-अविनाश राय खन्ना, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भाजपा स्वास्थ्य मंत्रालय को इस जनसंख्या नियंत्रण के अभियान की सफलता के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों के साथ-साथ पंचायतों को जोड़ने की विशेष पहल करनी चाहिए जिससे पुरुष वर्ग को खासतौर पर जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरूक किया जा सके। यदि सरकार अधिक बच्चे पैदा करने की … [Read more...] about शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास में बाधक जनसंख्या वृद्धि
लाखों गुमशुदा बच्चों का अपराधिकरण रोकने की आवश्यकता
-अविनाश राय खन्ना, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भाजपा प्रत्येक माता-पिता अपने बच्चों के गुणों का विकास करने के लिए हर सम्भव प्रयास करता है। परन्तु हमें चिन्ता उन बच्चों की भी करनी चाहिए जो बाल्यावस्था में अपने माता-पिता के प्रेम से वंचित होकर गुमशुदा वातावरण में जीवन व्यतीत करने के लिए बाध्य हो जाते … [Read more...] about लाखों गुमशुदा बच्चों का अपराधिकरण रोकने की आवश्यकता
फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग 2016 पुरस्कार
पुलिस व्यवस्था में अच्छे काम के लिए पुलिस बलों और अधिकारियों को फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग 2016 पुरस्कार विभिन्न पहलों के लिए दिल्ली पुलिस को मिले विशिष्ट पहचान पुरस्कार नई दिल्ली, 5 मई 2016: भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। अर्थव्यवस्था के साथ, शहरों और … [Read more...] about फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग 2016 पुरस्कार
दुर्घटना की वेदना के साथ-साथ मुकदमेंबाजी का बोझ
-विमल वधावन, एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट हमारे देश की न्याय व्यवस्था, सरकारों और बीमा कम्पनियों को दुर्घटना मुआवज़ों के सम्बन्ध में अपनी संवेदनाओं का विकास करना चाहिए। मोटर दुर्घटना का कष्ट अपने आपमें ही एक असहनीय कष्ट होता है। उस कष्ट की वेदना के साथ-साथ मुकदमेंबाजी का बोझ किसी प्रकार से भी एक सभ्य समाज … [Read more...] about दुर्घटना की वेदना के साथ-साथ मुकदमेंबाजी का बोझ
संदेह का प्रमाण देती हैं परिस्थितियाँ
-विमल वधावन , एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट कभी-कभी परिस्थितियों का पूर्ण प्रमाण भी अपराधी के द्वारा किये गये अपराध की पुष्टि करता है। परिस्थितियों के प्रमाण के बावजूद यदि अपराधी अपने बेकसूर होने का दावा करे तो इसकी जिम्मेदारी स्वयं उसे निभानी पड़ेगी कि वह सिद्ध करे कि इन परिस्थितियों के बावजूद अपराध उसने … [Read more...] about संदेह का प्रमाण देती हैं परिस्थितियाँ
सेवा बाण्ड के नाम पर बंधुआ मजदूरी
-विमल वधावन , एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट कर्मचारियों को भी अपनी सेवा शर्तों के साथ-साथ यह ध्यान रखना चाहिए कि जो प्रबन्धक उनके मानसिक विकास जैसे प्रशिक्षण आदि के लिए कुछ अतिरिक्त व्यय करता है तो उन्हें उसका तिरस्कार करते हुए सेवा का त्याग नहीं करना चाहिए। ऐसी परिस्थितियों के अतिरिक्त यदि कोई प्रबन्धक … [Read more...] about सेवा बाण्ड के नाम पर बंधुआ मजदूरी