दिल्ली हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर अंतिम संस्कार के लिए समान दर निर्धारित करने की मांग
कानून रिव्यू/नई दिल्ली
कोरोना महामारी लोगों की जिंदगी को इस कदर लील रही है कि शमशान और कब्रिस्तानों में भी शवों को लेकर किल्लत हो रही है। यही कारण है कि कोरोना संक्रमण के चलते बड़े पैमाने पर हो रही लोगों की मौतों को देखते हुए राजधानी के विभिन्न हिस्सों में सीएनजी और बिजली से चलने वाले शमशान घाट का समुचित प्रबंध करने की मांग को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। इसके लिए याचिका में केंद्र व दिल्ली सरकार और नगर निगमों को आदेश देने की मांग की गई है। दिल्ली हाईकोर्ट में सामाजिक कार्यकर्ता सुनील कुमार अलेदिया की ओर से दायर याचिका में बिजली से चलने वाले शमशान घाट में अंतिम संस्कार के एक समान दरों को भी निर्धारित करने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि दरें तय नहीं होने से लोगों से 500 रुपये से लेकर 8800 रुपये तक वसूल किए गए हैं। याचिका में कहा गया है कि सराय काले खां शमशान घाट पर अंतिम संस्कार के 500 रुपये लिए जा रहे हैं, जबकि लोधी रोड स्थित शमशान घाट पर 8800 रुपये लिए जा रहे हैं। याचिका में वकील कमलेश कुमार मिश्रा ने केंद्र व दिल्ली सरकार और नगर निगमों को ऑनलाइन मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने का भी आदेश देने की मांग की है ताकि लोगों को इसके लिए नगर निगम के दफ्तरों में नहीं जाना पड़े। याचिका में कहा गया है कि कई सारे बिजली से चलने वाले शमशान घाट काम नहीं कर रहे हैं, इसलिए सभी को तत्काल प्रभाव से शुरू करने का आदेश दिए जाने की जरूरत है।