कानून रिव्यू/नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट ने टिकटॉक पर रोक लगाने से साफ इंकार कर दिया है। टिकटॉक एक कानूनी लड़ाई में फंस चुका है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में 22 अप्रैल को अगली सुनवाई करेगा। इस महीने की शुरुआत में मद्रास हाईकोर्ट ने केंद्र से चीनी
ऐप टिकटॉक को डाउनलोड किए जाने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद टिकटॉक ने कहा है कि उसे भारतीय न्याय व्यवस्था पर विश्वास है। पिछले दिनों इस ऐप के इस्तेमाल से तमाम दुर्घटनाओं के सामने आने के बाद से ही यह ऐप विवादों में घिरा रहा है। मनोवैज्ञानिकों ने इसे मनोवैज्ञानिक दुष्प्रभावों वाला भी बताया है। एक युवक के टिकटॉक वीडियो बनाने के दौरान खुद को गोली मार लेने की खबर भी आई थी। टिकटॉक एक सोशल मीडिया ऐप है। इसके जरिए स्मार्टफोन यूजर छोटे.छोटे वीडियो बनाते हैं और शेयर करते हैं। इसकी खास बात यह है कि इस पर यूजर अपनी आवाज में वीडियो नहीं डाल सकता। उसे बस अपने होंठ चलाने होते हैं यानि लिपसिंक करना होता है। इसपर किसी वीडियो अवधि की लिमिट 15 सेकेंड है। इस प्लेटफॉर्म को शुरुआत में म्यूजिकली के नाम से लॉन्च किया गया था। बाद में बाइटडांस ने इसे लेकर फिर से टिकटॉक के नाम से रीलांच किया। दुनियाभर में अब तक इस एप को 100 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। इस कंपनी के मालिकाना हक चीनी कंपनी बाइटडांस के पास है, जो दुनिया की सबसे ज्यादा वैल्यू वाली स्टार्टअप कंपनियों में से एक है। इसके अलावा इस कंपनी के पास एक अन्य सोशल मीडिया ऐप के अधिकार हैं। इस ऐप का नाम है हेलो, इसके अलावा एक न्यूज एकग्रीगेटर ऐप न्यूज रिपब्लिक के मालिकाना अधिकार भी बाइटडांस के पास ही हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत में भी 100 मिलियन से ज्यादा लोग इस ऐप को डाउनलोड कर चुके हैं। इकॉनमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट की मानें तो इसे हर महीने लगभग 20 मिलियन यानि 2 करोड़ भारतीय इस्तेमाल करते हैं। दुनियाभर में यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टीनएजर्स की पहली पसंद बन चुका है।् सेलिब्रिटीज भी इसके इस्तेमाल में पीछे नहीं हैं। विश्व के कई प्रसिद्ध कॉमेडियन, एथलीट और कई नामचीन ब्रांड इसका इस्तेमाल करने लगे हैं। भारतीय एक्टर्स में श्रद्धा कपूर, टाइगर श्रॉफ और नेहा कक्कड़ जैसे बॉलीवुड और मनोरंजन सितारे इस ऐप पर आ चुके हैं।