पंचकूला में वकीलों की हड़ताल के चलते सुनवाई टल गई थी और इसके चलते 6 नवंबर को होने वाली अगली सुनवाई तक हनीप्रीत और उसकी साथी सुखदीप कौर बाकी 46 महिला बंदियों से अलग सिक्युरिटी सेल नंबर 11 में रखी गई हैं। पिछले सप्ताह जहां हनीप्रीत के माता.पिता और भाई.भाभी मिलकर गए थे वहीं गुरुवार को फिर से मिलाई का दिन था। गुरूवार को जेल में भाई साहिल तनेजा, भाभी सोनाली, बहन निशु और जीजा सचित बजाज यहां जेल में मिलने आए तो हनीप्रीत भावुक होकर फफक पड़ी।
हनीप्रीत की फैमिली साढ़े 4 बजे गुड़गांव नंबर की गाड़ी में अंबाला सेंट्रल जेल पहुंची। बिना किसी रोक.टोक के गाड़ी सीधे जेल के अंदर गई जहां से फैमिली को छोड़कर ड्राइवर बाहर आया।
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जेल में मिल हनीप्रीत की फैमिली गाड़ी सहित अंदर पहुंची
- कानून रिव्यू/अंबाला
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की मुंहबोली बेटी और राजदार हनीप्रीत इंसा को जेल के अंदर ही वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है। इस बात की पुष्टि उस समय हो गई जब हनीप्रीत से मिलने आई उसकी फैमिली गाड़ी सहित जेल कैंपस के अंदर जाती हुई दिखाई दी। गौरतलब है कि 13 अक्टूबर 2017 से हनीप्रीत अपनी एक साथी सुखदीप कौर के साथ अंबाला जेल में बंद है। गुरुवार को हनीप्रीत के भाई,भाभी, बहन और जीजा उससे मिलने पहुंचे थे। फैमिली से मिलते ही हनीप्रीत बिलख पड़ी। ज्ञातव्य है कि साध्वियों से यौन शोषण के मामले में राम रहीम को 25 अगस्त को पंचकूला की सीबीआई कोर्ट ने दोषी करार दिया था। इसके बाद वहां से रोहतक की जिला जेल तक हनीप्रीत उसकी असिस्टेंट बनकर हेलीकॉप्टर में साथ गई थी। इसके बाद वहां से चले जाने के बाद 38 दिन तक भूमिगत रही थी और उसके खिलाफ पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी कर दिया था। 39वें दिन 3 अक्टूबर को हनीप्रीत को पंजाब पुलिस ने अरेस्ट किया और फिर हरियाणा पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने हनीप्रीत को कोर्ट में पेश करके पहले दो बार में अलग.अलग 9 दिन के रिमांड पर लिया। इस दौरान कई सारे अहम सबूत हाथ लगे और फिर 13 अक्टूबर को कोर्ट में पेश किया गया तो कोर्ट ने उसे 23 अक्टूबर तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया था। 23 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हनीप्रीत की फिर से कोर्ट में पेशी होनी थी लेकिन पंचकूला में वकीलों की हड़ताल के चलते सुनवाई टल गई थी और इसके चलते 6 नवंबर को होने वाली अगली सुनवाई तक हनीप्रीत और उसकी साथी सुखदीप कौर बाकी 46 महिला बंदियों से अलग सिक्युरिटी सेल नंबर 11 में रखी गई हैं। पिछले सप्ताह जहां हनीप्रीत के माता.पिता और भाई.भाभी मिलकर गए थे वहीं गुरुवार को फिर से मिलाई का दिन था। गुरूवार को जेल में भाई साहिल तनेजा, भाभी सोनाली, बहन निशु और जीजा सचित बजाज यहां जेल में मिलने आए तो हनीप्रीत भावुक होकर फफक पड़ी।
हनीप्रीत की फैमिली के जेल का आने का क्रम
- .. हनीप्रीत की फैमिली साढ़े 4 बजे गुड़गांव नंबर की गाड़ी में अंबाला सेंट्रल जेल पहुंची। बिना किसी रोक.टोक के गाड़ी सीधे जेल के अंदर गई जहां से फैमिली को छोड़कर ड्राइवर बाहर आया।
- .. इसके कुछ ही मिनट बाद मीडिया को चकमा देने के लिए वह गाड़ी को दूसरे रास्ते से घुमाकर वापस इसी गेट से फिर गाड़ी को अंदर ले गया। शाम साढ़े 6 बजे तक हनीप्रीत की फैमिली गाड़ी सहित जेल के अंदर ही थी।
- . जिस तरह से गाड़ी सीधे अंदर गई उससे इस आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि हनीप्रीत को अंदर वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिल रहा होगा।
- . यह अपने आप में जेल के सिक्युरिटी नियमों पर सवालिया निशान है वहीं दूसरे बंदियों के परिजनों का भी ऐसा ही आरोप है। जिस तरह 13 दिन पहले हनीप्रीत को जेल में लाए जाने के दौरान दूसरे बंदियों की फैमिली परेशान हुई थी ठीक उसी तरह गुरुवार को भी हुआ।
- . दिल्ली निवासी रेखा ने बताया कि वह अपने भाई की जमानत कराने के लिए आईं थी। 4 बजे से वह इतना परेशान हो चुकी है कि न तो उसे जेल के अंदर जाने देना तो दूर गेट के बाहर भी नहीं खड़ा होने दिया जा रहा। इतना ही नहीं अभी तक उसका भाई भी बाहर नहीं आ पाया है।