इस कानून से स्पेन में यौन अपराधों को कम करने में मदद मिलेगी। स्पेन में महिलाओं की हालत बहुत चिंता जनक है। 2017 में 1.58 लाख महिलाएं यौन हिंसा का शिकार हुईं, हालांकि सरकार ने रेप और हिंसा पर काबू पाने के लिए 1 अरब यूरो का स्पेशल फंड भी बनाया है।
कानून रिव्यू/इंटरनेशनल
————————————यूरोप में रेप और यौन हिंसा को लेकर छिड़ी बहस में अब एक नया मोड़ आ गया है। यूरोप के एक देश स्पेन में एक नया बलात्कार कानून बनाया जा रहा है। इस कानून के तहत सेक्स के लिए लड़की के मना करने से ज्यादा तवज्जो उसके खुले तौर पर हां कहने को दिया गया है। स्पेन के प्रधानमंत्री पेद्रो सांचेज ने नए कानून के बारे में बोलते हुए संसद में कहा कि अगर लड़की नहीं कहती है तो इसका मतलब है नहीं। अगर वह हां नहीं कहती है तो इसका मतलब भी नहीं होगा। स्पेनिश कानून के जानकरों के अनुसार नया कानून बेहद सख्त है। इस कानून के अनुसार यानी कोई लड़की या महिला अगर सेक्स के लिए स्पष्ट तौर हां नहीं कहती है या फिर चुप रहती है तो उसके साथ किए गए सेक्स को रेप माना जाएगा। किसी भी यौन संपर्क को उस हर स्थिति में रेप माना जाएगा, अगर महिला ने उसके लिए खुलकर सहमति नहीं दी हो। कोई भी शारीरिक संबंध तब रेप नहीं माना जाएगा जब तक कि महिला ने उसके लिए स्पष्ट तौर पर सहमति दी हो। स्पेन में रेप के विरुद्ध कड़े कानूनों की मांग लम्बे समय से की जा रही थी। इस कानून को लाए जाने की सबसे बड़ी वजह थी 2016 में हुए रेप का एक मामला जिसमें पांच लोगों ने एक लड़की के साथ रेप किया था। बाद में उचित कानूनों और सबूतों के अभाव में पांचों दोषियों को गैंगरेप के आरोपों से बरी कर दिया गया। अदालत ने कहा कि रेप के दौरान लड़की चुप रही इसका मतलब है कि कहीं न कहीं वह रेप के लिए रजामंद थी। इस फैसले के बाद स्पेन की जनता सड़कों पर उतर आई और यहीं से रेप को लेकर स्पेन के कानून में बदलाव की मांग जोर पकड़ने लगी। अदालत ने पांचों लोगों को बलात्कार की बजाय कम गंभीर समझे जाने वाले अपराध यौन उत्पीड़न का दोषी ठहराया। इस फैसले के खिलाफ स्पेन में भारी प्रदर्शन हुए। लोगों ने अदालत के तर्कों को स्वीकार नहीं किया और कहा कि जब कि विडियो में साफ़ जाहिर है कि महिला के साथ जबरदस्ती सेक्स किया जा रहा है,फिर भी अदालत इसे सिर्फ यौन उत्पीड़न की घटना ही मानती रही। असल में 2016 की घटना के दौरान लड़की की चुप्पी को उसकी सहमति मान ली गई। इसके कारण गैंग रेप का यह मामला सहमति और असहमति के बीच फंस गया। नए कानून के तहत अब स्पेन भी जर्मनी, ब्रिटेन और कनाडा जैसे गिनती के देशों में शामिल होने जा रहा है जहां सहमति के बिना सेक्स को अपराध माना गया है। स्पेन में इन दिनों रेप के मामले बढ़ रहे हैं। अब आने वाले इस नए बलात्कार कानून से मानवाधिकार और महिला संगठन खुश हैं। दावा किया जा रहा है कि इस कानून से स्पेन में यौन अपराधों को कम करने में मदद मिलेगी। स्पेन में महिलाओं की हालत बहुत चिंता जनक है। 2017 में 1.58 लाख महिलाएं यौन हिंसा का शिकार हुईं, हालांकि सरकार ने रेप और हिंसा पर काबू पाने के लिए 1 अरब यूरो का स्पेशल फंड भी बनाया है।