गौतमबुद्धनगर की कानून व्यवस्था को चाक चौबंद और बेहतर बनाने की कडी में ’कानून रिव्यू’ ने -’कानून व्यवस्था पर एक नजर’- विशेष कॉलम शुरू किया है। प्रत्येक व्यक्ति चाहे, जिस क्षेत्र से भी जुडा हो कानून व्यवस्था से उसका जरूर सरोकार होता है, इसलिए हर व्यक्ति से एक नया विचार निकल कर आ सकता है। इस हाईटेक शहर की कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए समाज,कला संगीत, विज्ञान, शिक्षा,खेल और राजनीति आदि क्षेत्रों से जुडे लोगों से विचार जानेंगे। इस कडी में सूरजपुर उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष महेश शर्मा से भी खास बातचीत की हैं आइए जानते हैं बातचीत के प्रमुख अंशः-
मौहम्मद इल्यास-’दनकौरी’/कानून रिव्यू
सूरजपुर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष महेश शर्मा से ’कानून रिव्यू’ की खास बातचीत
- जीवन परिचय
नामः–महेश शर्मा
पिता का नामः–श्री मनोहर लाल शर्मा
जन्म तिथिः– 10-05-1972
मूल स्थानः-सूरजपुर-ग्रेटर नोएडा
शिक्षाः–बी0कॉम, एल0एल0बी0 डीएस कॉलेज अलीगढ, आगरा- यूनिवर्सिटी आगरा
पदः-अध्यक्ष सूरजपुर उद्योग व्यापार मंडल ( वर्ष 2000 से आज तक)
वरिष्ठ उपाध्यक्ष ग्रेटर नोएडा उद्योग व्यापार मंडल, गौतमबुद्धनगर
वरिष्ठ उपाध्यक्ष पेंट्स एसोसिएशन गौतमबुद्धनगर
पूर्व पदः– जिला सह संयोजक बजरंग दल गौतमबुद्धनगर
नगर कार्यवाह आरएसएस सूरजपुर
- ……… गौतमबुद्धनगर जिले की कानून व्यवस्था पिछले सालों के मुकाबले बेहतर हुई है?
— बिल्कुल, जिले की कानून व्यवस्था पिछली सरकारों की तुलना में बेहतर हुई है क्योंकि अपराधियों पर पुलिस लगातार अंकुश लगा रही है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो वह दिन दूर नही है जब आम जनता बेखौफ होकर जीवन जी सकेगी।
- .……….पुलिस एफआईआर असानी से दर्ज कर लेती है?
— जी, इसमें कोई शक नही है, अब पुलिस आम आदमी से तमीज से पेश आती है और शिकायत को दर्ज कर कानून सम्मत कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। डीजीपी ने साफ तौर पर आदेश दिए हैं कि थाने आने वाले हर फरियादी की शिकायत तसल्ली पूर्वक सुनी जाए और एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की जाए। पुलिस में 100 न0 भी अच्छा काम कर रही है, इससे एफआईआर दर्ज कराने में पूरी मद्द मिलती है।
- ………पुलिस सहायता- 100 नंबर की बात आई है यह तो सब पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार की देन है?
—जी, बिल्कुल सही बात है सरकार चाहे किसी की भी हो जो सुविधा जनता के काम आ रही है, उपलब्धि ही कहा जाना चाहिए। इसमें दलगत राजनीति की कोई बात नही है अखिलेश यादव सरकार ने 100 नबंर की पुलिस सहायता, जिलो से हटा कर सीधे राजधानी लखनउ से जोड दी थी, जो आज बेहतर परिणाम दे रही है।
- ……….पुलिस बाजार में गश्त करती है जिससे व्यापारी राहत महसूस कर रहे हैं?
— हां इसमें अभी थोडी कमी है पुलिस बाजार में नियमित रूप से गश्त नही कर रही है। जब कि होना यह चाहिए कि खास कर शाम के वक्त जब बाजारों में ग्राहकों की आवाजाही बढ जाती है पुलिस टीम को गश्त करनी चाहिए और रात्रि के समय भी लगातार गश्त होनी चाहिए क्योंकि चोरी की घटनाएं अक्सर सर्दी में होती है और सर्दी का मौसम अब शुरू हो गया है।
- .………व्यापार मंडल पुलिस गश्त के मुदद्े को आला अफसरों के समक्ष उठाएगा?
—-बिल्कुल, डीएम साहब के साथ कानून की व्यवस्था की बैठक में पुलिस गश्त के मुद्दे को प्रमुखता से रखा जाएगा। इससे पहले भी कई बार पुलिस के आला अधिकारियों के समक्ष गश्त का मुद्दा उठाया जा चुका है।
- .……. जनपद में अपराध कम हुए है और व्यापारी बेखौफ होकर जी रहे हैं। यह कैसे माना जा सकता है?
— पूर्व में रंगदारी के मामले आए दिन आते रहते थे जनपद में कई व्यापारियों की हत्याएं भी रंगदारी के मामलों को लेकर हुई थीं मगर अब रंगदारी जैसे मामले गायब हो गए हैं और व्यापारियों ने राहत की सांस ली है। एनकांउटर से बदमाशों की कमर टूट रही है और अब बदमाश या तो प्रदेश से बाहर या फिर जेल के अंदर रहना ही सलामती मान रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि वाकई कानून का राज स्थापित हो रहा है और व्यापारी निर्भीक रूप से अपने काम धंधों मे लगे हुए हैं।
- .…….. सूरजपुर की मार्केट में अक्सर चोरी की घटनाएं होती रहती है?
— उत्तर प्रदेश में मार्च 2017 में जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से अब तक चोरी की घटनाएं न के बराबर है। जब कि पहले दुकानों में चोरी की घटनाओं की एक तरह से बाढ सी आ जाया करती थी।
- ……… गौतमबुद्धनगर औद्योगिक जिला है मगर पिछले 10 सालों में यहां कोई बडी कंपनी नही आई है, कारण कानून व्यवस्था को मानते हैं?
— कानून व्यवस्था यदि खराब होगी लूट, हत्याएं, अपहरण, फिरौती आदि घटनाएं होंगी तो औद्योगिक माहौल नही बन पाता है और लोग निवेश के लिए इस तरह के क्षेत्र को नही चुनते हैं। मगर अब ऐसा ही है माहौल धीरे धीरे बदल रहा है बाबा राम देव की पताजंलि यमुना, वीवो ग्रेटर नोएडा में आई हैं।
- ………. औद्योगिक क्षेत्र में माफियाराज समाप्त हो चुका है?
–— नोएडा के बाद जब ग्रेटर नोएडा शहर बसाया गया तो यहां पर कई बडी कंपनियां जैसे डेंसो, यामाहा, देबू, होडा सिएल, एलजी, मोजर वीयर आदि कंपनियां आई थीं, किंतु यहां पर माफिया लोगों ने ऐसा जाल बुना कि चौथ वसूली लगातार बढती ही गई और कपंनियों ने यहां से पलायन करना शुरू कर दिया। कई कंपनियां यूनियनबाजी की शिकार हुई जिनमें माफियाओं का सीधा हस्तक्षेप की एक कारण रहा था। किंतु अब धीरे धीरे सब कुछ पटरी पर आ रहा है यदि किसा उद्यमी को इस तरह की कोई दिक्कत है सीधे पुलिस से शिकायत की जाए, तो फौरन कार्यवाही अमल में आती है।
- …………गौतमबुद्धनगर पुलिसिंग की तुलना राजधानी दिल्ली से की जाती है यहां पर पुलिस कमिश्नरी प्रणाली की बात कई बार उठाई जा चुकी है?
— गौतमबुद्धनगर उत्तर प्रदेश का एक हाईटेक और औद्योगिक जिला है जिसे यूपी के फेस मॉडल के रूप में देखा जाता है। यही कारण है कि यहां पर देश प्रत्येक प्रांत का व्यक्ति रोजगार की दृष्टि से मिल जाता है जिससे एक मिनी इंडिया के दर्शन होते हैं। पुलिस कमिश्नर प्रणाली यदि यहां पर लागू हो जाए तो ठीक रहेगा इससे पुलिस को तत्कालिक निर्णय लेने में आसानी होगी और परिणामस्वरूप कानून व्यवस्था मजबूत व बेहतर होगी।
- ……………ट्रेफिक मैनेजमेंट और रोड सैफ्टी के मुद्दे पर क्या कहेगें, कोई सुझाव है क्या?
—-ट्रेफिक मैनेजमेंट और रोड सैफ्टी का एक ज्वलंत मुद्दा है इस पर काम करने की बहुत ज्यादा जरूरत है। सूरजपुर के बीच से होकर दादरी नोएडा रोड जाता है और जिससे यहां पर भारी वाहनो की आवाजाही इतनी है कि यहां के बाशिंदों के प्राण पखेरू हो जाते हैं। तिलपता में कंटनेर डिपो है कंटनेर आदि भारी वाहन इतनी तेज स्पीड से जाते हैं कि कई लोग तो दुर्घटनाओं के काल के गाल में समा चुके हैं। कुछ समय पूर्व ही कंटनेरों के होटल और ढाबों में घुस जाने की घटनाएं प्रकाश में आई थी जिनमें स्थानीय निवासियों की दुखद मौत ने यहां के लोगों को झकझोर दिया था। इसलिए अब यहां बीच कसबे से भारी वाहनों की आवाजाही बिल्कुल बंद की जानी चाहिए। इस बात की शिकायत प्रशासन और शासन स्तर पर भी की जाएगी।