जज की बेटी रिलेशनशिप में है, सुप्रीम कोर्ट के एक वकील के साथ
बिहार में उडी कानून की धज्जियां
कानून रिव्यू/पटना
बिहार के खगड़िया जिला सेशन कोर्ट के जज द्वारा अपनी बेटी को बंधक बनाने का मामला सामने आया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक जज की बेटी सुप्रीम कोर्ट के एक वकील के साथ रिलेशनशिप में है। इससे नाराज जज सुभाष चंद्र चौरसिया ने 24 वर्षीय लॉ ग्रैजुएट बेटी यशस्विनी के साथ मारपीट कर घर पर बंधक बना दिया है। दूसरो को न्याय देने वाला स्वयं ही हिंसा का सहारा लेकर अन्याय कर रहा है ऐसे जज न्यायधीश को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए जो अन्यायी हो वो क्या न्याय करेगा। मामले के सामने आने पर पटना हाई कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया और सुनवाई का फैसला किया। केस की सुनवाई चीफ जस्टिस राजेंद्र मेनन और राजीव रंजन प्रसाद की डिविजन बेंच करेगी। रिपोर्ट के अनुसार युवती पटना की चाणक्य नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी से एक लॉ ग्रैजुएट हैए जिसके सुप्रीम कोर्ट के एक वकील सिद्धार्थ बंसल के साथ संबंध होने की वजह से पिता सुभाष चंद्र चौरसिया सहित परिवार के अन्य सदस्यों ने मारपीट की थी। रिपोर्ट में बताया गया कि वह पहली बार 2012 में साकेत कोर्ट कॉम्प्लैक्स में इंटर्नशिप के दौरान सिद्धार्थ से मिली थी। इसके बाद यशस्विनी अपनी मां के साथ 6 मई को होने वाले दिल्ली जुडिशल सर्विस एक्जाम के लिए अपनी मां के साथ गई थी और अपने होटल के बाहर सिद्धार्थ से मिली थी। जब उसकी मां को दोनों के अफेयर के बारे में मालूम हुआ तो बिना टेस्ट दिलाए ही यशस्विनी को लेकर खगड़िया वापस आ गई। रिपोर्ट के अनुसार खगड़िया पहुंचने पर उसके पैरंट्स ने यशस्विनी को बुरी तरह मारा.पीटा। यही नहीं उसके मोबाइल से सिद्धार्थ को कॉल कर उसकी पिटाई और रोने की आवाज सुनाई। रिपोर्ट के अनुसार सिद्धार्थ अपने वरिष्ठ साथियों के साथ पिछले महीने खगड़िया आए और यशस्विनी के पिता से मुलाकात की। इस दौरान सुभाष ने सिद्धार्थ से कहा सिविल सर्वेंट या जज बनने पर ही वह यशस्विनी से शादी करने लायक हो पाएंगे। इसके बाद सिद्धार्थ डीजीपी केएस द्विवेदी से भी मिले ताकि यशस्विनी को बचाया जा सके। डीजीपी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पिछले महीने बेगूसराय में रिव्यू मीटिंग के दौरान वह एक दिल्ली के वकील से मिले थे। उन्होंने आगे बताया खगड़िया एसपी मीनू कुमारी से मैंने मामले को देखने के लिए कहा है। वहीं खगड़िया की महिला पुलिस स्टेशन एसएचओ किरण कुमारी ने कहा कि सिद्धार्थ ने लड़की को बचाने के लिए एक लिखित शिकायत दी है। एसएचओ ने कहा कि वह जज के आवास पर लड़की से मिली थीं। उसने मुझे बताया था कि वह खुश है।