में डेरा पर पुलिस का छापा पड़ा है. जिसमें खेतों से 100 से अधिक लाठियां और चेन बरामद हुईं हैं।
10.27 बजे-हरियाणा के सिरसा और पंचकूला और पंजाब के मुक्तसर और मानसा में सेना तैनात।
9.55 बजे- पंजाब के संगरूर में 23 डेरा समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है।
9.26 बजे-सिरसा में भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं,. डेरा मुख्यालय से समर्थकों का निकलना जारी है।
8.54 बजे-गुरमीत राम रहीम पर सजा का ऐलान 2.30 बजे संभव।
8.44 बजे- गुरमीत राम रहीम को सजा के ऐलान से पहले सिरसा में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है।
8.30 बजे-उपद्रवियों पर गोली भी चलाई जा सकती है। रोहतक के एडिशनल कमिश्नर ने कहा है कि चेतावनी न मानने पर उपद्रवियों पर गोली भी चलाई जा सकती है. जेल के दोनों तरफ 5 से 10 किलोमीटर के दायरे में किसी को जाने की इजाजत नहीं है।
- 20 बजे- मीडिया की हर ओबी वैन पर सीआरपीएफ जवान तैनात
मीडिया की गाड़ियों पर पिछले हमले को देखते हुए इस बार मीडिया की हर ओबी के साथ एक सीआरपीएफ जवान तैनात होगा. पुलिस और प्रशासन दावा कर रहे हैं कि अब हालात काबू से बाहर नहीं होंगे. कहा जा रहा है कि ये जाटों का इलाका है और वे गुरमीत राम रहीम में आस्था नहीं रखते इसलिए पुलिस को स्थानीय लोगों की मदद मिलने की बात कही जा रही है।
8.15 बजे- कानून हाथ में नहीं लेने देंगे आईजी, पुलिस और प्रशासन का दावा है कि अब हालात काबू से बाहर नहीं होने दिया जाएगा। रोहतक रेंज के आईजी ने कहा, हम किसी डेरा समर्थक को उत्पात नहीं मचाने देंगे. रोहतक में किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा. मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पंजाब के कुछ हिस्सों और पूरे हरियाणा में सभी स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. हालांकि चंडीगढ़ में स्कूल और कॉलेज खुले रहेंगे।
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राम रहीम के वकीलों ने दी पांच दलील
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रोहतक कोर्ट में जहां सीबीआई ने बाबा को अधिकतम सजा की मांग की, वहीं राम रहीम के वकीलों ने उनको माफ करने की मांग की और उसके समर्थन पांच दलींले पेश की।
पांच दलीलेंः-
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पहली दलीलः-सुनवाई के दौरान राम रहीम ने सिर पर सफेद रंग का कपड़ा बांध रखा है। राम रहीम कोर्ट रूम में रो रहा है और कम से कम सजा की मांग कर रहा था।
दूसरी दलीलः-राम रहीम के वकीलों ने कोर्ट से बाबा की जेल बदलवाने की मांग की।
तीसरी दलीलः- वकीलों ने कोर्ट से अपील की कि बाब ने समाज सेवा की है इसलिए उन्हें माफ कर दिया जाए।
चौथी दलीलः- वकीलों का कहना था कि बाबा ने स्वच्छता और रक्तदान में योगदान दिया है इसलिए उन्हें माफ कर दिया जाए।
पांचवी दलीलः- राम रहीम के वकीलों ने कोर्ट में रहम की मांग की।
लडकी छेडने के मामले में भी स्कूल से निकाल दिया गया था, राम रहीमः-
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लडकी छेडने के मामले को लेकर राम रहीम को स्कूल से निकाल दिया लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करने के जुर्म में स्कूल के निकाल बाहर किया गया, जो दसवीं में फेल हो गया। जिसके खिलाफ आने वाली शिकायतों से अक्सर उसके घरवालों को शर्मिंदगी उठानी पड़ती थी, कभी वही लाखों लोगों का भाग्य विधाता बन जाएगा, ये सोचना भी अजीब लगता है। लेकिन डेरा सच्चा सौदा और इसके मौजूदा गद्दीनशीन बाबा राम रहीम की असलियत कुछ ऐसी ही है, और ये हम नहीं कह रहे, बल्कि खुद सालों-साल साए की तरह उसके साथ रह चुके डेरे के साधक कह रहे हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक सिरसा के डेरा सच्चा सौदा की साख का अब बेशक तिया-पांचा हो चुका हो। लेकिन किसी जमाने में ये डेरा ना सिर्फ हरियाणा, बल्कि पंजाब, राजस्थान, यूपी समेत आस-पास के कई राज्यों में श्रद्धा और भक्ति का केंद्र हुआ करता था। इस आश्रम की बुनियाद 69 साल पहले 29 अप्रैल 1948 को संत बेपरवाह मस्ताना जी महाराज ने रखी थी। लोग बताते हैं कि वो एक पहुंचे हुए संत थे, तब से लेकर अब तक इस डेरे की ओर से बहुत से समाज सेवा के काम भी किए गए। लेकिन राम रहीम के गद्दीनशीं होने के बाद धीरे-धीरे इसकी साख जाती रही।
राम रहीम का जन्म राजस्थान के श्रीगंगानगर में 15 अगस्त 1967 को हुआ, वो अपने पिता मघर सिंह के साथ डेरे पर जाया करता था, जो डेरे के दूसरे गद्दीनशीन शाह सतनाम जी के शिष्य थे। लेकिन शाह सतनाम जी ने राम रहीम को 23 साल की उम्र में डेरे की गद्दी सौंप दी। डेरे के साधक रहे कई लोग बताते हैं कि तीसरे गद्दीनशीं यानी राम रहीम को चुनने के मामले में शाह सतनाम जी से गलती हो गई। राम रहीम शुरू से ही ना सिर्फ रसिया किस्म का लड़का था, बल्कि स्कूल के दिनों से ही लड़कियों को छेड़ना, आस-पास के लोगों को परेशान करना उसकी आदतों में शुमार था। लड़कियों के साथ छेड़खानी की वजह से नवीं क्लास में गुरमीत को स्कूल से निकाल भी दिया गया था। दसवीं में इन्हीं हरकतों के वजह से गुरमीत फेल हो गए और उन्हें कंपार्टमेंट आया था, ये बाबा के दसवीं का रिजल्ट है। पुराने लोग बताते हैं कि जब बेपरवाह मस्ताना जी ने डेरे की नींव रखी थी, तब यहां सचमुच आध्यात्मिक माहौल हुआ करता था, वो अपने भक्तों को धर्म की सीख देते और सालों तक लगातार ध्यान योग सिखाते रहे, उनके शागिर्द शाह सतनाम जी भी उन्हीं के नक्शे-कदम पर रहे। लेकिन धीरे-धीरे राम रहीम के आने के बाद आध्यात्म की जगह दुनियावी चकाचौंध, महंगी गाड़ियों, कपड़ों, ऐशो आराम की चीजों से डेरा भरने लगा, और अब डेरा प्रमुख की करतूत का भांडा ऐसा फूटा है कि उसे सीधे सलाखों के पीछे पहुंचना पड़ गया।
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सजा सुनाने वाले जज जगदीप सिंह है नेकदिल इंसान
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सीबीआई की विशेष अदालत में गुरमीत राम रहीम को 10 साल तक की सजा सुनाने वाले जज जगदीप सिंह नेक दिल इंसान है। जज जगदीप सिंह हरियाणा के रहने वाले हैं। उनकी लॉ की पढ़ाई पंजाब यूनिवर्सिटी से हुई है। जगदीप की पहली पोस्टिंग सोनीपत में हुई थी और सीबीआई कोर्ट में उनकी दूसरी पोस्टिंग है। जगदीप ने साल 2012 में सोनीपत में हरियाणा ज्यूडिशियल सर्विस ज्वाइन किया था। इसके बाद उन्हें पिछले साल कोर्ट का स्पेशल जज बनाया गया। बतौर ज्यूडिशियल ऑफिसर ये उनकी दूसरी पोस्टिंग है। सीबीआई कोर्ट में पोस्टिंग वैसे कई जांच होने के बाद की जाती है लेकिन जगदीप की काबिलियत की वजह से उन्हें हाईकोर्ट ने एक ही पोस्टिंग बाद सीबीआई कोर्ट की जिम्मेदारी सौंपी दी।
जगदीप सिंह के साथ काम करने वाले वकीलों का कहना है कि वो एक बेहद नेक दिल इंसान हैं और बहुत कम बोलते हैं। वो अपना काम बहुत ईमानदारी के साथ करते हैं और अपने काम को लेकर सख्त रवैया रखते हैं, लेकिन न्यायप्रिय शख्स हैं। वे सिविल और क्रिमिनल दोनों तरह के केस हैंडल करते हैं। जगदीप के दोस्तों का कहना है कि उन्हें गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार बिल्कुल पसंद नहीं है, वे इसके बिल्कुल खिलाफ हैं। उन्होंने साल 2000 से लेकर 2012 तक यानी 12 साल सिविल और क्रिमिनल दोनों ही तरह के केस हैंडल किए हैं। जज जगदीप सिंह वर्ष 2016 में ऐसे हादसे की वजह से सुर्खियों में आए थे। सितंबर 2016 में उस वक्त वे सुर्खियों में आए जब उन्होंने हादसे में घायल हुए चार लोगों की जिंदगी बचाई। जिस वक्त ये हादसा हुआ था उस वक्त जगदीप हिसार से पंचकुला जा रहे थे। तभी रास्ते में एक एक्सीडेंट हो गया जिसमें चार लोग बुरी तरह घायल हो गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने पहले तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाई और घायलों को गाड़ी से बाहर निकाला। लेकिन जब उनसे कहा गया कि एंबुलेंस क्या उड़ कर वहां आ जाएगी। तब उन्होंने एक प्राइवेट गाड़ी रुकवाई और खुद घायलों को हॉस्पिटल छोड़ने गए थे।
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